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आशा की किरण डे-केयर सेंटर: थैलेसीमिया बच्चों को हर साल नि:शुल्क एक हजार यूनिट रक्त व दवाइयां उपलब्ध

सेंटर पर 50 बच्चे उपचाराधीन- बोन मैरो ट्रांसप्लांट से चार साल का नील होगा रोग मुक्त

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आबूरोड. थैलेसीमिया डे-केयर सेंटर ।

आबूरोड. थैलेसीमिया डे-केयर सेंटर ।

आबूरोड. शहर के निकट तलहटी क्षेत्र में संचालित थैलेसीमिया डे-केयर सेंटर थैलेसीमिया ग्रस्त बच्चों के लिए आशा की किरण बना हुआ है। आठ साल पहले स्थापित सेंटर पर 50 बच्चे उपचाराधीन है, जो नि:शुल्क बेहतर इलाज, देखभाल व काउंसलिंग के दम पर स्वस्थ जीवन व्यतीत करते हुए पढ़ाई कर रहे हैं। हाल में सेंटर के एक बच्चे को मां का बोन मैरो ट्रांसप्लांट ऑपरेशन सफल रहा। अब यह बालक इस रोग से मुक्त होगा।

रक्त, जांच, दवाइयों की मुफ्त सुविधा :

ब्रह्माकुमारी संस्था के अस्पताल में संचालित सेंटर में राजस्थान, गुजरात व मध्य-प्रदेश के विभिन्न जिलों के रोग से ग्रस्त बच्चों के लिए हर साल करीब एक हजार यूनिट रक्त, जांचें व दवाइयों की नि:शुल्क व्यवस्था की जा रही है। आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों के लिए सेंटर पर आने व जाने का खर्च वहन किया जा रहा है। सेंटर के संचालन पर हर महीने करीब तीन लाख रुपए खर्च हो रहे हैं। अस्पताल प्रबंधन सेंटर पर उपचार से बच्चों के चेहरे पर जो मुस्कान, जोश और उत्साह दिखाई दे रहा है, उससे खुश है।

इनका मिल रहा सहयोग

डॉ. प्रताप मिड्ढा के निर्देशन में संचालित डे-केयर सेंटर पर संकल्प इंडिया फाउंडेशन की ओर से थैलेसीमिया बच्चों के लिए नि:शुल्क दवाइयां व अस्पताल में चल रहे रोटरी इंटरनेशनल ब्लड बैंक से नि:शुल्क रक्त उपलब्ध करवाया जा रहा है। रामप्रसाद बाकलीवाल ट्रस्ट की ओर से रोजाना नि:शुल्क खाद्य सामग्री व प्ले रूम की व्यवस्था की गई है। सेंटर पर विशेषज्ञों की ओर से बच्चों की नियमित काउंसलिंग की जाती है, जिससे उनका मनोबल नहीं टूटे।

नील को बोन मैरो ट्रांसप्लांट

सेंटर पर उपचाराधीन सिरोही निवासी चार साल के बालक नील सगरवंशी, उसके माता-पिता व अन्य परिजनों की नि:शुल्क एचएलए जांच करवाई। 15 दिन पहले अहमदाबाद में मां ने लाडले को बोन मैरो डोनेट किया। जिसका चिकित्सकों ने ट्रांसप्लांट किया। इसमें संकल्प फाउंडेशन ने आर्थिक सहयोग प्रदान किया। अब नील इस रोग से मुक्त होगा। यहीं नहीं सेंटर पर करीब 12 साल से इलाजरत हर्षद परिहार ने इस साल नीट परीक्षा क्रेक की। उसका बांसवाड़ा राजकीय मेडिकल कॉलेज में प्रवेश हो गया। अब वह डॉक्टर बनेगा।

डे-केयर सेंटर पर थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को रक्त, दवाइयां, जांच समेत अन्य सुविधाएं नि:शुल्क उपलब्ध है। कार्य में अस्पताल प्रबंधन के साथ विभिन्न संगठन सहयोग कर रहे हैं।

धर्मेंद्रसिंह, सेंटर को-ऑर्डिनेटर एवं ब्लड बैंक प्रभारी, आबूरोड