हिण्डौनसिटी. शहर को कचरा मुक्त कर स्वच्छ बनाने के लिए राज्य सरकार की ओर भेजे ऑटो टिपर वाहन मरमत के अभाव में कबाड़ हो रहे हैं। एक दर्जन ऑटो टिपरों के कंडम होने पर दो वर्ष से अग्निशमन केन्द्र में खड़ा किया हुआ है। ऐसे में नगर परिषद क्षेत्र के आधे वार्डों में ही घर-घर कचरा संग्रहण कर स्वच्छ भारत का नारा बुलंद हो पर रहा है।
दरअसल वर्ष 2016 में स्वच्छ भारत मिशन के तहत घर-घर कचरा संग्रहण के लिए 16 ऑटो टिपर (कचरा संग्रहण वाहन) नगर परिषद में उपलब्ध कराए गए थे। तत्कालीन सभापति अरविंद जैन के कार्यकाल में ठेका पर चालक रख ऑटो टिपरों का संचालन किया गया। बाद में स्वायत्त शासन निदेशालय के माध्यम से आठ ऑटो टिपर की और खरीद होने से शहर के कचरा संग्रहण वाहनों की संया 24 हो गई। समय पर मरमत व समुचित देखरेख नहीं होने से पचास फीसदी ऑटो टिप्पर खराब हो चुके हैं। कंडम स्थिति में होने से 10 ऑटो टिपर को प्रदलाद कुण्ड स्थित अग्निशमन केन्द्र में खड़ा करवाया हुआ है। जबकि दो ऑटो टिपर अन्यत्र खड़े किए हुए हैं। ऐसे में साठ वार्डों के नगर परिषद क्षेत्र में घर-घर कचरा संग्रहण के लिए महज 12 ऑटो टिपर संचालित हैं। नतीजतन शहर के कई इलाकों में कचरा संग्रहण का कार्य ठप पड़ा है।
संचालित टिपर भी बदहाल: घर-घर-कचरा संग्रहण के लिए 24 में से संचालित 12 ऑटो टिपरों की भी की स्थिति दयनीय बनी हुई है। सूत्रों के अनुसार, इन वाहनों की मरमत के लिए न तो पर्याप्त बजट है और न ही समय पर कार्रवाई की जा रही है। कई टिपरों का फर्श टूटा होने लोगों द्वारा डाला कचरा घर के बाहर सडक़ पर ही बिखर जाता है।
एक ऑटो टिपर पर तीन वार्ड: नगर परिषद सूत्रों के अनुसार वार्डों की संया और शहर के विस्तार के मुताबित ओटो टिपर उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे में शहर के घनी अबादी क्षेत्र के वार्डों में ही घरों से संग्रहण रहा है। इसके चलते एक ऑटो टिपर चालक को औसत तीन वार्डों में घर-घर कचरा संग्रहण का जिमा है।
अधिकांश ऑटो टिपर खराब पड़े हैं। 10-12 वाहन नगर परिषद के कुछेक वार्डों में संचालित हैं। मेरे वार्ड में ही कचरा संग्रहण के लिए वाहन नहीं आता है। घर-घर कचरा संग्रहण का कार्य सभी वार्डों में नहीं चल रहा है।
दिनेश चंद सैनी, नेता प्रतिपक्ष नगर परिषद, हिण्डौनसिटी
ऑटो टिपरों की स्थिति को देख कर मरमत करवाई जाएगी। अग्निशमन केन्द्र में खड़े वाहनों को मरमत के लिए कपनी की वर्कशॉप में भेजा जाएगा। इसके लिए उच्चाधिकारियों को भी लिखा गया हुआ है।
हेमराज गुर्जर, एसडीएम व कार्यवाहक आयुक्त, हिण्डौनसिटी