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Rajasthan: फिर छलका एशिया में मिट्टी से बना पहला बांध, 2 गेट खोलकर पानी की निकासी शुरू

पानी की खूब आवक होने से पांचना बांध के 2 गेट खोलकर 1332 क्यूसेक जल निकासी की जा रही है।

pachana dam
Photo- Patrika Network

मानसून की मेहरबानी ने इस बार भी करौली जिले को खूब भिगोया है। इसके चलते न केवल बांध-तालाब लबालब हैं, बल्कि वहीं जिले का सबसे बड़ा पांचना बांध भी खूब छलक रहा है। पानी की खूब आवक होने से इस मानसून सीजन में अब तक पांच बार पांचना बांध के गेट खोलकर गंभीर नदी में पानी की निकासी करनी पड़ी है।

6-6 इंच खोले 2 गेट

फिलहाल पांचना बांध के 2 गेट खोलकर की जा रही है। जिससे 1332 क्यूसेक जल निकासी हो रही है। बांध के गेट नंबर 3 और 4, 6-6 इंच खोले हुए हैं। बांध का जल स्तर 258.25 मीटर और वाटर इनफ्लो 1100 क्यूसेक पहुंचा है। बांध का उच्चतम जल भराव स्तर 258.62 मीटर है। 2 अगस्त को बांध का जलस्तर 257.90 मीटर होने पर गेट बंद किए गए थे । लेकिन, बांध में पानी की आवक के चलते जल स्तर बढ़ने पर फिर गेट खोले गए हैं।

विशेष बात यह है कि अभी तक पांचना से इतना पानी छोड़ा जा चुका है कि बांध की कुल भराव क्षमता के अनुसार बांध दो बार लबालब हो जाता। जल संसाधन विभाग के अनुसार पांचना बांध से इस मानसून सीजन में अब तक 2611 एमसीएफटी पानी की निकासी गंभीर नदी में की जा चुकी है।

मानसून का दौर जारी

गौरतलब है कि पांचना बांध की कुल भराव क्षमता 2100 एमसीएफटी है। यानि कुल भराव क्षमता से अधिक पानी की तो अब तक गंभीर नदी में निकासी हो चुकी है और अभी मानसून का लम्बा दौर बाकी है। गंभीर नदी के जरिए यह पानी भरतपुर के भरतपुर के केवलादेव राष्ट्रीय पक्षी उद्यान (घना) तक पहुंचा है।