9 अगस्त 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

ई-पेपर

ई-पेपर

करौली

No video available

मुख्यमंत्री ने किया था लोकार्पण: 4.86 करोड़ से बने भवन में सुविधाओं का टोटा, 6 माह बाद भी शुरू नहीं उपयोग

हिण्डौनसिटी. राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के पास बने कन्या महाविद्यालय भवन का मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा वर्चुअल लोकार्पण करने के 6 माह बाद भी उपयोग नहीं हो पा रहा है। साढ़े चार करोड़ रुपए की लागत से बने नवीन परिसर में समुचित सुविधाएं कायम नहीं करने से छात्राएं स्नातकोत्तर महाविद्यालय के चार कक्षों में पढ़ने को मजबूर हैं। स्थिति यह है कि मुयद्वार से भवन तक एप्रोच रोड नहीं बनाने से कीचड़ भरी राह में कक्षाओं तक पहुंचा दुश्वार है। ऐसे में नोडल प्राचार्य ने जिला कलक्टर को पत्र लिखकर राज्य सरकार से स्वीकृत राशि का शेष रही सुविधाएं जुटाने में उपयोग करने को पत्र लिखा है।

हिण्डौनसिटी. राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के पास बने कन्या महाविद्यालय भवन का मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा वर्चुअल लोकार्पण करने के 6 माह बाद भी उपयोग नहीं हो पा रहा है। साढ़े चार करोड़ रुपए की लागत से बने नवीन परिसर में समुचित सुविधाएं कायम नहीं करने से छात्राएं स्नातकोत्तर महाविद्यालय के चार कक्षों में पढ़ने को मजबूर हैं। स्थिति यह है कि मुयद्वार से भवन तक एप्रोच रोड नहीं बनाने से कीचड़ भरी राह में कक्षाओं तक पहुंचा दुश्वार है। ऐसे में नोडल प्राचार्य ने जिला कलक्टर को पत्र लिखकर राज्य सरकार से स्वीकृत राशि का शेष रही सुविधाएं जुटाने में उपयोग करने को पत्र लिखा है।

दरअसल तीन वर्ष पहले खोले राजकीय कन्या महाविद्यालय भवन के लिए राज्य सरकार ने 6 करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे। जिला प्रशासन ने राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के खेल मैदान में से आवंटित 8 बीघा भूमि पर सार्वजनिक निर्माण विभाग के जरिए 4 करोड़ 86 लाख रुपए की लागत भवन निर्माण का जयपुर की केबीएस इंटरप्राइजेज कपनी को कार्यादेश दिया। सार्वजनिक निर्माण विभाग तैयार तकमीना के आधार कपनी ने 10 माह की तय अवधि से तीन गुने समय में भवन तैयार कर दिया। बीते माह अधिग्रहण के लिए निरीक्षण करने पर महाविद्यालय प्रशासन को नवीन कॉलेज परिसर व भवन में कई जरूरी सुविधाएं नहीं होने का पता चला।

निर्माण एजेंसी व सार्वजनिक निर्माण विभाग के अभियंताओं ने निरीक्षण में कम बताई सुविधाओं के निर्माण तकमीने में शामिल नहीं होना बता कर पल्ला झाड़ लिया और कन्या कॉलेज भवन की नोड़ल महाविद्यालय प्राचार्य को सुपुर्दगी देती है। मुय द्वार से भवन तक पहुंचने की सपर्क सड़क नहीं होने से नए परिसर में कन्या कॉलेज का स्थानांतरण नहीं किया जा सका है। इसके लिए नोडल प्राचार्य डॉ. पप्पूराम कोली ने कलक्टर को पत्र भेज भवन के लिए स्वीकृत बजट में शेष रही करीब 1 करोड़ 14 लाख रुपए की राशि से कन्या कॉलेज भवन शेष रहे कार्य कराने की मांग की है।

चार कमरों में संचालित हो रहा कॉलेज: राजकीय कन्या महाविद्यालय का तीन सत्र से कॉलेज राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में संचालित है। सत्र 2021-22 से संचालित कन्या महाविद्यालय की कक्षाओं के लिए चार कक्ष आवंटित हैं। वहीं पीजी कॉलेज के संसाधनों का भी उपयोग किया जा रहा है। वर्तमान सत्र में 200 सीटों की तुलना में 159 छात्राएं प्रथम वर्ष में अध्ययनरत हैं। स्नातक के तीनों वर्ष में छात्रा संया 350 है। नए सत्र में अब 200 छात्राएं प्रवेश लेंगी।

निर्माणाधीन भवन का कराया लोकार्पण
सूत्रों के अनुसार कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय की 90 फीसदी से अधिक निर्माण पूर्ण होने की रिपोर्ट पर राज्य सरकार का एक वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर मुयमंत्री ने 12 जनवरी को कन्या कॉलेज भवन का जयपुर से वर्चुअल कार्यक्रम में लोकार्पण कर दिया। लेकिन निरीक्षण के दौरान मिली कमियां अभी भी अपूर्ण व सुविधाओं का टोटा है।

कॉलेज फंड से बनवा रहे राह

महाविद्यालय सूत्रों के अनुसार नवीन महाविद्यालय भवन का उपयोग करने के लिए कॉलेज फंड से रास्ते का निर्माण कराना पड़ रहा है। जिससे मुय द्वार से भवन तक सुगमता से पहुंचा जा सके। इसके लिए करीब एक लाख रुपए लागत से मिट्टी व कंकड़ डलवाए जा रहे हैं। बाद में सीसी या इंटरलॉकिंग सड़क निर्माण कराया जाएगा।

इनका कहना है

कन्या महाविद्यालय के लिहाज से भवन के कई जरुरी सुविधाएं नहीं है। सबसे बड़ी दिक्कत मुय द्वार से एप्रोच रोड नहीं होना है। बारिश में कीचड़-पानी से अटे परिसर में भवन तक पहुंचना दुश्वार है। स्वीकृत बजट में से शेष रही राशि के उपयोग के लिए लिखा है।

प्रो. डॉ. पप्पूराम कोली, नोड़ल प्राचार्य राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, हिण्डौनसिटी