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किल्लत के बीच 40 टन खाद से लदा ट्रक पकड़ा, दस्तावेज नहीं

किल्लत के बीच 40 टन खाद से लदा ट्रक पकड़ा, दस्तावेज नहीं वाणिज्यकर विभाग की टीम ने पकड़ा ट्रक, कोतवाली में रखवाया दमोह. डीएपी खाद इन दिनों रबी फसल की बोवनी की तैयारी कर रहे किसानों के लिए सोना की तरह है, जिसके लिए वह हर कीमती समय छोडऩे तैयार हैं। जिसकी तस्वीरें बीते दिनों […]

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दमोह

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Hamid Khan

Oct 17, 2025

किल्लत के बीच 40 टन खाद से लदा ट्रक पकड़ा, दस्तावेज नहीं वाणिज्यकर विभाग की टीम ने पकड़ा ट्रक, कोतवाली में रखवाया दमोह. डीएपी खाद इन दिनों रबी फसल की बोवनी की तैयारी कर रहे किसानों के लिए सोना की तरह है, जिसके लिए वह हर कीमती समय छोडऩे तैयार हैं। जिसकी तस्वीरें बीते दिनों जिले में सामने आ चुकी हैं, लेकिन जिले में उसी खाद को अवैध तरीके से दूसरे जिले में निजी दुकानदारों के पास भेजा जा रहा है। इसका खुलासा बीती रात वाणिज्यकर विभाग की कार्रवाई में खाद का अवैध परिवहन करते हुए पकड़े गए एक ट्रक से हुआ है। जिसमें करीब 40 टन खाद लोड होना बताया गया है। इसके न तो अभी तक कोई दस्तावेज प्रस्तुत किए जा सके हैं और न ही खाद को छुड़ाने कोई पहल हो सकी है। विदित हो कि जिले में बीते एक सप्ताह से एक बोरी डीएपी खाद भी उपलब्ध नहीं है। जबकि ३ हजार से अधिक ऐसे किसान है, जिनके पास खाद प्राप्त करने के कूपन रखे हुए हैं। प्रकरण में बताया गया है कि बुधवार की देर रात वाणिज्यकर विभाग की टीम जबलपुर रोड पर चेङ्क्षकग लगाए हुई थी। टीम ने इस रोड से जा रहे एक ट्रक को रोका, जिसमें ड्राइवर ने खाद लोड होना बताया। पूछताछ में ड्राइवर ने बताया कि स्टेशन पर खाद का रैक लगा हुआ है, जहां से लोड करके देवेंद्रनगर जिला पन्ना यह खाद ले जा रहे हैं। जिसकी बिल्टी, खाद परिवहन के कागज आदि जब ड्राइवर से मांगे गए थे तो वह उपलब्ध नहीं करा सका। इसके बाद वाणिज्यकर अधिकारी ने संदेह होने पर उक्त खाद से भरे ट्रक को पुलिस अभिरक्षा में सिटी कोतवाली में रखवाया गया। गुरुवार को शाम तक इस खाद के संबंध में कोई भी व्यक्ति दस्तावेज प्रस्तुत करने नहीं पहुंचा है, जिससे पूरा मामला बड़े गड़बड़झाला की ओर इशारा कर रहा है। जिले के डबल लॉक केंद्रों और समिति स्तर पर पहुंचने वाले डीएपी के वितरण के बाद ही निजी खाद विक्रेता अपना स्टॉक ओपन करते हैं। जिससे बड़े स्तर पर खाद में कालाबाजारी का संदेह है। कुछ किसानों ने बताया कि गांव में डीएपी खाद 1900 रुपए बोरी तक मिल रही है। मजबूरी में लेना पड़ती है, क्योंकि यहां से चाहे जितनी बोरी मिल जाती है। लाइन में भी नहीं लगना पड़ता है। डीएपी को कोई विकल्प भी नहीं है। इसीलिए, खाद में इसी तरह की गड़बड़ी संभव है। दूसरे दिन भी पेश नहीं किए जा सके कागज वाणिज्यकर अधिकारी आकाश गुप्ता ने बताया कि ट्रक में डीएपी खाद रखा होना ड्राइवर के द्वारा बताया गया है। कागज नहीं प्रस्तुत किए है। गुरुवार को भी किसी भी व्यक्ति, ट्रक संचालक द्वारा दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए गए , इसीलिए अब कार्रवाई की जा रही है। यह भी स्पष्ट नहीं हो सका है कि खाद को कहां से और किस मकसद से ले जाया जा रहा था। रैक आज पहुंचा, ड्राइवर ने कल ही बता दिया था विपणन डीएमओ इंद्रपाल सिंह राजपूत ने बताया कि उन्हें किसी ने भी ट्रक में खाद पकड़े जाने की जानकारी नहीं दी है। आइपीएल डीएपी का रैक गुरुवार को दोपहर में दमोह पहुंचा है, जबकि रात में सरकारी कोई रैक नहीं पहुंचा था। डीएपी दमोह में हैं ही नहीं तो कहां से कैसे लोड होकर जा रही थी, कहा नहीं जा सकता है। राजपूत ने बताया कि आईपीएल डीएपी का रैक दमोह पहुंच चुका है। एक-दो दिन में सभी डबल लॉक केंद्रों पर खाद का वितरण किया जाएगा। कूपन वालों को प्राथमिकता दी जाएगी।

