हाल ही में जयपुर में हुई बैठक में इस मुद्दे को लेकर चर्चा की गई। इसमें विभिन्न शिक्षक संगठनों के पदाधिकारियों से सुझाव लिए गए। मामले को लेकर शिक्षक संगठनों के जिला स्तरीय पदाधिकारी भी मिलीजुली प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कुछ संगठन इसका स्वागत कर रहे हैं तो कुछ वर्तमान में जुलाई से शुरू होने वाले शिक्षा सत्र को ही सही बता रहे हैं।
नया कदम : नामांकन बढ़ाने के लिए शिक्षा सत्र 1 अप्रेल से शुरू करने की कवायद
बारां. शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों में बच्चों का नामांकन बढ़ाने के लिए एक बार फिर शिक्षा सत्र 1 अप्रेल से शुरू करने की कवायद की जा रही है। हालांकि फिलहाल इस तरह का निर्णय कर उसे लागू किए जाने के आदेश-निर्देश जिला स्तर तक नहीं पहुंचे है, लेकिन हाल ही में जयपुर में हुई बैठक में इस मुद्दे को लेकर चर्चा की गई। इसमें विभिन्न शिक्षक संगठनों के पदाधिकारियों से सुझाव लिए गए। मामले को लेकर शिक्षक संगठनों के जिला स्तरीय पदाधिकारी भी मिलीजुली प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कुछ संगठन इसका स्वागत कर रहे हैं तो कुछ वर्तमान में जुलाई से शुरू होने वाले शिक्षा सत्र को ही सही बता रहे हैं।
पहले भी हुए थे प्रयास
मार्च में होगी परीक्षा और निकलेंगे परिणाम
सूत्रों ने बताया कि सरकार का प्रयास है कि चालू सत्र (2025-26) की सभी वार्षिक परीक्षाएं 25 मार्च तक आयोजित कर 31 मार्च तक परिणाम घोषित कर दिए जाए। इसके तहत कक्षा 9 से 12 की अर्धवार्षिक परीक्षाएं 20 नवंबर से 2 दिसंबर तक तथा वार्षिक परीक्षाएं 10 मार्च से 25 मार्च तक आयोजित करने का प्रस्ताव है। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं 12 फरवरी से 12 मार्च 2026 के बीच कराई जा सकती है। इसी तरह पांचवीं बोर्ड और आठवीं बोर्ड परीक्षा भी 20 मार्च 2026 तक कराई जा सकती है। इसके बाद 1 अप्रेल से नया शिक्षा सत्र शुरू होगा।
वैसे वर्षों पहले भी इस तरह के प्रयास किए गए थे, लेकिन बाद में उसे टालना पड़ा। इस बार सरकार के स्तर पर और अधिक गंभीरता से प्रयास किए जा रहे है। इसके तहत हाल ही में जयपुर में हुई उच्च स्तरीय बैठक को इस दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। इससे शिक्षा जगत में चर्चा शुरू हो गई है। हालांकि इस प्रस्ताव को नवीन शैक्षणिक सत्र (2026-27) 01 अप्रेल 2026 से शुरू करने में काफी चुनौतियां रहेगी।
शिक्षण सत्र 1 अप्रेल से शुरू करने के लिए शिक्षक संगठनों के साथ बैठक हो चुकी है। इससे विद्यार्थियों को 40 दिन अधिक शिक्षण समय मिलेगा। बाधित पढ़ाई की भरपाई हो सकेगी। बोर्ड परीक्षाएं फरवरी-मार्च में होगी तो परिणाम भी जल्दी आ सकेगा। बीच में गैप नहीं रहेगा। अप्रेल में सीधे नए सत्र की शुरुआत होगी। पुस्तक वितरण व मूल्यांकन कार्यक्रम भी पुनर्गठित किया जा सकेगा।
गजराज, प्रदेश उपाध्यक्ष, शिक्षक संघ रेस्टा
अप्रेल से सत्र प्रारम्भ करने से विद्यार्थियों को हानि अधिक लाभ कम होगा। विद्यार्थी परीक्षा के बाद छूट्टी, स्वछन्द और स्वतंत्र वातावरण से दूर होंगे। खेलकूद से शारीरिक विकास होता है, यह रूकेगा। विद्यार्थी तनाव में रहेंगे। विद्यालयों में संसाधनों की कमी होती हैं, फिर गर्मी अध्ययन कार्य में बाधक होती है। विद्यालय को निजी की तर्ज पर नामांकन बढऩे से लाभ होगा।
भूपेन्द्र माथोडिय़ा, संरक्षक, राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत)
शिक्षा सत्र 1 अप्रेल से शुरू करने की तैयारी की जा रही है। यह सरकार का स्वागत योग्य कदम है। यह निर्णय शिक्षण में समयबद्धता और गुणवत्ता सुनिश्चित करेगा। निजी एवं राजकीय स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया एकसी होगी। हमारा आग्रह है कि विद्यालयों में सभी आवश्यक तैयारियां मार्च माह में ही पूर्ण कर ली जाएं, ताकि नए सत्र की शुरूआत सुचारु और प्रभावी रूप से हो सके।
श्याम बाबू मेहता जिलाध्यक्ष, राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय)
Published on:
16 Oct 2025 10:14 pm
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