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आज का पंचांग, शुक्रवार 17 अक्टूबर 2025, तिथि, श्रेष्ठ चौघड़िए, Rajasthan Patrika

शुक्रवार 17 अक्टूबर 2025 : आज के पंचांग में जानिए आज का श्रेष्ठ चौघड़िया, तिथि, दिशा शूल, राहु काल वेला, नक्षत्र, योग, करण, व्रत / दिवस विशेष, चन्द्रमा, ग्रह का राशि /नक्षत्र परिवर्तन। आइए, पंडित मुकेश भारद्वाज, ज्योतिर्विद व वास्तुविद् से जानते हैं आज का पंचांग।

भारत

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Kamlesh Kholiya

Oct 17, 2025

🌟(आज का पंचांग – शुक्रवार, 17 अक्टूबर, 2025)🌟

विक्रम संवत् – 2082
संवत्सर नाम – सिद्धार्थ
शक संवत् – 1947
हिजरी सन् – 1447
मु. मास – 24 रवि उलसानी
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – शरद् ऋतु
मास – कार्तिक
पक्ष – कृष्ण

श्रेष्ठ चौघड़िये – आज चर, लाभ, अमृत के चौघड़िये क्रमशः सूर्योदय से 10:46 तक रहेंगे। शुभ का चौघड़िया 12:11 से 1:36 तक रहेगा। चर का चौघड़िया 4:26 से सूर्यास्त तक रहेगा। इन चौघड़ियों में शुभ कार्य प्रारम्भ किए जा सकते हैं।

तिथि – एकादशी तिथि दिन 11:13 तक होगी तदुपरान्त द्वादशी तिथि होगी।

दिशा शूल – आज पश्चिम दिशा में दिशा शूल रहेगा। इसलिए आज पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए।

राहु काल वेला – (मध्यमान से) दिन 10:30 से 12:00 तक रहेगा।

नक्षत्र – मघा नक्षत्र दिन 1:58 तक होगा तदुपरान्त पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र होगा।
योग – शुक्ल योग रहेगा रात्रि 1:49 तक रहेगा तदुपरान्त ब्रह्म योग रहेगा।
करण – बालव रण दिन 11:13 तक तदुपरान्त कौलव करण रहेगा।

विशिष्ट योग -, महापात योग दिन 12:46 से सायं 4:51 तक, कुमायोग सूर्योदय से दिन 11:13 तक, सर्वार्थसिद्धि व राजयोग दिन 1:58 से सूर्योदय तक,

व्रत / दिवस विशेष – कार्तिक संक्रांति, संक्रांति पुण्यकाल दिन 7:22 से प्रारम्भ, रमा एकादशी व्रत, गोवत्स द्वादशी व्रत व पूजा, गंडमूल दिन 1:58 तक,

चन्द्रमा – आज सम्पूर्ण दिन रात्रि सिंह राशि में होगा।

ग्रह का राशि /नक्षत्र परिवर्तन – सूर्य का तुला राशि में प्रवेश दिन 1:46 पर, शुक्र का हस्त नक्षत्र में प्रवेश दिन 12:20 पर,

आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज जन्म लेने वाले बच्चों की राशि सिंह होगी। आज दिन 1:58 तक मघा नक्षत्र होगा तदुपरान्त पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र होगा। आज जन्मे बच्चों का रजत पाद होगा। आज जन्म लेने वाले बच्चों के प्रथम नामाक्षर मू, मे, मो, टा, टी पर रखे जा सकते हैं।

सिंह राशि के स्वामी सूर्य है। इस राशि के बच्चे निडर, साहसी, दयालु, ऐश्वर्यशाली, शत्रुहन्ता होते हैं। ये अग्नि तत्व की राशि हैं, जिससे इनको गुस्सा जल्दी आ जाता हैं। परंतु नर्म भी जल्दी हो जाते हैं। ये पराक्रमी व बुद्धिमान, उधमी, कर्मठ, निड़र, स्वतंत्र विचारों वाले होते हैं, और बड़े काम से घबराते नहीं हैं। इनमें नैसर्गिक नेतृत्त्व क्षमता होती है. इस राशि में जन्म लेने वाला जातक सुंदर-पुष्ट शरीर वाला, चौड़ा मस्तक, सुगठित, आकर्षक एवं प्रभावशाली व्यक्तित्व वाला होता हैं।

✍️ पंडित मुकेश भारद्वाज, ज्योतिर्विद व वास्तुविद्