किल्लत के बीच 40 टन खाद से लदा ट्रक पकड़ा, दस्तावेज नहीं वाणिज्यकर विभाग की टीम ने पकड़ा ट्रक, कोतवाली में रखवाया दमोह. डीएपी खाद इन दिनों रबी फसल की बोवनी की तैयारी कर रहे किसानों के लिए सोना की तरह है, जिसके लिए वह हर कीमती समय छोडऩे तैयार हैं। जिसकी तस्वीरें बीते दिनों जिले में सामने आ चुकी हैं, लेकिन जिले में उसी खाद को अवैध तरीके से दूसरे जिले में निजी दुकानदारों के पास भेजा जा रहा है। इसका खुलासा बीती रात वाणिज्यकर विभाग की कार्रवाई में खाद का अवैध परिवहन करते हुए पकड़े गए एक ट्रक से हुआ है। जिसमें करीब 40 टन खाद लोड होना बताया गया है। इसके न तो अभी तक कोई दस्तावेज प्रस्तुत किए जा सके हैं और न ही खाद को छुड़ाने कोई पहल हो सकी है। विदित हो कि जिले में बीते एक सप्ताह से एक बोरी डीएपी खाद भी उपलब्ध नहीं है। जबकि ३ हजार से अधिक ऐसे किसान है, जिनके पास खाद प्राप्त करने के कूपन रखे हुए हैं। प्रकरण में बताया गया है कि बुधवार की देर रात वाणिज्यकर विभाग की टीम जबलपुर रोड पर चेङ्क्षकग लगाए हुई थी। टीम ने इस रोड से जा रहे एक ट्रक को रोका, जिसमें ड्राइवर ने खाद लोड होना बताया। पूछताछ में ड्राइवर ने बताया कि स्टेशन पर खाद का रैक लगा हुआ है, जहां से लोड करके देवेंद्रनगर जिला पन्ना यह खाद ले जा रहे हैं। जिसकी बिल्टी, खाद परिवहन के कागज आदि जब ड्राइवर से मांगे गए थे तो वह उपलब्ध नहीं करा सका। इसके बाद वाणिज्यकर अधिकारी ने संदेह होने पर उक्त खाद से भरे ट्रक को पुलिस अभिरक्षा में सिटी कोतवाली में रखवाया गया। गुरुवार को शाम तक इस खाद के संबंध में कोई भी व्यक्ति दस्तावेज प्रस्तुत करने नहीं पहुंचा है, जिससे पूरा मामला बड़े गड़बड़झाला की ओर इशारा कर रहा है। जिले के डबल लॉक केंद्रों और समिति स्तर पर पहुंचने वाले डीएपी के वितरण के बाद ही निजी खाद विक्रेता अपना स्टॉक ओपन करते हैं। जिससे बड़े स्तर पर खाद में कालाबाजारी का संदेह है। कुछ किसानों ने बताया कि गांव में डीएपी खाद 1900 रुपए बोरी तक मिल रही है। मजबूरी में लेना पड़ती है, क्योंकि यहां से चाहे जितनी बोरी मिल जाती है। लाइन में भी नहीं लगना पड़ता है। डीएपी को कोई विकल्प भी नहीं है। इसीलिए, खाद में इसी तरह की गड़बड़ी संभव है। दूसरे दिन भी पेश नहीं किए जा सके कागज वाणिज्यकर अधिकारी आकाश गुप्ता ने बताया कि ट्रक में डीएपी खाद रखा होना ड्राइवर के द्वारा बताया गया है। कागज नहीं प्रस्तुत किए है। गुरुवार को भी किसी भी व्यक्ति, ट्रक संचालक द्वारा दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए गए , इसीलिए अब कार्रवाई की जा रही है। यह भी स्पष्ट नहीं हो सका है कि खाद को कहां से और किस मकसद से ले जाया जा रहा था। रैक आज पहुंचा, ड्राइवर ने कल ही बता दिया था विपणन डीएमओ इंद्रपाल सिंह राजपूत ने बताया कि उन्हें किसी ने भी ट्रक में खाद पकड़े जाने की जानकारी नहीं दी है। आइपीएल डीएपी का रैक गुरुवार को दोपहर में दमोह पहुंचा है, जबकि रात में सरकारी कोई रैक नहीं पहुंचा था। डीएपी दमोह में हैं ही नहीं तो कहां से कैसे लोड होकर जा रही थी, कहा नहीं जा सकता है। राजपूत ने बताया कि आईपीएल डीएपी का रैक दमोह पहुंच चुका है। एक-दो दिन में सभी डबल लॉक केंद्रों पर खाद का वितरण किया जाएगा। कूपन वालों को प्राथमिकता दी जाएगी।

