पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Photo: IANS)
Pakistan Ex PM Imran Khan News: पाकिस्तान सरकार (Pakistan Government) के एक प्रमुख मंत्री ने बुधवार को पीटीआई संस्थापक इमरान खान (PTI Founder Imran Khan) को अपने बनिगाला स्थित आवास में स्थानांतरित करने की पेशकश की। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी इस संबंध में लिखित आवेदन दे।
वहीं इस बारे में पीटीआई ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यदि सरकार इस मुद्दे पर अपनी 'गंभीरता' प्रदर्शित करती है तो इस प्रस्ताव पर विचार किया जा सकता है।
इमरान को अगस्त 2023 में कई कानूनी मामलों में गिरफ़्तार किया गया था।, जिनके बारे में उनका दावा है कि वे "राजनीति से प्रेरित" थे। शुरुआत में उन्हें अटक जेल (Pakistan Attock Jail) में रखा गया था और 26 सितंबर 2023 से उन्हें अदियाला जेल में रखा गया है।
हम न्यूज पर अस्मा शिराजी के टॉक-शो में उपस्थिति में केंद्रीय संसदीय मामलों के मंत्री तारिक फजल चौधरी ने सुझाव दिया कि इमरान खान को बनिगाला स्थानांतरित किया जा सकता है, जहां पीटीआई के नेता और उनके परिवार के सदस्य उनसे रोजाना मिल सकते हैं।
डॉन से बात करते हुए तारिक फजल चौधरी ने कहा कि अदियाला जेल में 8,000 कैदी हैं और वे भी पीटीआई संस्थापक और उनकी राजनीतिक गतिविधियों के कारण पीड़ित हैं।
मंत्री ने आगे कहा, "अगर वे आवेदन जमा करते हैं तो हम उन्हें स्थानांतरित करने के लिए तैयार हैं। वहां पीटीआई नेता उनसे मिल सकते हैं और दिन-रात लूडो और अन्य खेल खेल सकते हैं।"
उन्होंने कहा कि इमरान खान को रिहा नहीं किया जा सकता, लेकिन उन्हें उनके बनिगाला स्थित आवास को उप-जेल घोषित करके वहां स्थानांतरित किया जा सकता है।
पीटीआई को इमरान खान को अदियाला से बनिगाला स्थानांतरित करने के लिए एक लिखित आवेदन प्रस्तुत करना चाहिए ताकि और हम उन्हें स्थानांतरित कर सकेंगे।"
पीटीआई के दिग्गज नेता और नेशनल असेंबली के पूर्व स्पीकर असद कैसर ने डॉन से कहा कि हालांकि उन्हें इस तरह के प्रस्ताव की जानकारी नहीं है, लेकिन अगर सरकार गंभीरता दिखाए तो इस पर विचार किया जा सकता है।
हालांकि उन्होंने कहा, "मुझे पूरा आभास है कि सरकार इस प्रस्ताव से पीछे हट जाएगी। अगर यह गंभीर पेशकश है तो हम पार्टी के भीतर अपनी कानूनी टीम के साथ-साथ इमरान खान के साथ भी इस प्रस्ताव पर चर्चा कर सकते हैं। अगर खान साहब इसकी मंज़ूरी दे देते हैं तो हम निश्चित रूप से लिखित आवेदन जमा कर देंगे।"
एक प्रश्न के उत्तर में कैसर ने कहा कि पीटीआई संस्थापक दो साल से अधिक समय से जेल में हैं और कानूनी तौर पर वह जमानत के हकदार हैं। अगर सरकार गंभीर है तो उसे न्यायपालिका पर से दबाव हटा देना चाहिए और ज़मानत स्वीकार कर लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सद्भावना के तौर पर सरकार को पीटीआई नेताओं और परिवार के सदस्यों को जेल में खान से मिलने की अनुमति देनी चाहिए ताकि घटनाक्रम आगे बढ़ सके।
गौरतलब है कि जनवरी 2024 में पीटीआई संस्थापक की पत्नी बुशरा बीबी ने तोशाखाना मामले में 14 साल कैद की सजा सुनाए जाने के बाद अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था। बाद में उन्हें उनके पति के बनिगाला स्थित आवास में स्थानांतरित कर दिया गया जिसे उप-जेल घोषित कर दिया गया था। हालाँकि बुशरा ने आरोप लगाया कि उन्हें वहां जहर दिया गया था।
बुशरा ने बाद में इस्लामाबाद उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था, जिसके बाद पिछले साल मई में उन्हें बनिगाला स्थित आवास से वापस अदियाला जेल स्थानांतरित करने का आदेश दिया।
बुशरा बीबी को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने इमरान खान से मिलने की अनुमति दे दी। इमरान की बहन अलीमा खान भी जेल में उनसे मिलने जाती हैं लेकिन कोर्ट के आदेश के बावजूद कई बार उन्हें पुलिस ने मिलने से रोक दिया। बैरिस्टर सलमान अकरम राजा, ज़हीर अब्बास और नईम हैदर पंजुथा सहित उनकी कानूनी टीम के सदस्य अक्सर उनसे मिलने आते रहे हैं। अदालत द्वारा अनुमोदित आगंतुक सूची के अनुसार, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम स्वाति, हामिद खान और उमर अयूब जेल में उनसे मुलाकात करते रहे हैं। इस बारे में इमरान खान के बेटों कासिम और सुलेमान ने संयुक्त राष्ट्र में अपील की है और कुछ महीने पहले अमेरिका में ट्रम्प के एक सहयोगी से मुलाकात की है।
Published on:
23 Oct 2025 04:11 pm
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