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गांवों की सरकार के लिए चुनाव चिन्ह तय, चौपालों पर बहस

राज्य निर्वाचन आयोग ने शुरू की तैयारी

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Election symbols for village governments decided, debates held at Chaupals

Election symbols for village governments decided, debates held at Chaupals

प्रदेश में पंचायत राज के पुर्नगठन का प्रारूप तैयार हो गया है। हालांकि राज्य सरकार की ओर से अभी तक गठन की मंजूरी नहीं मिली है। लेकिन राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत राज चुनाव नए साल में कराने को लेकर तैयारी शुरू कर दी है और अभ्यर्थियों के लिए चुनाव चिंह भी जारी कर दिए हैं। ऐसे में भीलवाड़ा जिले के गांवों की चौपालों से लेकर चाय की थड़ियों और बाजारों तक चुनावी चर्चाएं शुरू हो गई हैं। हालांकि पंचायतों में सरंपच ही प्रशासक की जिमेदारी संभाले हुए हैं। राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव को लेकर इस बार जिला प्रमुख, प्रधान, उप प्रधान, सरपंच व वार्ड पंच पद के मुक्त उमीदवारों के लिए कई रोचक प्रतीक तय किए हैं, जो इन दिनों चर्चा में हैं।

पंचायती चुनाव में कुल आठ दल

आयोग ने चुनाव में शामिल होने वाले राष्ट्रीय दलों की सूची भी जारी की है। सूची में भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, बसपा, माकपा व नेशनल पीपुल्स पार्टी शामिल हैं। राज्यीय दल में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी व भारत आदिवासी पार्टी शामिल है।

निर्दलीयों के लिए 20 चुनाव चिंह तय

जिला परिषद के प्रमुख, उप प्रमुख, प्रधान तथा पंचायत समितियों के प्रधान व उप प्रधान एवं पंचायत समिति सदस्य के चुनाव के लिए अभ्यर्थियों के लिए कुल 20 मुक्त प्रतीकों की सूची जारी की है। इसमें बिजली का खंभा, बक्सा, फ्राक, तकिया, चप्पलें, कोट व चारपाई जैसे चुनाव चिंह शामिल हैं। जिला परिषद सदस्य के लिए हरी मिर्च, चक्की, अंगूर, फूलगोभी, जूता, आरीद्व स्कूल का बस्ता, कैंची आदि चुनाव चिंह मुक्त अभ्यर्थियों के लिए रहेंगे।

रोचक बने हुए प्रतीक चिंह

सरपंच पद के उमीदवारों को भी इस बार कुछ अनोखे चुनाव चिंह मिले हैं। इनमें प्रेस, स्लेट, केतली, सोफा, हेलमेट, लेडीज पर्स, लैटर बॉक्स, सिरिंज, टायर, प्रेशर कूकर, कैमरा व पानी का टैंक जैसे प्रतीक शामिल हैं।

500 ग्राम पंचायत के लिए हो सकेंगे चुनाव

राज्य सरकार जिले में तीन नई और पंचायत समिति गठित करने का निर्णय ले चुकी है। इसके साथ 121 नई ग्राम पंचायतों का गठन भी होने जा रहा है। राज्य सरकार के पुर्नगठन को मंजूरी मिलते ही जिले में पंचायत समितियों की संया 13 से बढ़कर 16 हो जाएगी। जबकि ग्राम पंचायतें 379 से बढ़कर 500 हो जाएगी। इन क्षेत्रों में अब वार्ड पार्षद और पालिका अध्यक्ष के चुनाव होंगे।