किल्लत के बीच 40 टन खाद से लदा ट्रक पकड़ा, दस्तावेज नहीं

वाणिज्यकर विभाग की टीम ने पकड़ा ट्रक, कोतवाली में रखवाया

दमोह. डीएपी खाद इन दिनों रबी फसल की बोवनी की तैयारी कर रहे किसानों के लिए सोना की तरह है, जिसके लिए वह हर कीमती समय छोडऩे तैयार हैं। जिसकी तस्वीरें बीते दिनों जिले में सामने आ चुकी हैं, लेकिन जिले में उसी खाद को अवैध तरीके से दूसरे जिले में निजी दुकानदारों के पास भेजा जा रहा है। इसका खुलासा बीती रात वाणिज्यकर विभाग की कार्रवाई में खाद का अवैध परिवहन करते हुए पकड़े गए एक ट्रक से हुआ है। जिसमें करीब 40 टन खाद लोड होना बताया गया है। इसके न तो अभी तक कोई दस्तावेज प्रस्तुत किए जा सके हैं और न ही खाद को छुड़ाने कोई पहल हो सकी है। विदित हो कि जिले में बीते एक सप्ताह से एक बोरी डीएपी खाद भी उपलब्ध नहीं है। जबकि ३ हजार से अधिक ऐसे किसान है, जिनके पास खाद प्राप्त करने के कूपन रखे हुए हैं।

