नई दिल्ली/पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ पर्यवेक्षक व राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बिहार के चुनाव के नतीजे केवल बिहार तक सीमित नहीं है, बल्कि देश के भविष्य की दिशा तय करने वाले साबित होंगे।
गहलोत ने यह बातें पटना में पत्रकार वार्ता में कही। इस दौरान गहलोत, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश, अधीर रंजन चौधरी समेत बिहार के नेताओं ने बीस साल विनाशकाल’ पर आधारित बुकलेट का विमोचन किया। गहलोत ने कहा कि पिछले बीस वर्षों में बिहार में सुशासन की भारी कमी रही है। नीतीश कुमार बार-बार पाला बदलते रहे, जिसके कारण राज्य में ठोस और निरंतर शासन नहीं हो पाया। बिना गुड गवर्नेंस के विकास, समस्याओं का समाधान और इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण संभव नहीं होता। यही कारण है कि बिहार सभी क्षेत्रों में पिछड़ गया है और उसकी दुर्दशा आज सबके सामने है।
गहलोत ने कहा कि डिप्टी सीएम और मंत्रियों पर खुलेआम तथ्यात्मक आरोप हैं, फिर भी किसी का इस्तीफा नहीं हो रहा। ऐसा लगता है मानो प्रधानमंत्री ने यह नीतिगत निर्णय ले लिया है कि चाहे कुछ भी हो, किसी मंत्री का इस्तीफा नहीं लिया जाएगा। लोकतंत्र में यह प्रवृत्ति अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री ने बिहार को 50 हजार करोड़ से लेकर 1.25 लाख करोड़ रुपए तक की सहायता की बात कही थी, लेकिन उसका धरातल पर कोई प्रभाव नहीं दिखता।
Published on:
10 Oct 2025 11:53 am
बड़ी खबरें
View Allनई दिल्ली
दिल्ली न्यूज़
ट्रेंडिंग