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बिहार में मनाई गई 3000 करोड़ की दिवाली, 115 करोड़ के जले दीपक और 750 करोड़ के पटाखे फूटे

दिवाली के मौके पर बिहार के हर घर में अगर औसतन 250 रुपए की मिठाई भी अगर आई तो करीब 575 करोड़ रुपए की मिठाईयां बेची गई है। इसी तरह लाइट की झालरों पर भी 150 करोड़ रुपए खर्च हुए है। इन सभी को मिला कर राज्य में दिवाली में कुल कारोबार करीब 2200 से तीन हजार करोड़ तक का हुआ है।

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भारत

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Himadri Joshi

Oct 21, 2025

Diwali business in bihar

बिहार में दिवाली पर 3000 करोड़ की कमाई (प्रतीकात्मक तस्वीर)

सोमवार को देशभर में धूमधाम से दिवाली का त्योहार मनाया गया। रोशनी, पटाखें, मिठाइयां और साज सजावट में लोगों ने लाखों रुपये खर्च किए और बाजार को करोड़ो रुपये का फायदा हुआ। अगर सिर्फ बिहार की बात की जाए तो इस साल राज्य में करीब 2200 से तीन हजार करोड़ की दिवाली मनाई गई। चैंबर ऑफ कॉमर्स ने यह आंकड़ें जारी किए है और इसके अनुसार इस बार लोगों का वोकल फॉर लोकल पर जोर रहा जिसके चलते बाजार को इतना फायदा हुआ।

राज्य में करीब 2.30 करोड़ हिंदू घर

बिहार सरकार की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में 2.80 करोड़ घर है जिसमें 15 से 17 प्रतिशत मुस्लिमों घरों को हटा दे तो हिंदूओं के करीब 2.30 करोड़ घर बचते है जहां दिवाली मनाई गई थी। व्यापार एसोसिएशन के अनुसार, इन परिवारों द्वारा दिवाली पर दीये, कैंडल, बाती और तेल जैसी चीजों पर औसतन 50 रुपए खर्च किए, जिससे 115 करोड़ रुपए की कमाई हुई। वहीं गणेश लक्ष्मी की मूर्ति का जोड़ा औसतन 50 रुपए में खरीदा गया जिससे भी 115 करोड़ रुपए बाजार के मुनाफे में जुड़े।

575 करोड़ रुपए की मिठाईयां बिकी

दिवाली के मौके पर घरों में मिठाईयां खाने और पटाखे फोड़ने का सबसे अधिक उत्साह देखने को मिलता है। बिहार के घरों में इन दोनों ही चीजों पर सबसे अधिक खर्चा किया गया। राज्य के हर घर में अगर औसतन 250 रुपए की मिठाई भी अगर आई तो करीब 575 करोड़ रुपए की मिठाईयां बेची गई है। वहीं अगर पटाखों की बात की जाए तो रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के 2.30 हिंदूओं के घरों में से 1.5 करोड़ घरों में पटाखे खरीदे गए। इस घरों में औसत 500 रुपये के हिसाब से करीब 750 करोड़ रुपए के पटाखें फोड़े गए।

लाइट की झालरों से भी 150 करोड़ की कमाई

अगर रोशनी और साज सजावट की बात की जाए तो पारंपरिक दियों के साथ साथ बिजली की झालरों पर भी लोगों ने काफी खर्चा किया। अगर 150 करोड़ घरों में औसतन 100 रुपए की भी लाइटिंग खरीदी गई तो इससे बाजार को 150 करोड़ रुपए का फायदा हुआ। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि पूजा और सजावट के फूलों पर भी लोगों ने करोड़ो रुपये खर्च किए है।


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