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ट्रंप ने की भारत और चीन की तुलना, कह दी यह बात…

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में भारत और चीन की तुलना की है। क्या कहा ट्रंप ने? आइए जानते हैं।

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भारत

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Tanay Mishra

Oct 23, 2025

Donald Trump compares India and China

Donald Trump compares India and China (Photo - Video screenshot)

अमेरिका (United States Of America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) अक्सर ही अपनी बयानबाजी की वजह से सुर्ख़ियों में बने रहते हैं। जनवरी में दूसरी बार अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद से ही ट्रंप काफी एक्टिव हैं और दुनियाभर के कई मुद्दों पर बयान देने से पीछे नहीं हटते। अमेरिकी राष्ट्रपति अक्सर ही भारत (India) और चीन (China) के बारे में भी बयान देते रहते हैं। हाल ही में ट्रंप ने भारत और चीन की तुलना की।

ट्रंप का पुराना राग, भारत करेगा रूस से तेल खरीदना बंद

ट्रंप ने भारत के बारे में बात करते हुए पत्रकारों को बताया, "जैसा कि आप जानते हैं, भारत ने मुझे बताया है कि वो रूस (Russia) से तेल खरीदना बंद करने जा रहे हैं। हालांकि यह एक प्रोसेस है। आप ऐसे ही रूस से तेल खरीदना बंद नहीं कर सकते। साल के अंत तक भारत रूस से तेल खरीदना पूरी तरह बंद कर देगा। भारत की रूस से तेल खरीद 0% हो जाएगी। भारत के साथ स्थिति बहुत अच्छी रही है। कल मेरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) से बात हुई। वह बहुत महान हैं।"

गौरतलब है कि भारत की तरफ से यह साफ कर दिया जा चुका है कि रूस से तेल की खरीद को बंद करने के विषय में पीएम मोदी और ट्रंप की कोई बातचीत नहीं हुई है।

चीन है भारत से अलग

ट्रंप ने चीन के बारे में बात करते हुए कहा, "चीन, भारत से थोड़ा अलग है। रूस के साथ चीन के संबंध थोड़े अलग हैं। ये संबंध कभी अच्छे नहीं रहे, लेकिन जो बाइडन और बराक ओबामा की वजह से चीन और रूस को एक साथ आने पर मजबूर होना पड़ा। उन्हें कभी भी एक साथ आने पर मजबूर नहीं होना चाहिए था। चीन और रूस दोस्ताना नहीं हो सकते। वो भले ही दोस्ताना होंगे, लेकिन मुझे उम्मीद है कि ऐसा नहीं हो सकता। बाइडन और ओबामा ने ऊर्जा और तेल के मुद्दे पर उन्हें एक साथ आने पर मजबूर किया। वो सामान्य से ज़्यादा करीब हैं। मैं चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से शायद इस बारे में बात करूंगा। मैं उनसे असल में इस बारे में बात करूंगा कि हम रूस-यूक्रेन युद्ध कैसे खत्म करें, चाहे वो तेल के ज़रिए हो, ऊर्जा के ज़रिए हो या किसी और चीज़ के ज़रिए। मुझे लगता है कि वह मेरी बात सुनेंगे।"