गोविंद सिंह पटेल, गाडरवारा विधायक श्री गोविंद सिंह पटैल का जन्म एक मई 1948 को गाडरवारा के समीप बेलखेड़ी गांव में जीवनलाल पटैल के घर हुआ। जीवनलाल पटैल के पुत्र गोविंद ने दहलवाड़ा में प्राथमिक स्तर की शिक्षा पूरी की सालीचौका हाईस्कूल से 1965 में मेट्रिक करने के बाद सरदार वल्लभ भाई पटैल पॉलीटेक्रीक कॉलेज से वर्ष 1968-69 में सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया। लेकिन इंजीनियरिंग करने के बाद भी उन्होंने किसान पुत्र होने का कर्तव्य निभाया एवं कृ़षि कार्य को चुना। 1985 में गृहग्राम बेलखेड़ी से निर्विरोध सरपंच निर्वाचित हुए। 1990 से 98 तक कौरव महासभा के विभिन्न पदों पर रहे। 1990 से 97 तक किसान संघर्ष समिति के सचिव रहे।
इन्हे वर्ष 1998 में भारतीय जनता पार्टी का जिलाध्यक्ष बनाया गया। इसके उपरांत वर्ष 2003 के विधानसभा चुनाव में इन्हे पहली बार गाडरवारा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा का टिकट मिला। जिसमें उन्होंने कांग्रेस की तत्कालीन विधायक साधना स्थापक को 25606 मतों से कुल मतों के 51.71 प्रतिशत मत लेकर हराया। चुनाव जीत कर वह पहली बार विधायक बने। यह भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सहित पार्टी के अनेक पदों पर रहे।
तदोपरांत वर्ष 2008 के चुनाव में भी भाजपा ने इन्हे उम्मीदवार बनाया। जिसमें यह 6067 मतों से साधना स्थापक से पराजित हो गए। लेकिन प्रदेश में भाजपा की सरकार होने से क्षेत्र में इनकी पूछ परख बनी रही। वर्ष 2013 के चुनाव में भाजपा ने पुन: तीसरी बार इन्ही पर भरोसा जताया तथा यह 25,343 वोटों से निर्दर्लीय सुनीता पटैल को हराकर दूसरी बार विधायक बने। क्षेत्र में कक्काजी के नाम से लोकप्रिय सहज सरल गोविंद सिंह पटेल इस बार भी लोगों के संपर्क में हैं। 70 वर्ष की आयु में भी इनकी चुस्ती फुर्ती देखते ही बनती है।