Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

BJP और RSS का दबदबा बढ़ा तो बदल जाएगी केरल की सूरत, शाह के बयान को CM विजयन ने राज्य की अस्मिता से जोड़ा

केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने कहा कि अमित शाह की बातों को हल्के में नहीं लिया जा सकता है। अगर यहां बीजेपी आई तो केरल की अनूठी पहचान खत्म हो जाएगी। जानिए, सीएम पिनराई विजयन को किस बात का डर सता रहा है...

3 min read

केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन। फोटो- X/pinarayivijayan

केरल (Kerala) में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है। यहां लेफ्ट की सरकार है। सीएम पिनाराई विजयन (CM Pinarayi Vijayan) की अगुवाई में लेफ्ट गठबंधन अपना आखिरी गढ़ बचाने की पूरी कोशिश कर रहा है। दूसरी ओर बीजेपी ने लोकसभा में त्रिशुर सीट जीतकर अपना खाता खोल लिया है। लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी के मत प्रतिशत में भी बढ़ोतरी हुई है। इसके कारण पिनाराई सरकार लगातार बीजेपी और RSS पर जुबानी हमले कर कर रही है।

RSS का दबदबा बढ़ा तो केरल की पहचान खत्म हो जाएगी

केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर राज्य में RSS का दबदबा बढ़ गया, तो केरल की सांस्कृतिक और सामाजिक पहचान हमेशा के लिए बदल जाएगी। यह बयान सीएम ने मंगलवार शाम कन्नूर जिला समिति कार्यालय में अझिकोडन स्मारक हॉल के उद्घाटन समारोह के दौरान दिया। कार्यक्रम में CPM के वरिष्ठ नेता, स्थानीय कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में जनता शामिल हुई।

अमित शाह के बयान को नहीं ले सकते हैं हल्के में

सीएम विजय ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हालिया बयान का जिक्र करते हुए कहा कि शाह ने दावा किया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को बहुमत मिलेगा। यह सभी के लिए खतरे की घंटी है। अमित शाह ने मलयाला मनोरमा द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था कि स्थानीय निकाय चुनावों में भाजपा को 25 प्रतिशत वोट मिलेंगे और विधानसभा चुनावों में बहुमत हासिल होगा।

विजयन ने कहा कि देश के गृह मंत्री अमित शाह भाजपा के शीर्ष नेताओं में से एक हैं। उनकी बातों को हल्के में नहीं लिया जा सकता। यह केवल सीपीआई(एम) या एलडीएफ (लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट) का मुद्दा नहीं, बल्कि पूरे केरल समाज का सवाल है।

केरल की सामाजिक विशेषता का किया जिक्र

उन्होंने केरल की अनूठी सामाजिक विशेषताओं का जिक्र किया। एक उदाहरण देते हुए बताया कि शाह से जुड़े एक संगठन के शीर्ष नेता हाल ही में केरल आए थे। उन्होंने अपनी पत्नी के साथ गांवों का दौरा किया। वहां साफ-सुथरे कपड़े पहने लोगों और स्वच्छ सड़कों को देखकर वे हैरान रह गए। उन्होंने ड्राइवर से कहा कि वे राज्य के अन्य हिस्सों में फिर आएंगे, क्योंकि उन्हें केरल के बारे में कुछ और ही सुनने को मिला था। सीएम ने कहा, "यह केरल की सच्ची तस्वीर है – एक ऐसा राज्य जहां समानता, स्वच्छता और सद्भाव का राज है।"

RSS रसोईघर में घुसती है

विजयन ने सवाल उठाया कि क्या यह स्वाभाविकता यूं ही बनी रहेगी? अगर आरएसएस की विचारधारा यहां हावी हो गई, तो हमारी जमीन वैसी नहीं रहेगी। उन्होंने कहा, "हम अपनी पसंद के पूजा स्थल पर जा सकते हैं, अपनी इच्छानुसार खाना खा सकते हैं, क्योंकि आरएसएस का केरल पर कब्जा नहीं है। लेकिन जहां संघ परिवार सत्ता में है, वहां लोगों को उनके रसोईघर के खाने या पहनावे के आधार पर निशाना बनाया जाता है। हम अपनी प्राकृतिकता खो देंगे।"

वावर की छवि को खराब करने की कोशिश

मुख्यमंत्री ने ओणम त्योहार का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि आरएसएस को यह पसंद नहीं कि हम महाबली को याद करें; वे भगवान वामन को प्रमुखता देना चाहते हैं। इसी तरह, सबरीमाला मंदिर को लेकर संघ परिवार ने विवाद खड़ा किया है। सबरीमाला दक्षिण भारत और दुनिया भर से भक्तों को आकर्षित करता है। मंदिर की पौराणिक कथा में भगवान अयप्पा के साथ वावर (एक मुस्लिम चरित्र) का महत्वपूर्ण स्थान है। लेकिन संघ परिवार इससे सहमत नहीं। उन्हें एक मुस्लिम को इतना सम्मान पसंद नहीं। इसलिए वावर की छवि को खराब करने और उनका नाम बदलने की कोशिश की गई।

सीएम ने पूछा, "क्या कोई इसे स्वीकार करेगा? सबरीमाला भक्त इसे कैसे बर्दाश्त करेंगे? अगर संघ परिवार का प्रभुत्व हो गया, तो सबरीमाला का स्वरूप भी बदल जाएगा। वे हर चीज पर अपने संकीर्ण विचार थोपते हैं।"

विजयन ने दिलाई संविधान की याद

विजयन ने संविधान की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि संविधान अल्पसंख्यक समुदायों को विशेष सुरक्षा देता है, लेकिन संघ परिवार हमेशा उन पर हमला करता है। केरल में लोग जाति-धर्म से ऊपर उठकर शांति से रहते हैं, लेकिन आरएसएस के प्रभाव से यह धरती जातिवाद और धार्मिक नफरत की जमीन बन जाएगी।

कार्यक्रम में सीपीआई(एम) के केंद्रीय समिति सदस्य वी.एस. शिवकुमारन ने भी संबोधन दिया। अझिकोडन स्मारक हॉल का नाम केरल कम्युनिस्ट आंदोलन के प्रमुख नेता अझिकोडन के नाम पर रखा गया है। यह कार्यालय जिला समिति की गतिविधियों का नया केंद्र बनेगा। समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से लेफ्ट आंदोलन की विरासत को याद किया गया।