मुहूर्त ट्रेडिंग के बारे में जानें सबकुछ (Image: Perplexity)
Muhurat Trading 2025: यूं तो निवेश कभी भी किया जा सकता है लेकिन शुभ मुहूर्त पर किए गए निवेश को ज्यादा फलदायक माना जाता है। यही वजह है कि दिवाली यानी लक्ष्मीपूजन वाले दिन शेयर बाजार भी एक घंटे के लिए खुलता है।
Muhurat Trading: इस एक घंटे के स्पेशल सेशन को ‘मुहूर्त ट्रेडिंग’ नाम दिया गया है। निवेशकों के बीच मुहूर्त ट्रेडिंग काफी लोकप्रिय है। अधिकांश निवेशक इस मौके पर कुछ न कुछ निवेश जरूर करते हैं। यह मुहूर्त नए निवेशकों के लिए भी शुभ माना जाता है। चलिए मुहूर्त ट्रेडिंग के बारे में विस्तार से जानते हैं।
मुहूर्त ट्रेडिंग के इतिहास में जाने से पहले यह जान लेते हैं कि इस बार मुहूर्त ट्रेडिंग का शुभ योग कब बन रहा है। पिछली बार की तरह इस बार भी लक्ष्मीपूजन की तिथि को लेकर कंफ्यूजन रहा है। पूरा देश 20 अक्टूबर को लक्ष्मीपूजा करेगा। हालांकि, शेयर बाजार में इस दिन कारोबार होगा और 21 अक्टूबर को छुट्टी होगी। इसलिए मुहूर्त ट्रेडिंग 21 यानी मंगलवार को होगी। इस बार मुहूर्त ट्रेडिंग के समय में भी बदलाव हुआ है। आमतौर पर मुहूर्त ट्रेडिंग शाम के समय होती है, लेकिन इस बार मुहूर्त दोपहर का निकला है। दोपहर 1:45 बजे से लेकर 2:45 तक मुहूर्त ट्रेडिंग होगी।
दीपावली का पांच दिनों का त्योहार हर कार्य के लिए शुभ माना जाता है और इसमें निवेश भी शामिल है। निवेशकों के बीच मान्यता है कि मुहूर्त ट्रेडिंग पर की गई खरीदारी लाभ देकर जाती है। कुछ निवेशक इस दिन खरीदे गए शेयरों को प्रॉफ़िट कमाकर बेच देते हैं, जबकि कुछ गुड लक के तौर पर उन्हें अपने पोर्टफोलियो का हिस्सा बनाए रखते हैं।
मुहूर्त ट्रेडिंग का पिछला रिकार्ड निवेशकों के इस विश्वास को मजबूत करता है कि यह लाभ कमाने का दिन है। 2008 के वित्तीय संकट के दौरान भी इस मौके पर मार्केट उछाल के साथ बंद हुआ था। पिछले साल यानी 2024 की बात करें, तो मुहूर्त ट्रेडिंग पर सेंसेक्स ने 335.06 अंक और निफ्टी ने 99 अंकों की मजबूती हासिल की थी। एक अच्छी बात यह है कि इस दिन निवेशक खरीदारी में यकीन रखते हैं बिकवाली में नहीं, इसलिए आमतौर पर मार्केट का मिजाज सकारात्मक रहता है।
शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा दशकों पुरानी है। दीपावली के मौके पर स्टॉकब्रोकर या व्यापारी चोपड़ा पूजन यानी लेजर पूजन के साथ ही नए बही-खाते खोलते हैं। इसे एक नई शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। इसी परंपरा को ध्यान में रखते हुए 1957 में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) ने मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत की और 1992 में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने भी इसे अपनाया। बता दें कि बीएसई देश का सबसे पुराना एक्सचेंज है जिसकी स्थापना 9 जुलाई, 1857 को हुई थी। जबकि एनएसई 1992 में अस्तित्व में आया। तभी से दोनों एक्सचेंज हर साल लक्ष्मीपूजन के मौके पर एक घंटे का स्पेशल सेशन आयोजित करते आ रहे हैं।
स्टॉक मार्केट एक्सपर्ट अभिषेक शुक्ला का कहना है कि जिस तरह दीपावली पर पटाखे चलाना शगुन माना जाता है, ठीक वैसे ही मुहूर्त ट्रेडिंग निवेश का शगुन है। लिहाजा, इस मौके पर कुछ न कुछ खरीदारी करनी चाहिए, लेकिन सावधानी भी बेहद जरूरी है। अभिषेक शुक्ला के अनुसार, ऐसे स्टॉक्स में निवेश करें, जिनकी बैलेंसशीट अच्छी है। लार्ज कैप, निफ्टी-50, निफ्टी-100 कंपनियों में निवेश किया जा सकता है। उदाहरण के तौर पर ऐसे कंपनियां जिनका हमारे दैनिक जीवन से सीधा जुड़ाव है, उनके स्टॉक को पोर्टफोलियो में शामिल करना बेहतर रहेगा। क्योंकि ऐसी कंपनियों में जोखिम बहुत कम रहता है।
अभिषेक शुक्ला का कहना है कि फेस्टिवल के जोश में उत्साहित होकर बाजार में पैसा लगाने से बचें। मुहूर्त ट्रेडिंग पर चुनिंदा स्टॉक्स ही खरीदें। बाजार में क्वांटिटी नहीं क्वालिटी मायने रखती है। पैनी स्टॉक्स से दूरी बनाए रहें, सस्ते शेयर आकर्षक जरूर लगते हैं लेकिन वो बड़े नुकसान की वजह भी बन सकते हैं। शुक्ला का यह भी कहना है कि मुहूर्त ट्रेडिंग पर इंट्राडे ट्रेडिंग से परहेज करना चाहिए, क्योंकि इस मौके पर मार्केट में वॉल्यूम ज्यादा नहीं होता। अच्छे स्टॉक्स चुनें और उन्हें शगुन के तौर पर लंबी अवधि के लिए संभालकर रखें।
मुहूर्त ट्रेडिंग के मौके पर खासकर युवा निवेशकों को सलाह देते हुए अभिषेक शुक्ला ने कहा कि शेयर बाजार में किस्मत नहीं बल्कि कौशल काम आता है। आजकल के युवा किस्मत और अधूरे ज्ञान के सहारे बाजार में कूद जाते हैं और उन्हें लगता है कि वो एक घंटे में पूरे साल की कमाई कर सकते हैं, लेकिन ऐसा होता नहीं है। मार्केट में उतरने से पहले रिसर्च और आवश्यक ज्ञान हासिल करना जरूरी है।
ब्रोकरेज फर्म समय-समय पर निवेशकों को टिप्स देती रहती हैं। मुहूर्त ट्रेडिंग के मौके पर भी कुछ फर्म ने ऐसे स्टॉक्स बताए हैं, जिन पर दांव मुनाफा लेकर आ सकता है। Semco और जेएम फाइनेंशियल ऐसे स्टॉक्स की एक लिस्ट जारी की है, चलिए इन पर एक नज़र डालते हैं।
Updated on:
19 Oct 2025 04:26 pm
Published on:
19 Oct 2025 03:54 pm
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