
LDA Project Global City Lucknow (फोटो सोर्स : X)
Vigyan Path: Six-Lane Smart: प्रदेश की राजधानी लखनऊ अब “ग्लोबल सिटी” बनने की दिशा में एक और बड़ा कदम बढ़ाने जा रही है। लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने छह लेन वाले ‘विज्ञान पथ’ (Vigyan Path) के निर्माण की विस्तृत योजना पर काम शुरू कर दिया है। यह परियोजना न केवल राजधानी की यातायात व्यवस्था को नया आयाम देगी, बल्कि प्रदेश के छह जिलों, लखनऊ, हरदोई, सीतापुर, बाराबंकी, रायबरेली और उन्नाव को एक-दूसरे से जोड़ेगी।
लगभग 250 किलोमीटर लंबी इस हाई-स्पीड सड़क का उद्देश्य केवल संपर्क सुविधा बढ़ाना नहीं, बल्कि राजधानी क्षेत्र को औद्योगिक, शैक्षणिक और आर्थिक विकास का केंद्र बनाना है। एलडीए इस परियोजना को राज्य राजधानी क्षेत्र (State Capital Region - SCR) की योजना में शामिल कर रहा है। परियोजना के तहत 20 नोड्स विकसित किए जाएंगे, जिनमें औद्योगिक पार्क, शैक्षणिक संस्थान, स्वास्थ्य केंद्र और व्यावसायिक हब स्थापित किए जाएंगे।
योगी सरकार ने अब तक प्रदेश में कई इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को गति दी है, जिनमें एक्सप्रेस-वे, रिंग रोड, स्मार्ट सिटी मिशन और मेट्रो परियोजनाएं शामिल हैं। इसी क्रम में अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि लखनऊ में पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के विज़न “जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान” को मूर्त रूप दिया जाए। शहीद पथ (जवानों को समर्पित) और किसान पथ (अन्नदाताओं को समर्पित) के बाद अब ‘विज्ञान पथ’ राजधानी के विकास का तीसरा आयाम बनेगा जो विज्ञान, तकनीक और प्रगति का प्रतीक होगा। इस परियोजना के माध्यम से सरकार का लक्ष्य वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य में योगदान देना है। प्रदेश के औद्योगिक, शैक्षणिक और तकनीकी ढांचे को इस सड़क के इर्द-गिर्द विकसित करने की योजना है।
‘विज्ञान पथ’ के जरिए लखनऊ को उत्तर में हरदोई और सीतापुर, पूर्व में बाराबंकी, दक्षिण में रायबरेली और पश्चिम में उन्नाव से जोड़ा जाएगा। इस छह लेन सड़क के बन जाने से इन जिलों के बीच सिर्फ 60 से 75 मिनट में आवागमन संभव होगा। यह मार्ग लखनऊ की सीमाओं को विस्तार देगा और राजधानी को एक बड़े आर्थिक एवं शैक्षणिक हब के रूप में स्थापित करेगा। अधिकारी बताते हैं कि यह मार्ग सिर्फ एक सड़क नहीं, बल्कि ‘प्रगति का कॉरिडोर’ (Corridor of Progress) होगा।
लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि विज्ञान पथ को वर्ष 2027 तक राज्य राजधानी क्षेत्र (SCR) का अभिन्न हिस्सा बना दिया जाएगा। इस परियोजना से राजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन आएगा। वर्तमान में शहर के प्रमुख मार्गों पर जाम की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। लेकिन विज्ञान पथ बनने के बाद भारी वाहनों और बाहरी यातायात को इस मार्ग से डायवर्ट किया जाएगा, जिससे शहर के भीतर यातायात का बोझ कम होगा। इसके साथ ही, यह पथ भविष्य में लखनऊ आउटर रिंग रोड से भी जोड़ा जा सकता है, जिससे परिवहन नेटवर्क और मजबूत होगा।
परियोजना के तहत बनाए जा रहे 20 विकास नोड्स विज्ञान पथ को सिर्फ एक सड़क नहीं बल्कि एक इकोनॉमिक कॉरिडोर में बदल देंगे।
इन नोड्स पर निम्नलिखित प्रमुख सुविधाओं की परिकल्पना की जा रही है -
इन सबके माध्यम से न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि आसपास के जिलों की अर्थव्यवस्था में भी नई जान आएगी।
एलडीए अधिकारियों का कहना है कि यह परियोजना आधुनिकता के साथ पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखकर तैयार की जा रही है। सड़क के दोनों किनारों पर ग्रीन बेल्ट, सौर ऊर्जा से चलने वाले स्ट्रीट लाइट्स और वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाए जाएंगे। प्रोजेक्ट में स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (STMS), सीसीटीवी निगरानी, और इमरजेंसी रिस्पांस टीम की भी व्यवस्था होगी, ताकि सड़क पूरी तरह सुरक्षित और हाई-टेक हो।
वर्तमान में लखनऊ के चारों ओर से आने-जाने वाले भारी वाहनों के कारण जाम की स्थिति आम हो गई है। इस परियोजना के बनने से इन वाहनों को शहर के बाहरी इलाके से गुजरने का वैकल्पिक मार्ग मिलेगा। इससे शहीद पथ, सुल्तानपुर रोड, हरदोई रोड, सीतापुर रोड और फैजाबाद रोड जैसे प्रमुख मार्गों पर जाम की स्थिति में भारी कमी आने की उम्मीद है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, “विज्ञान पथ” परियोजना को योगी सरकार की टॉप प्रायोरिटी परियोजनाओं में शामिल किया गया है। मुख्यमंत्री स्वयं इस प्रोजेक्ट की प्रगति की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। प्रारंभिक सर्वेक्षण और DPR (Detailed Project Report) तैयार करने का कार्य शुरू हो गया है। भूमि अधिग्रहण, पर्यावरण अनुमति और फंडिंग को लेकर भी विभागों के बीच तालमेल बैठाया जा रहा है।
| बिंदु | विवरण |
| कुल लंबाई | लगभग 250 किमी |
| चौड़ाई | छह लेन |
| जुड़े जिले | लखनऊ, हरदोई, सीतापुर, बाराबंकी, रायबरेली, उन्नाव |
| लक्ष्य वर्ष | 2027 तक पूर्ण निर्माण |
| प्रमुख उद्देश्य | राजधानी क्षेत्र में औद्योगिक व शैक्षणिक विकास |
| विकास नोड्स | 20 |
| प्रमुख लाभ | यातायात सुविधा, रोजगार सृजन, निवेश आकर्षण |
Updated on:
03 Nov 2025 08:36 am
Published on:
03 Nov 2025 08:32 am
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