हिण्डौनसिटी . समीप के गांव लीलोटी के हार में पैंथर के आने से ग्रामीणों में डर का माहौल बना है। कई दिन से क्षेत्र में घूम रहे पेंथर ने आधा दर्जन श्वान आदि जानवरों का शिकार कर लिया है। पेड़ों पर मृत जानवरों के अवशेष देख ग्रामीण इंसानों पर हमले की आशंका से दहशत में आ गए है। ग्रामीणों ने पेंथर का रेस्क्यू करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इसके बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई, लेकिन पेंथर नजर नहीं आया।
बझेडा पंचायत के लीलोटी के हार में सुबह खेतों में पैंथर के पगमार्क दिखे। ग्रामीण विकास लीलोटी और दसरथ ने बताया कि दो सप्ताह से क्षेत्र मे पेंथर के गांव के पहाड़ी क्षेत्र व हार में घूमने से ग्रामीणों को खेतों की ओर जाने से हमले का खतरा बना हुआ है। इन दिनों खेतों में बाजरा की बुवाई का कार्य चल रहा है। ऐसे में लोग 8 से 10 जनों के समूह में खेतों पर चौकसी से पहुंच रहे हैं। ग्रामीण लोकेश मीणा ने बताया कि रात में पैंथर गांव में आबादी क्षेत्र में आकर श्वान, भेड़ व बकरी आदि को हमला कर उठा ले जाता है। और पेड़ पर बैठ कर निवाला बनाता है। सुबह लोगों ने खेतों के पास पेड़ों की टहनियों पर मृत जानवरों के अवशेष नजर आते हैं। सूचना पर सुबह गांव में करौली से वन विभाग की टीम पेंथर के रेस्क्यू के लिए गांव में पहुंच गई। दिन ठहरने के दौरान हार में पैंथर का मूवमेंट नहीं दिखा। ग्रामीणोंं ने वनकर्मियों को खेतों में पेंथर के पगमार्ग दिखाए, जो हार से बस्ती तक बने हुए थे। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि पैंथर का पकड़वाने की मांग को लेकर वे करौली पहुंच कलक्टर को ज्ञापन देंगे। प्रदर्शन के दौरान हरिचरण, कल्ला, जितेंद्र, ख़ुशीराम, अतरसिंह, कुलदीप, जयसीराम, लाला,विनोद,नवीन सहित अनेक ग्रामीण मौजूद रहे।