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चार सालों में एमएसएमई कंपनियों को दी 1,400 करोड़ से अधिक की सब्सिडी : स्टालिन

चेन्नई. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने गुरुवार को कहा कि एमएसएमई राज्य के औद्योगिक विकास का इंजन हैं और पिछले चार वर्षों में राज्य सरकार ने 19,000 से अधिक एमएसएमई कंपनियों को विभिन्न श्रेणियों में 1,400 करोड़ रुपए से अधिक की सब्सिडी प्रदान की है। उनकी सरकार ने 2008 में देश में पहली बार […]

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चेन्नई. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने गुरुवार को कहा कि एमएसएमई राज्य के औद्योगिक विकास का इंजन हैं और पिछले चार वर्षों में राज्य सरकार ने 19,000 से अधिक एमएसएमई कंपनियों को विभिन्न श्रेणियों में 1,400 करोड़ रुपए से अधिक की सब्सिडी प्रदान की है। उनकी सरकार ने 2008 में देश में पहली बार एमएसएमई के लिए एक अलग नीति जारी की थी। हमने 2022 में तमिलनाडु के लिए विशेष रूप से एक अलग ऋण गारंटी योजना भी शुरू की है और अब तक 7,578 करोड़ रुपए से अधिक के ऋण दिए है।

सीएम अंबत्तूर इंडस्ट्रियल एस्टेट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित पांच दिनी मशीन टूल्स प्रदर्शनी एसीएमईई 2025 के उद्घाटन पर बोल रहे थे। पांच दिवसीय प्रदर्शनी, उद्योग को आधुनिक बनाने और भारत में निवेश को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए मशीन टूल तकनीक में नवीनतम पर केंद्रित है।

नए हब की मांग

कार्यक्रम में बोलते हुए, अंबत्तूर इंडस्ट्रियल एस्टेट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष आरएसएस सतीश बाबू ने कहा कि औद्योगिक हब में विभिन्न विनिर्माण क्षेत्रों की 2,000 से अधिक कंपनियां हैं और इसने 3.5 लाख से अधिक लोगों के लिए रोजगार पैदा किया है। उन्होंने कहा, “इस साल पहली बार एसीएमईई 2025 में हम पीएसयू, रक्षा और रेलवे संगठनों के लिए क्रेता-विक्रेता बैठक भी कर रहे हैं।”

उन्होंने अंबत्तूर इंडस्ट्रियल एस्टेट के विस्तार का समर्थन करने की मांग रखी। उन्होंने कहा, हम व्यापार के बढ़ते अवसरों को देख रहे हैं, लेकिन उन्हें पूरा करने की क्षमता नहीं है। सतीश बाबू ने अंबत्तूर औद्योगिक एस्टेट के 50 किलोमीटर के भीतर और लगभग 1,000 एकड़ में फैले एक नए केंद्र के निर्माण का सीएम से अनुरोध किया।"

सीएम ने दिया आश्वासन

सीएम ने कहा कि वे अनुरोध पर विचार करेंगे और एमएसएमई से तमिलनाडु के औद्योगिक विकास में मदद करने के लिए नए जमाने की तकनीकों को अपनाने का आग्रह किया। एसीएमईई 2025 का विषय ‘स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग से परे’ है और यह उत्पादन प्रक्रियाओं की निगरानी के लिए मशीनरी में सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग, विनिर्माण को स्वचालित करने और विनिर्माण दक्षता में सुधार के लिए डेटा एनालिटिक्स के उपयोग पर ध्यान केंद्रित करेगा। लाइव प्रदर्शन, तकनीकी सत्र और उत्पाद लॉन्च भी होंगे। इस अवसर पर सीएम का सम्मान करने के साथ ही स्मारिका का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम में विभागीय मंत्री टी. एम. अन्बरसन भी मौजूद थे।