प्रकरण में बताया गया है कि बुधवार की देर रात वाणिज्यकर विभाग की टीम जबलपुर रोड पर चेङ्क्षकग लगाए हुई थी। टीम ने इस रोड से जा रहे एक ट्रक को रोका, जिसमें ड्राइवर ने खाद लोड होना बताया। पूछताछ में ड्राइवर ने बताया कि स्टेशन पर खाद का रैक लगा हुआ है, जहां से लोड करके देवेंद्रनगर जिला पन्ना यह खाद ले जा रहे हैं। जिसकी बिल्टी, खाद परिवहन के कागज आदि जब ड्राइवर से मांगे गए थे तो वह उपलब्ध नहीं करा सका। इसके बाद वाणिज्यकर अधिकारी ने संदेह होने पर उक्त खाद से भरे ट्रक को पुलिस अभिरक्षा में सिटी कोतवाली में रखवाया गया। गुरुवार को शाम तक इस खाद के संबंध में कोई भी व्यक्ति दस्तावेज प्रस्तुत करने नहीं पहुंचा है, जिससे पूरा मामला बड़े गड़बड़झाला की ओर इशारा कर रहा है।

जिले के डबल लॉक केंद्रों और समिति स्तर पर पहुंचने वाले डीएपी के वितरण के बाद ही निजी खाद विक्रेता अपना स्टॉक ओपन करते हैं। जिससे बड़े स्तर पर खाद में कालाबाजारी का संदेह है। कुछ किसानों ने बताया कि गांव में डीएपी खाद 1900 रुपए बोरी तक मिल रही है। मजबूरी में लेना पड़ती है, क्योंकि यहां से चाहे जितनी बोरी मिल जाती है। लाइन में भी नहीं लगना पड़ता है। डीएपी को कोई विकल्प भी नहीं है। इसीलिए, खाद में इसी तरह की गड़बड़ी संभव है।

दूसरे दिन भी पेश नहीं किए जा सके कागज

वाणिज्यकर अधिकारी आकाश गुप्ता ने बताया कि ट्रक में डीएपी खाद रखा होना ड्राइवर के द्वारा बताया गया है। कागज नहीं प्रस्तुत किए है। गुरुवार को भी किसी भी व्यक्ति, ट्रक संचालक द्वारा दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए गए , इसीलिए अब कार्रवाई की जा रही है। यह भी स्पष्ट नहीं हो सका है कि खाद को कहां से और किस मकसद से ले जाया जा रहा था।

रैक आज पहुंचा, ड्राइवर ने कल ही बता दिया था

विपणन डीएमओ इंद्रपाल सिंह राजपूत ने बताया कि उन्हें किसी ने भी ट्रक में खाद पकड़े जाने की जानकारी नहीं दी है। आइपीएल डीएपी का रैक गुरुवार को दोपहर में दमोह पहुंचा है, जबकि रात में सरकारी कोई रैक नहीं पहुंचा था। डीएपी दमोह में हैं ही नहीं तो कहां से कैसे लोड होकर जा रही थी, कहा नहीं जा सकता है। राजपूत ने बताया कि आईपीएल डीएपी का रैक दमोह पहुंच चुका है। एक-दो दिन में सभी डबल लॉक केंद्रों पर खाद का वितरण किया जाएगा। कूपन वालों को प्राथमिकता दी जाएगी।

वाणिज्यकर विभाग की टीम ने पकड़ा ट्रक, कोतवाली में रखवाया

दमोह. डीएपी खाद इन दिनों रबी फसल की बोवनी की तैयारी कर रहे किसानों के लिए सोना की तरह है, जिसके लिए वह हर कीमती समय छोडऩे तैयार हैं। जिसकी तस्वीरें बीते दिनों जिले में सामने आ चुकी हैं, लेकिन जिले में उसी खाद को अवैध तरीके से दूसरे जिले में निजी दुकानदारों के पास भेजा जा रहा है। इसका खुलासा बीती रात वाणिज्यकर विभाग की कार्रवाई में खाद का अवैध परिवहन करते हुए पकड़े गए एक ट्रक से हुआ है। जिसमें करीब 40 टन खाद लोड होना बताया गया है। इसके न तो अभी तक कोई दस्तावेज प्रस्तुत किए जा सके हैं और न ही खाद को छुड़ाने कोई पहल हो सकी है। विदित हो कि जिले में बीते एक सप्ताह से एक बोरी डीएपी खाद भी उपलब्ध नहीं है। जबकि ३ हजार से अधिक ऐसे किसान है, जिनके पास खाद प्राप्त करने के कूपन रखे हुए हैं।

