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आपकी बात: किताबें पढ़ने को प्रेरित करने के लिए किस तरह के प्रयासों की जरूरत है?

पाठकों ने इस पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं दी हैं, प्रस्तुत हैं पाठकों की चुनिंदा प्रतिक्रियाएं

2 min read

जयपुर

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Opinion Desk

Sep 30, 2025

दिलचस्पी बढ़ानी होगी
जब से मोबाइल, लैपटाप और अन्य गैजेट्स का प्रयोग होने लगा है। बच्चे किताबों से दूर होते जा रहे हैं। किताबों से रुझान बढ़ाने के लिए बच्चों की मोबाइल से दूरी कुछ कम कर पुस्तकों के प्रति दिलचस्पी बढ़ानी होगी। - संजय डागा, हातोद

ई-लाइब्रेरी खोलनी चाहिए
किताबें पढ़ने वाले किताब प्रेमियों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। सरकार को किताबें पढ़ने को प्रेरित करने के लिए हर वार्ड, सार्वजनिक क्षेत्रों में सर्वसुविधायुक्त ई-लाइब्रेरी केंद्र खोलनी चाहिए और यहां पर किताब प्रेमियों के लिए ई-लाइब्रेरी किताबें उपलब्ध कराई जानी चाहिए। किताबें लोग निशुल्क घर ले जा सकें, ऐसी व्यवस्था सरकार को करनी चाहिए। - आलोक वालिम्बे, बिलासपुर

अच्छे साहित्य पर चर्चा करें
आज के डिजिटल युग में पुस्तकें पढ़ने के लिए प्रेरित करने के लिए जहां भी आप लोगों के साथ बैठे जैसे परिवार और सोसाइटी में किताबों को पढ़ने से होने वाले लाभों को बताया जाए कि इनसे मिलने वाला ज्ञान स्थायी होता है। अच्छे साहित्य के चर्चा करें। अच्छे लोगों की जीवनी छोटे से लेकर बड़ों तक को प्रेरणा देती है। पढ़ने की आदत को बनाने के लिए अन्य कामों की तरह इसे रोजाना अपनाएं। - निर्मला वशिष्ठ, अलवर

सुविधाएं जुटाने की जरूरत
रोचक पुस्तकें, आपसी चर्चा में कहानी, पाठ, डिजिटल माध्यमों से ई-बुक उपलब्धता और प्रेरक व्यक्तित्वों के अनुभव साझा करने की संस्कृति से पुस्तक पढ़ने की आदत को बढ़ावा दिया जा सकता है। किताबें पढ़ने की आदत जगाने के लिए पुस्तकालयों की पहुंच आसान बनानी होगी, परिवार व स्कूलों में पढ़ने का माहौल बनाना होगा। - अमृतलाल मारू, इंदौर

व्यक्तिगत स्तर पर प्रयास करने चाहिए
किताबें पढ़ने की आदत और प्रेरणा जगाने के लिए व्यक्तिगत से लेकर सामाजिक स्तर पर प्रयास करने चाहिए। शुरुआत उन्हीं विषयों से करनी चाहिए, जिसमें दिलचस्पी हो। हल्की-फुल्की किताबें जैसे कहानियों की किताबें पढ़ें। फिर धीरे-धीरे गंभीर और ज्ञानवर्धक साहित्य की किताबें पढ़नी चाहिए। किताबें पढ़ते समय यह सोच रखनी चाहिए कि इससे हमारी भाषा सुधरेगी ज्ञान बढ़ेगा और आत्मविश्वास बढ़ेगा। बच्चे परिवारजनों माता-पिता को किताबें पढ़ते देखकर प्रेरित होते है, इसलिए घर में किताबें पढ़ने का माहौल बनाना चाहिए। इसके साथ-साथ परिवार में पढ़ी गई किताबों या कहानियों पर चर्चा करनी चाहिए, जिससे पढ़ने में मजा आएगा, पढ़ने का स्थान आरामदायक और शांतिपूर्ण होना चाहिए बच्चों को समझना चाहिए कि सबसे अच्छा दोस्त किताबें होती है वह हमारा ज्ञान बढ़ाती हैं। - मोदिता सनाढ्य, उदयपुर