बेंगलुरु बलात्कार मामला (फाइल फोटो)
Bengaluru Rape Case: बेंगलुरु के एक निजी कॉलेज में अपनी सीनियर छात्रा के साथ कथित बलात्कार के आरोप में 22 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्र को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। शिकायतकर्ता ने कहा कि आरोपी, जिसकी पहचान जीवन गौड़ा के रूप में हुई है, ने लंच ब्रेक के दौरान पीड़िता को जबरन चूमने की कोशिश की और जब उसने विरोध किया, तो उसने उसे पुरुषों के शौचालय में खींच लिया और उसके साथ बलात्कार किया। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 64 (बलात्कार) के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
1 आरोपी-पीड़िता एक-दूसरे को जानते थे: इस घटनाक्रम से वाकिफ एक अधिकारी ने बताया कि सातवें सेमेस्टर की पीड़ित छात्रा और आरोपी जीवन गौड़ा दोनों एक-दूसरे को जानते थे और बेंगलुरु के एक ही निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ते थे। उन्होंने आगे कहा कि हालांकि जीवन पढ़ाई में पिछड़ने के कारण एक साल पीछे रह गया था।
2 लंच ब्रेक में बहकाया: पांचवें सेमेस्टर के आरोपी छात्र ने पीड़िता को लंच ब्रेक के दौरान बात करने के बहाने बहकाया। उसने कथित तौर पर उसे आर्किटेक्चर ब्लॉक के पास सातवीं मंजिल पर बुलाया और उसे चूमने की कोशिश की।
3 पुरुषों के शौचालय में घसीटा: एक अधिकारी ने बताया कि जब पीड़िता ने विरोध किया और लिफ्ट से नीचे उतरने की कोशिश की, तो आरोपी ने उसका पीछा किया और उसे जबरन छठी मंजिल पर स्थित पुरुषों के शौचालय में घसीटकर ले गया और उसके साथ बलात्कार किया। मारपीट के दौरान जब पीड़िता का फोन बज रहा था तो आरोपी ने कथित तौर पर उसका फोन भी छीन लिया।
4 'क्या तुम्हें गोली चाहिए?': समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, घटना के बाद आरोपी जीवन गौड़ा ने पीड़िता को फोन करके पूछा कि क्या उसे गोली चाहिए। हालांकि, पीड़िता ने फोन काट दिया।
5 हमले की घटना के 5 दिन बाद: पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हालांकि हमला 10 अक्टूबर को हुआ था, लेकिन इसकी रिपोर्ट पांच दिन बाद दर्ज की गई, जब पीड़िता ने अपने माता-पिता को इसकी जानकारी दी। शुरुआत में वह इतनी सदमे में थी कि पुलिस से संपर्क नहीं कर सकी। हालांकि, जब उसने अपने दोस्तों को इस बारे में बताया, तो उन्होंने उसे अपने माता-पिता को बताने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके बाद अपने माता-पिता के सहयोग से छात्रा ने 15 अक्टूबर को हनुमंतनगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
6 सीसीटीवी फुटेज नहीं: शिकायत के बाद पुलिस ने हमले की जांच शुरू कर दी है और अधिकारियों ने फोरेंसिक जाँच भी शुरू कर दी है। हालांकि, जांच में दिक्कत आ रही है क्योंकि जिस फ्लोर पर घटना हुई थी, वहां कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था।
इस हमले से राजनीतिक विवाद भी शुरू हो गया है, क्योंकि विपक्षी नेता कांग्रेस के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगा रहे हैं।
Published on:
17 Oct 2025 07:31 pm
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