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Patrika Explainer : आखिर क्यों फटते हैं एसी, खतरे के संकेत पर सावधानी बरतेंगे तो बचेंगे

एसी में ब्लास्ट : फरीदाबाद की घटना में तीन लोगों की मौत फरीदाबाद शहर की एक कॉलोनी में एसी में ब्लास्ट की दर्दनाक घटना में तीन लोगों की मौत हो गई। इस तरह की घटनाएं कई शहरों में पहले भी हो चुकी है। चिन्ता यह है कि आखिर एसी में ब्लास्ट क्यों और किन कारणों […]

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एसी में ब्लास्ट : फरीदाबाद की घटना में तीन लोगों की मौत

फरीदाबाद शहर की एक कॉलोनी में एसी में ब्लास्ट की दर्दनाक घटना में तीन लोगों की मौत हो गई। इस तरह की घटनाएं कई शहरों में पहले भी हो चुकी है। चिन्ता यह है कि आखिर एसी में ब्लास्ट क्यों और किन कारणों से होते हैं। साथ ही घर व ऑफिस में संभावित खतरे को हम कैसे पहचान सकते हैं और किस तरह की सावधानियां रखी जाए, ताकि किसी हादसे व नुकसान से बचा जा सके।

इसलिए होता है एसी में ब्लास्ट-

खराब वायरिंग : पुराना एसी या गलत तरीके से इंस्टॉलेशन की गई वायरिंग शॉर्ट-सर्किट का कारण बनती है।

इलेक्ट्रिकल दिक्कतें : लंबे समय तक सर्विस न कराने पर छोटी खराबी बड़ा हादसा बन जाती है।

गैस लीकेज : कंप्रेसर ओवरहीट होने या गैस के लीक होने से विस्फोट का खतरा।

फिल्टर ब्लॉकेज : धूल-मिट्टी जमने से कूलिंग प्रभावित होती है और मशीन पर दबाव बढ़ता है।

खतरे से पहले मिलने वाले संकेत-

-एसी से अजीब आवाज या कंपन आना।

-जलने जैसी बदबू महसूस होना।

-इनडोर यूनिट का अत्यधिक गर्म होना।-एसी से धुआं निकलना।

-बार-बार ऑन-ऑफ होना।-प्लग या वायरिंग में स्पार्किंग।

बचाव के उपाय-

-हर 6 महीने में नियमित सर्विस कराएं।

-हफ्ते में एक बार फिल्टर साफ करें।

-एसी को लगातार कई घंटों तक न चलाएं।-स्टेबलाइजर और सुरक्षित वायरिंग का इस्तेमाल करें।

-किसी भी अजीब आवाज, बदबू या स्पार्कको तुरंत गंभीरता से लें।

एसी में यह गैस भरी होती है-

-अधिकतर नए एसी मॉडल्स में आर 32 गैस तथा पुराने मॉडल्स में आर-410 ए गैस भरी होती है। हालांकि एसी की गैस कम हानिकारक होती है।