नई दिल्ली। मंगोलिया के राष्ट्रपति खुरेलसुख उखना ने अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ संसद भवन का दौरा किया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मकर द्वार पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। प्रतिनिधिमंडल ने संसद भवन की वास्तुकला की भव्यता, कलात्मक शालीनता, और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की प्रशंसा की, जबकि उन्होंने नए संसद भवन में प्रदर्शित भारत की जीवंत लोकतांत्रिक परंपराओं को देखा।
दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय वार्ता भी की। बिरला ने कहा कि भारत और मंगोलिया के बीच रक्षा, स्वास्थ्य, सूचना प्रौद्योगिकी, और आर्थिक सहयोग में व्यापक संभावनाएं हैं। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध डेमोक्रेसी, धर्म और डेवलपमेंट के सिद्धांतों के आधार पर मजबूत हो रहे हैं। भारत और मंगोलिया इतिहास से लेकर आध्यात्मिक विरासत तक कई सामान्य परंपराओं को साझा करते हैं। बिरला को यह जानकर खुशी हुई कि भारत और मंगोलिया अपने राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। साझा बौद्ध विरासत के बारे में बात करते हुए बिरला ने कहा कि भगवान बुद्ध की शिक्षाएं कालातीत, शाश्वत और प्रासंगिक हैं।
बिरला ने देश में सभी क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाए जाने के बारे में भी बात की। उन्होंने सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से महिलाओं के प्रतिनिधित्व को बढ़ावा देने के लिए हाल के वर्षों में हुई महत्वपूर्ण प्रगति का उल्लेख करते हुए बताया कि भारत के संविधान में जमीनी स्तर के प्रतिनिधि निकायों में महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण का प्रावधान है, और कुछ राज्यों ने इसे बढ़ाकर 50 फीसदी कर दिया है। इसके अतिरिक्त बिरला ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम का भी उल्लेख किया। वहीं खुरेलसुख उखना ने कहा कि तेजी से बढ़ रही आर्थिक शक्ति के रूप में भारत विश्व शांति में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
Published on:
15 Oct 2025 01:10 pm
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