<strong>राजबाड़ा-</strong> मध्य प्रदेश ऐसे तो कई इमारते हैं जो ऐतिहासिक है। इन्हीं ऐतिहासिक इमारतों में से एक नाम है राजबाड़ा। यह अपने वास्तु और शाही डिजाइन के लिए प्रसिद्ध है। यह मुगल और मराठा वास्तुकला का एक अच्छा मिश्रण है। इसे इंदौर का हृदय कहते हैं।
<strong>सराफा बाजार-</strong> इंदौर का सराफा तो व्लर्ड फेमस है। यहां सराफा बाजार में गहने तो मिलते ही है लेकिन रात होते ही यही सराफा बाजार स्वादिष्ट भोजन के स्टॉल से भर जाता है। प्रसिद्ध सराफा बाजार अपनी लाजवाब स्वाद के लिए दुनिया में जाना जाता है। रबड़ी गुलाब जामुन, जलेबी और बासुंदी, पाव भाजी, मालपुआ जैसी हर तरह की मिठाई हर कोने में मिल जाती है। इंदौर की खास डिश भुट्टे का कीस यहां की खास है। इसे खाऊ गली भी कहते हैं।
<strong>कांच मंदिर-</strong> इंदौर में जैन मंदिर पूरी तरह से कांच से बना। यही कांच इसे सबसे अलग बनाता है। इस मंदिर में अंदर से पूरी कांच कीनक्काशी की गई है। कांच मंदिर भारत के औद्योगिक अग्रदूतों में से एक है, सेठ हुकुमचन्द जैन द्वारा 1903 में बनाया गया था। माना जाता है कि कारीगरों इस अद्भुत संरचना के निर्माण के लिए जयपुर और ईरान से काम पर रखा गया।
<strong>लाल बाग पैलेस -</strong> होलकर युग में प्रतिष्ठित इमारात आज भी इंदौर में है। लाल बाग पैलेस को 1886 और 1921 के बीच महाराजा शिवाजी राव होल्कर द्वारा निर्माण करवाया गया था, यहां पर तीन मंजिला इमारात की संरचना शाही स्वागत की मेजबानी के लिए किया गया था। पैलेस को शानदार स्थापत्य शैली के लिए जाना जाता है और। इसका मुख्य गेट बकिंघम पैलेस जैसा दिखता है।
<strong>कमला नेहरू पार्क-</strong> इंदौर शहर में सबसे पुराना पार्क कमला नेहरु पार्क है। यह पार्क चिडिय़ा घर के रूप में बना है। यहां सभी प्रकार के जानवर दिखते हैं, जो कि बच्चों को लुभाते हैं। यहां सफेद बाघिन की तरह स्थानिक जानवरों की प्रजातियों में से कुछ, शामिल हैं।
<strong>अटल बिहारी वाजपेयी क्षेत्रीय पार्क -</strong> बहुत ही आकर्षक और सुंदर पार्क है अटल बिहारी वाजपेयी क्षेत्रीय पार्क। इस पार्क को इंदौर विकास प्राधिकरण (आईडीए) द्वारा विकसित किया गया था। पार्क में संगीतमय फव्वारे भी हैं साथ ही यहां पर एक नहर है । यहां पर विभिन्न आकर्षण भी मौजूद हैं जैसे कि नौका विहार, संगीत फाउंटेन, कूद जेट फाउंटेन, कलाकारों ‘गांव, भारतीय गार्डन / हार गार्डन, फ्रेंच गार्डन, भूलभुलैया / जैव विविधता उद्यान, धुंध फाउंटेन, झील-व्यू प्वाइंट, एम्फीथिएटर और फास्ट फूड क्षेत्र शामिल हैं।
<strong>टाउन हॉल या महात्मा गांधी हॉल-</strong> इंदौर शहर की सबसे सुंदर इंमारतों में से टाउन हॉल या महात्मा गांधी हॉल ऑफ इंडिया है। 1904 में निर्मित, यह मूल रूप से राजा एडवर्ड हॉल नामित किया गया था। 1948 में इसे महात्मा गांधी हॉल के रूप में बना दिया था।
<strong>रीजनल पार्क इंदौर-</strong> इंदौर में ये बहुत ही आकर्षक और सुंदर पार्क में से एक है। इसे पिपलियापाला पार्क या इंदौर रीजनल पार्क के नाम से जाना जाता है। इसेे इंदौर विकास प्राधिकरण (आईडीए) द्वारा विकसित किया गया है। पार्क में एक झील भी है जो ४२ एकड़ में है और पूरा पार्क 80 एकड़ जमीन में बना है। पार्क में विभिन्न आकर्षणों नौका विहार, म्यूजिकल फाउंटेन, कूदते जेट फाउंटेन, 'कलाकार ग्राम, भारतीय गार्डन, फ्रेंच गार्डन, भूलभुलैया, जैव -विविधता उद्यान, धुंध फाउंटेन, लेक -व्यू प्वाइंट, एम्फीथिएटर , और फास्ट फूड शामिल है।