Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कॉफी एक लोकप्रिय पेय पदार्थ (साधारणतया गर्म) है, जो कॉफी के पेड़ के भुने हुए बीजों से बनाया जाता है। कॉफी में कैफीन होने के कारण वह हल्के उद्दीपक सा प्रभाव डालती है। इसके विषय में वैज्ञानिकों का कोई निश्चित मत नहीं हैं। जहां एक ओर कहा जाता है कि कॉफी से शुक्राणुओं की सक्रियता बढ़ती है, वहीं दूसरी ओर कुछ अध्ययनों में यह भी पता चला है कि अधिक कॉफी पीने से मतिभ्रम भी हो सकता है।<strong>इतिहास</strong>माना जाता है कि कॉफी का पौधा सबसे पहले 600 ईस्वी में इथियोपिया के कफा प्रांत में खोजा गया था। एक दंतकथा के अनुसार, एक आलसभरी दोपहर को यह निराला पौधा कलड़ी नामक इथियोपियाई गड़रिए की नजर में तब आया, जब उसने अपने पशुओं के व्यवहार में अचानक चुस्ती और फुर्ती देखी। सारी भेड़ें एक पौधे के गहरे लाल रंग के बीजों को चर रही थीं, जिसके बाद वे पहले से ज्यादा ऊर्जावान और आनंदित लग रही थीं। कलड़ी ने स्वयं भी कुछ बीज खाकर देखे और जल्द ही उसे भी अपनी भेड़ों की तरह अपने भीतर एक ऊर्जा और शक्ति का अनुभव हुआ। बस, यहीं से दुनियाभर में कॉफी के सेवन का प्रचनल शुरू हुआ।