घूमने निकलते थे 5 दोस्त, 4 गठरियों में लौटे (फोटो: पत्रिका)
Balotra-Sindhari Highway Accident: ‘निशब्द… हादसे गवाह हैं जिंदगी का कोई भरोसा नहीं।‘ जैसलमेर हादसे में जलकर खाक हुई बस का फोटो लगाकर दिलीप सिंह ने मोबाइल पर यह स्टेटस लगाया था। उसे क्या पता था कि ऐसा ही कोई हादसा उसके साथ भी होने वाला है, जिसमें उसके खास चार दोस्त सदा के लिए जुदा हो जाएंगे।
सिणधरी मेगा हाईवे पर सड़ा सरहद के पास बुधवार देर रात लगभग 1:15 बजे उनकी स्कॉर्पियो सामने से आ रहे ट्रेलर से टकरा गई। टक्कर लगते ही स्कॉर्पियो की बैटरी फट गई, जिससे आग लग गई। ट्रेलर के डीजल से आग और विकराल हो गई। हादसे में दिलीप सिंह के चार दोस्त मोहनसिंह राजपूत (32), शंभूसिंह (21), प्रकाश मेघवाल (23) व पांचाराम देवासी (24) की जिंदा जलने से मौत हो गई, जबकि वह खुद लगभग 45 प्रतिशत झुलस गया। उसे जोधपुर रेफर किया गया है। पांचों दोस्त डाबड़ गांव के निवासी थे। सभी रात करीब 10 बजे गुड़ामालानी से निकले और सिणधरी में एक होटल में खाना खाया। इसके बाद रात करीब 1 बजे गांव लौटते समय हादसा हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार स्कॉर्पियो लॉक थी, जिसके चलते न तो युवक बाहर आ पाए और न ही कोई उनकी मदद कर सका। जैसे-तैसे चालक साइड का फाटक खोला। लेकिन तब तक दिलीपसिंह के अलावा चारों युवकों की जिंदा जलने से मौत हो चुकी थी। दिलीप ने 14 माह पहले ही गाड़ी खरीदी थी। दिलीप गुड़ामालानी निजी महाविद्यालय का पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष है।
पुलिस ने क्षतिग्रस्त वाहनों को सड़क किनारे हटवाया और स्कॉर्पियो को चौकी में खड़ा किया। वृत्ताधिकारी नीरज शर्मा ने बताया कि चारों युवकों के शव इतनी बुरी तरह जल गए कि उन्हें गठरियों में समेटना पड़ा। डीएनए जांच के बाद ही शव परिजन को सौंपे जाएंगे।
दिलीपसिंह के मित्र हनी ने बताया कि सभी दोस्त बुधवार रात घूमने निकले थे। गुड़ामालानी चौराहे पर उन्होंने चाय पी और हनी को भी साथ चलने को कहा लेकिन उसने काम होने के कारण मना कर दिया। रात करीब 12 बजे दोस्तों ने वीडियो कॉल में बताया कि वे सिणधरी से लौट रहे हैं। कुछ देर बाद ही हादसे की खबर आई।
Updated on:
17 Oct 2025 10:17 am
Published on:
17 Oct 2025 08:00 am
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