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11 राज्यों के लिए संपर्क का काम करने वाला पार्वती पुल और सडक़ बदहाल

कस्बे के नजदीक में बह रही पार्वती नदी की पुलिया की सडक़ वर्तमान में खस्ताहाल स्थिति में है। इस पुलिया का निर्माण तकरीबन 32 वर्षों पहले किया गया था। वर्तमान में इस पुलिया की हालत इतनी बुरी है कि दुर्घटना होने के साथ साथ वाहन चालकों को जनहानि होने का भी डर सताने लगा है।

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बारां

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Mukesh Gaur

Oct 16, 2025

कस्बे के नजदीक में बह रही पार्वती नदी की पुलिया की सडक़ वर्तमान में खस्ताहाल स्थिति में है। इस पुलिया का निर्माण तकरीबन 32 वर्षों पहले किया गया था। वर्तमान में इस पुलिया की हालत इतनी बुरी है कि दुर्घटना होने के साथ साथ वाहन चालकों को जनहानि होने का भी डर सताने लगा है।

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राष्ट्रीय राजमार्ग 27 का मामला : 32 वर्ष पुरानी पुलिया की मरम्मत पर नहीं दे रहे ध्यान

किशनगंज. कस्बे के नजदीक में बह रही पार्वती नदी की पुलिया की सडक़ वर्तमान में खस्ताहाल स्थिति में है। इस पुलिया का निर्माण तकरीबन 32 वर्षों पहले किया गया था। वर्तमान में इस पुलिया की हालत इतनी बुरी है कि दुर्घटना होने के साथ साथ वाहन चालकों को जनहानि होने का भी डर सताने लगा है।

आस पास क्षेत्र के जानकर व्यक्ति तो क्षतिग्रस्त पुलिया पर बचकर सफर करते नैं, परंतु नए मुसाफिरों को इसका पता नहीं होता, वे अक्सर इससे परेशान होते हैं। इसके बाद भी जिम्मेदार लोगों द्वारा इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। जबकि इस सडक़ पर कई बार बड़े हादसे भी हुए हैं। फिर भी जिम्मेदारों की ये चुप्पी जनता के लिए दुख का कारण बनती जा रही है। नेता के आगमन पर अधिकारी पुलिया पर पैचवर्क कर देते हैं, उस समय तो काम चल जाता है। कुछ दिन बाद वही ढाक के तीन पात वाली हालत हो जाती है। पुलिया सडक़ की स्थायी मरम्मत नहीं की जा रही। इस क्षतिग्रस्त पुलिया पर रात के समय ज्यादा खतरा बना रहता है। कस्बा निवासी पूर्व सरपंच सतेन्द्र धाकड़ ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग 27 की इस पुलिया की सडक़ को मरम्मत की जरूरत है। यह राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरात को असम से जोड़ता है। इस तरह से यह 11 राज्यों के लिए संपर्क सडक़ का काम करती है। इसके बाद भी इसकी मरम्मत पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। अगर इस पुलिया पर पुराने तारकोल को निकालकर फिर से पेवर कराया जाए तो ही राहत मिल सकती है। लोगों का कहना है कि पैचवर्क कार्य में लाखों रुपए सरकार के खर्च होते है, यह काम 2 माह भी नहीं चल पाता। तो ऐसे में ना तो राहगीरों को राहत मिलती हे और न ही क्षेत्र का विकास हो पाता है। वाहनचालकों ने बताया कि बारां से किशनगंज की ओर से जब आते हे ओर पुलिया के प्रारंभ छोर पर पुलिया ने जमीन से भी दूरी बनाना प्रारंभ कर दिया है। इससे किसी दिन बड़ी दुर्घटना होने का खतरा और ज्यादा बढ़ गया है।

समय रहते अगर जिम्मेदार नहीं जागे तो किसी दिन बड़ा हादसा होना तय है। वाहन चालकों ने यह भी बताया कि ऐसे मार्ग से होकर अपनी जान को जोखिम में डालकर गुजरना, अपने वाहन को भी जर्जर करना, फिर ऊपर से फतेहपुर टोल प्लाजा का टैक्स देना, यह तो कोई बात नहीं हुई। उन्होंने कहा कि या तो इस पुलिया का पुन: निर्माण हो ओर निर्माण होने तक टोल को फ्री किया जाए। एनएचआई के संभागस्तरीय अधिकारी ने बताया कि पुलिया का कार्य आगामी 3 माह में हो जाएगा, जैसा कि जनता चाहती है, काम उस प्रकार ही होगा। इसके लिए हमारे द्वारा कार्य को प्रारंभ भी कर दिया गया है। लोगों को इस परेशानी से ओर इस समस्या से बहुत जल्द राहगीरों को निजात मिलेगा।