
धुंधली सुबहों संग लौट रहा सुहावना मौसम (फोटो सोर्स : Patrika)
UP Weather Update: उत्तर प्रदेश में अब मौसम का मिज़ाज धीरे-धीरे स्थिर होता नजर आ रहा है। बंगाल की खाड़ी में बने गंभीर चक्रवाती तूफान “मोंथा” (Mountha) का प्रभाव खत्म होने के साथ ही प्रदेश में एक बार फिर से शुष्क और साफ़ मौसम की वापसी हो रही है। बीते सप्ताह भर चली बारिश और तापमान में भारी उतार-चढ़ाव के बाद अब आसमान साफ होने लगा है, जिससे दिन में हल्की गर्मी और सुबह के समय ठंडी हवाओं का अहसास बढ़ गया है। मौसम विभाग ने आने वाले सप्ताह तक मौसम के शुष्क रहने की संभावना जताई है।
मौसम विभाग के अनुसार, पिछले सप्ताह चक्रवात मोंथा के कारण पूरे उत्तर प्रदेश में मौसम का संतुलन बिगड़ गया था। इस चक्रवात ने बंगाल की खाड़ी से उठकर पूर्वी भारत के कई राज्यों ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल में बारिश दी और उसका प्रभाव उत्तर प्रदेश तक पहुंचा। इसके परिणामस्वरूप, कई जिलों में अक्टूबर के इतिहास में सबसे कम अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। आगरा, इटावा, बाराबंकी, झांसी और फुरसतगंज (अमेठी) जैसे शहरों में दिन का तापमान सामान्य से 5 से 7 डिग्री तक नीचे चला गया। हालांकि, अब जैसे-जैसे चक्रवात कमजोर हुआ है और इसका असर समाप्त हुआ है, प्रदेश में दिन का तापमान 3 से 7 डिग्री तक बढ़ने लगा है। पश्चिमी और मध्य यूपी के जिलों में रविवार को साफ़ आसमान और धूप के कारण मौसम में गर्माहट लौट आई है।
मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के विशेषज्ञों ने बताया कि सोमवार से पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी अधिकतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि दर्ज की जा सकती है। यह स्थिति अगले 24 घंटों तक बनी रहेगी, जिसके बाद तापमान स्थिर हो जाएगा। मौसम विभाग का कहना है कि अभी प्रदेश में कोई सक्रिय मौसम तंत्र (Weather System) नहीं है। इसलिए अगले सात दिनों तक उत्तर प्रदेश का मौसम मुख्यतः शुष्क और साफ रहेगा।
हालांकि, रात और सुबह के तापमान में अंतर बढ़ने से हवा में नमी का स्तर थोड़ा ऊंचा रहेगा। इसी कारण प्रदेश के कुछ हिस्सों में धुंध और कोहरे की शुरुआत होने लगी है। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि 3 और 4 नवंबर की सुबह, विशेष रूप से पूर्वांचल और तराई क्षेत्रों बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर और महाराजगंज में हल्का से मध्यम कोहरा देखा जा सकता है।
यह कोहरा सुबह के शुरुआती घंटों में छाया रहेगा लेकिन सूरज निकलने के साथ धीरे-धीरे समाप्त हो जाएगा। इसके अलावा, पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के प्रभाव से 4 और 5 नवंबर को उत्तर भारत के पर्वतीय इलाकों हिमाचल और उत्तराखंड में हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना है, जिसका हल्का असर उत्तर प्रदेश के उत्तरी जिलों (जैसे लखीमपुर खीरी, पीलीभीत और बरेली) में बादलों की आवाजाही के रूप में देखा जा सकता है।
मौसम विभाग की विस्तृत रिपोर्ट के मुताबिक, आगामी चार दिनों में उत्तर प्रदेश के तापमान में लगातार छोटे उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे। अगले 48 घंटों में न्यूनतम तापमान (रात का तापमान) में लगभग 2°C की गिरावट आ सकती है। इसके बाद अगले दो दिनों में तापमान 2°C बढ़ेगा, यानी रातें थोड़ी कम ठंडी महसूस होंगी। फिर धीरे-धीरे इसमें 2–3°C की क्रमिक गिरावट दर्ज की जाएगी, जिससे सर्दियों के शुरुआती अहसास को और बल मिलेगा। लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज और वाराणसी जैसे प्रमुख शहरों में रात का तापमान 18–20 डिग्री सेल्सियस और दिन का तापमान 30–31 डिग्री सेल्सियस के आसपास स्थिर रहेगा।
मौसम विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि आने वाले दिनों में कोहरे के कारण सुबह के समय दृश्यता (Visibility) 500 मीटर तक सीमित हो सकती है। यह स्थिति खासकर पूर्वी उत्तर प्रदेश और तराई इलाकों में देखने को मिलेगी। ऐसे में किसानों और यात्रियों को सुबह के समय सतर्क रहने की सलाह दी गई है। वाहन चालकों से अपील की गई है कि वे हेडलाइट ऑन रखकर धीमी गति से वाहन चलाएं।
मौसम विभाग का कहना है कि यह मौसम रबी फसलों की बुवाई के लिए अनुकूल है। पिछले सप्ताह हुई बारिश से मिट्टी में नमी की मात्रा बढ़ी है और अब शुष्क मौसम किसानों के लिए खेत तैयार करने का अच्छा अवसर है। वहीं, हवा में नमी और हल्की ठंडक के कारण हवा की गुणवत्ता (AQI) में सुधार देखने को मिलेगा। विशेषज्ञों के अनुसार कोहरा और धुंध की शुरुआत उत्तर भारत में सर्दियों के आगमन का शुरुआती संकेत है। नवंबर के दूसरे सप्ताह से तापमान में और गिरावट देखी जाएगी।
राज्य मौसम केंद्र, लखनऊ के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी मोहम्मद दानिश ने बताया कि चक्रवात मोंथा के प्रभाव से पिछले सप्ताह तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई थी, लेकिन अब यह प्रभाव समाप्त हो गया है। अगले कुछ दिनों तक आसमान साफ रहेगा। सुबह और रात के समय ठंडक महसूस होगी जबकि दिन में धूप के कारण मौसम सुहावना रहेगा। उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश के पूर्वी और उत्तरी इलाकों में कोहरा छाने की संभावना है, लेकिन बारिश का कोई अनुमान नहीं है।
चक्रवात का प्रभाव खत्म होने के साथ ही नवंबर के शुरुआती दिनों में उत्तर प्रदेश का मौसम सुहावना और संतुलित हो गया है। सुबह-शाम हल्की ठंड और दिन में हल्की गर्मी ने मौसम को खुशनुमा बना दिया है।मौसम विभाग का अनुमान है कि यदि कोई नया मौसम तंत्र सक्रिय नहीं होता, तो आने वाले एक सप्ताह तक प्रदेश भर में साफ आसमान, हल्की हवाएं और ठंडी सुबह देखने को मिलेंगी।
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Published on:
02 Nov 2025 03:35 pm
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