
राइजिंग राजस्थान के आयोजन में शामिल प्रवासी बिजनेस मैन। (फोटो: सोशल मीडिया.)
Rajasthan Business Groups India: राजस्थान अपनी ऐतिहासिक विरासत के साथ-साथ एक व्यवसायिक शक्ति के रूप में उभरा है। मारवाड़ी खामोशी से बिजनेस करते हैं और तनावों व विवादों से दूर रहते हैं। तेलंगाना में मारवाड़ी गो बैक (Marwari go back) आंदोलन बिजनेस के लिए तनाव और विवाद का कारण बन गया है। अपनी धरती अपने प्रवासी बिजनेसमैन के माध्यम से राजस्थान में निवेश लाने के लिए राइजिंग राजस्थान (Rising Rajasthan)आयोजन के माध्यम से राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) ने 4.50करोड़ के एमओयू किए हैं। इस प्रदेश के उद्योगपतियों और व्यापार समूहों (Rajasthan Business Groups India) ने न केवल राष्ट्रीय, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बनाई है। ये ग्रुप्स राजस्थान से लेकर पूरे भारत की अर्थव्यवस्था को लाभ पहुँचा रहे हैं—चाहें वह रोजगार हो, एक्सपोर्ट, निवेश या सांस्कृतिक पर्यटन फील्ड ही क्यों न हो। परंपरावादी सोच से आगे बढ़ते इन ग्रुपों ने आधुनिक भारत में राजस्थान की गौरवगाथा लिखी है। आइए, जानते हैं इतिहास से वर्तमान तक के कुछ प्रमुख नजरअंदाज नहीं किए जा सकने वाले प्रमुख उद्योगपति और उनके समूह के नाम:
कुमार मंगलम बिड़ला आदित्य बिड़ला ग्रुप के अध्यक्ष हैं, जिन्होंने भारत की औद्योगिक लहर को नई ऊँचाइयों पर पहुंचाया।
लक्ष्मी निवास मित्तल इस्पात उद्योग की दुनिया में अग्रणी नाम है, जिन्होंने वैश्विक स्तर पर भारत का नाम चमकाया।
महात्मा गांधी के दत्तक पुत्र जमनालाल बजाज परिवार से संबंधित बजाज समूह के प्रमुख राहुल बजाज, दो-पहिया वाहनों के अग्रणी निर्माता और उद्योग जगत के सम्मानित नेता।
बिग बाज़ार और फ्यूचर ग्रुप के फाउंडर किशोर बियानी रिटेल क्षेत्र में क्रांति लाए।
पीरामल ग्रुप के प्रमुख अजय पीरामल ने सेहत और व्यापार में अपना साम्राज्य खड़ा किया।
मॉडर्न ग्रुप के संस्थापक एच. एस. रांका ने बाड़मेर व भीलवाड़ा से इन्सुलेटिंग उद्योगों में नाम कमाया।
गोविंदराम सेक्सारिया "कॉटन किंग" के नाम से मशहूर हैं और,टेक्सटाइल और रियल एस्टेट में अग्रणी नाम है।
जयपुर रग्स के संस्थापक नंद किशोर चौधरी ने हथकरघा कलाकारों को वैश्विक मंच प्रदान किया और लगभग 150 करोड़ रुपये की वार्षिक आय हासिल की।
मिराज ग्रुप के अध्यक्ष मदन पालीवाल का व्यवसाय मनोरंजन, सिनेमा और रेस्तरां क्षेत्रों में फैला हुआ है।
बांसवाड़ा सिंटेक्स लिमिटेड एशिया का सबसे बड़े सिलाई रेशा (यार्न) उत्पादकों में से एक अहम नाम है, जिनका वार्षिक टर्नओवर करीब 1300 करोड़ रुपये से अधिक है।
HRH Group of Hotels : महाराणा मेवाड़ की खानदानी होटल सीरीज HRH Group of Hotels राजस्थान की विरासत व पर्यटन में एक अहम नाम है।
RSWM (LNJ Group) : राजस्थान के प्रमुख वस्त्र उत्पादक समूह RSWM (LNJ Group) ने भारत में फैब्रिक निर्माण में बड़ा योगदान दिया है।
RK Marble Company: जैसलमेर की प्रसिद्ध 'येलो मार्बल' की पैदावार करने वाला अग्रणी निर्यातक कंपनी का नाम RK Marble Company है।
बहरहाल हीरे जवाहरात ,रिटेल, इस्पात और हस्तशिल्प तक—राजस्थान के व्यापार जगत ने विविधता के साथ आर्थिक शक्ति का निर्माण किया है। नंदकिशोर चौधरी के जयपुर रग्स (Jaipur Rugs) ने 40,000 कारीगरों को वैश्विक बाजारों से जोड़ा और 150 करोड़ रुपये का वार्षिक व्यापार साम्राज्य कायम किया है। जवाहरात के क्षेत्र में भी ऐसे बहुत से उदाहरण हैं। राजस्थान ने वित्तीय वर्ष 2023‑24 में हीरे व जवाहरात क्षेत्र में विदेशों को कुल 11,183 करोड़ रुपये के उत्पाद निर्यात किए हैं। तेलंगाना के नागरिकों और व्यापारियों और मारवाड़ी गो बैक के आंदोलनकारियों को समझना चाहिए कि वे राजस्थानी व्यापारियों के योगदान को समझें।
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Published on:
22 Aug 2025 10:43 pm
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