अजमेर सिटी - नवबर 1956 में राजस्थान में विलय से पहले अजमेर एक स्वतंत्र राज्य था। अजमेर राज्य 2 हजार 417 वर्ग मील क्षेत्र में फैला हुआ है। अजमेर की संस्कृति वैावशाली रही है। तीर्थराज पुष्कर की वजह से विश्व मानचित्र पर अपनी पहचान बनाने वाले अजमेर का सांस्कृतिक व आध्यात्मिक महत्व अनूठा रहा है। राजा अजयपल में इस शहर को 900 वर्ष पूर्व बसाया था। अजमेर ही वह शहर है, जहां नया बाजार स्थित मैगजीन में अंग्रेज सर टामस रो ने हिंदुस्तान में व्यापार करने की इजाजत सम्राट जहांगीर से हासिल की थी। इतना ही नहीं समाज सुधार के युगपुरूष स्वामी दयानंद सरस्वती की कर्मस्थली व निर्वाण स्थली का गौरव ाी अजमेर को हासिल है। अजमेर के ही दीवान हरविलास शारदा ने बाल विवाह विरोधी एक्ट बनाया । पूरे विश्व में सांप्रदायिक सौहाद्र्र के लिए अजमेर को केवल इसलिए नहीं जाना जाता कि यहां वाजा साहब की दरगाह व तीर्थराज पुष्कर है, बल्कि इसलिए ाी माना जाता है क्यों कि यह अनेक जाति व धर्म के लोगों का संगम स्थल है।