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हिण्डौनसिटी. समुचित देखरेख व समय रहते मरम्मत नहीं होने से शहर में कई वर्ष पहले बनीं सडक़ें बदहाल हो गई हैं। नई कॉलोनियों से लेकर पुरानी आबादी क्षेत्र के मोहल्लों और बाजारों में उधड़ी सडक़ों पर लोगों का सुगम आवागमन मुहाल हो रहा है। सारसंभार नहीं होने से बारिश में सडक़ों की हालत और बिगडऩे से समस्या के बढऩे आशंका है। स्थित यह है कि शहर के आंतरिक रास्तों से लेकर प्रमुख मार्गों की सडक़े गड्ढों के घावों से अछूती नहीं हैं। जर्जर हाल सडक़ों से लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है। गड्ढों भरे रास्तों से निकलने में लोग आए दिन गिर कर चोटिल हो रहे हैं।
दरअसल बीते वर्ष मानसून सीजन में अतिवृष्टि व काफी दिनों तक रास्तों में जलभराव होने से सडक़ें क्षतिग्रस्त हो गई थी। बारिश के दौर के बाद उस दौरान मोर्ररम व मिट्टी आदि डाल कर गड्ढों कर भराव कर दिया है। फौरी मरम्मत कार्य ज्यादा दिन नहीं टिका और सडक़ें फिर से बदहाल हो गई। स्थिति यह है कि प्रमुख रास्तों सहित पॉश कॉलोनियों में टूटी व धंसी सडक़ों व गड्ढ़ों की नियमानुसार मरम्मत नहीं कराई जा रही है। जिम्मेदार के अधिकारियों ने अनदेखी से बदहाल राहें मरम्मत के मरहम की बाट जोह रहीं हैं। पॉश कॉलोनी मोहन नगर से लेकर बाजार तक सीसी सडक़ों में जगह -जगह गड्ढ़े बने हैं। सबसे खराब स्थिति सूरौठ पैलेस के सामने से निकल रही जिला चिकित्सालय व बयाना मार्ग की लिंक सडक़ की है। इसमें आए दिन बाइक सवार असंतुलित होकर गिरकर चोटिल होते हैं । जिला चिकित्सालय के सामने तहसील रोड पर काफी बड़े स्थान में सडक़ धंस गई है। कमाबेश यहीं स्थिति उपखंड अधिकारी कार्यालय के सामने की है। जहां दो वर्ष बाद भी सीवर चेम्बर की मिट्टी धंसने से टूटी सडक़ की मरम्मत नहीं हो सकी है। बड़ी बाखर मोहल्ले में भी मुख्य सडक़ उधड़ी हुई है। डेम्परोड बाजार व सराफा बाजार में वर्षों पहले बनी सडक़ में कदम कदम पर गड्ढे बन गए हैं। बयानिया पाड़ा, धाकड पोठा बाजार में भी सडक़ उधड़ी पड़ी है। गौरतलब है कि अधिकांश सडक़ें गत सरकार के कार्यकाल की होने से संवेदक भी गारंटी अवधि पूरी होना बता कर पल्ला झाड़ रहे हैं।
पेंचकर्क नहीं, कंकड़ों से भरते गड्ढे-
शहर में क्षतिग्रस्त हुई सीसी सडक़ों की सीमेंट कंक्रीट से मरम्मत नहीं हुई है। परिषद की ओरसे मिट्टी व कंकड़ डाल कर गड्ढों का भराव कर वाहनों का आवागमन सुगम कर दिया जाता है। जरा सी बारिश या जलभराव होने पर कंकड-मिट्टी के बहने से फिर से गहरे गड्ढे बनने हालत जस की तस बन जाती है।
करौली मार्ग पर टूटी सडक़
करौली मार्ग पर सीसी सडक़ के कई स्थानों पर टूटने व सडक़ की दोनों लेने के बीच में खाली स्थान दुर्घटना का सबब बना हुआ है। सरस डेयरी के पास दोनों लेनों पर सडक़ का काफी बड़ा हिस्सा टूटा हुआ हैै। करीब दो वर्ष से टूटी सडक़ की मरम्मत नहीं हुई है। सार्वजनिक निर्माण विभाग व आरएसआरडीसी एक दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं।
दुकानदारों ने खुद कराया सडक़ निर्माण
कई वर्षों से सडक़ की समस्या से जूझ रहे अग्रसेन क्लॉथ मार्केट के दुकानदारों को आखिर खुद के खर्चे सडक़ा निर्माण कराया पड़ा है। करीब 8 माह पहले बाजार बंद रख धरना देने पर नगर परिषद के अधिकारियों ने सडक़ निर्माण कराने की बात कही थी। लेकिन बजट का टोटा बताने से व्यापारियों को ही बीड़ा उठाना पड़ा है। गत वर्ष कटरा बाजार में भी 8-10 दुकानदारों ने स्वयं के खर्चे पर सडक़ निर्माण कराया था।
पब्लिक के बोल-
शहर में सडक़ों की स्थिति खराब है। जगह-जगह गड्ढे बने होने से रास्ते ऊबड खाबड़ से हो गए हैं। जल्द सुबह व देर शाम बुजुर्गों का आवाजाही करना मुश्किल भरा है। मंदिर नहीं जा पाते हैं। बारिश में पानी भरने पर परेशानी और बढ़ जाती है।
राधेश्याम अग्रवाल
हनुमान टाकीज के पास, हिण्डौनसिटी
जाट की सराय में रास्तों कर स्थिति बहुत खराब है। वर्षों से नई सडक़ का निर्माण नहीं हुआ है। न ही मरम्मत कराई गई है। पहले बारिश में भरी परेशानी झेली थी। अब फिर से मानसून आने को है। समस्या के प्रति कोई गंभीर नहीं है।
गोविंद सिंह बेनीवाल
जाट की सराय, हिण्डौनसिटी
जिला चिकित्सालय के सामने की सडक़ बदहाल है। रोगी वाहन हिचकौले खाते हुए पहुंचते हैं। सीवर लाइन की खुदाई के बाद तरीके से मिट्टी का भराव नहीं होने से सडक़ धंस रही हैं। लोगों को आवागमन में परेशानी होती है। कमाबेश शहर ही अधिकांश कॉलोनियों में यही हाल है।
डॉ. केके अरोड़ा
मोहन नगर, हिण्डौनसिटी.
इनका कहना है
बजट के अभाव में नई सडक़ों का निर्माण व मरम्मत कार्य नहीं हो पाया है। सरकार से बजट जारी होने के साथ ही शहर के वार्डों में जरुरत के हिसाब से सडक़ें बनवाई जाएंगी। जो सडक़ें गारंटी अवधि में हैं, उनके बारे में संबंधित संवेदक से देखरेख के लिए कहा जाएगा।
ब्रजेश कुमार जाटव, सभापति
नगर परिषद हिण्डौनसिटी.