प्रकरण में बताया गया है कि बुधवार की देर रात वाणिज्यकर विभाग की टीम जबलपुर रोड पर चेङ्क्षकग लगाए हुई थी। टीम ने इस रोड से जा रहे एक ट्रक को रोका, जिसमें ड्राइवर ने खाद लोड होना बताया। पूछताछ में ड्राइवर ने बताया कि स्टेशन पर खाद का रैक लगा हुआ है, जहां से लोड करके देवेंद्रनगर जिला पन्ना यह खाद ले जा रहे हैं। जिसकी बिल्टी, खाद परिवहन के कागज आदि जब ड्राइवर से मांगे गए थे तो वह उपलब्ध नहीं करा सका। इसके बाद वाणिज्यकर अधिकारी ने संदेह होने पर उक्त खाद से भरे ट्रक को पुलिस अभिरक्षा में सिटी कोतवाली में रखवाया गया। गुरुवार को शाम तक इस खाद के संबंध में कोई भी व्यक्ति दस्तावेज प्रस्तुत करने नहीं पहुंचा है, जिससे पूरा मामला बड़े गड़बड़झाला की ओर इशारा कर रहा है।

जिले के डबल लॉक केंद्रों और समिति स्तर पर पहुंचने वाले डीएपी के वितरण के बाद ही निजी खाद विक्रेता अपना स्टॉक ओपन करते हैं। जिससे बड़े स्तर पर खाद में कालाबाजारी का संदेह है। कुछ किसानों ने बताया कि गांव में डीएपी खाद 1900 रुपए बोरी तक मिल रही है। मजबूरी में लेना पड़ती है, क्योंकि यहां से चाहे जितनी बोरी मिल जाती है। लाइन में भी नहीं लगना पड़ता है। डीएपी को कोई विकल्प भी नहीं है। इसीलिए, खाद में इसी तरह की गड़बड़ी संभव है।

दूसरे दिन भी पेश नहीं किए जा सके कागज

वाणिज्यकर अधिकारी आकाश गुप्ता ने बताया कि ट्रक में डीएपी खाद रखा होना ड्राइवर के द्वारा बताया गया है। कागज नहीं प्रस्तुत किए है। गुरुवार को भी किसी भी व्यक्ति, ट्रक संचालक द्वारा दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए गए , इसीलिए अब कार्रवाई की जा रही है। यह भी स्पष्ट नहीं हो सका है कि खाद को कहां से और किस मकसद से ले जाया जा रहा था।

रैक आज पहुंचा, ड्राइवर ने कल ही बता दिया था

विपणन डीएमओ इंद्रपाल सिंह राजपूत ने बताया कि उन्हें किसी ने भी ट्रक में खाद पकड़े जाने की जानकारी नहीं दी है। आइपीएल डीएपी का रैक गुरुवार को दोपहर में दमोह पहुंचा है, जबकि रात में सरकारी कोई रैक नहीं पहुंचा था। डीएपी दमोह में हैं ही नहीं तो कहां से कैसे लोड होकर जा रही थी, कहा नहीं जा सकता है। राजपूत ने बताया कि आईपीएल डीएपी का रैक दमोह पहुंच चुका है। एक-दो दिन में सभी डबल लॉक केंद्रों पर खाद का वितरण किया जाएगा। कूपन वालों को प्राथमिकता दी जाएगी।