Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Vigyan Path: विज्ञान पथ बनेगा प्रगति का मार्ग, लखनऊ से जुड़ेंगे छह जिले, नई रोशनी में नहाएगा विकास

Vigyan Path: Six-Lane Smart Corridor: राजधानी लखनऊ में विकास की रफ्तार को नई दिशा देने के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण ने छह लेन वाले “विज्ञान पथ” की योजना पर काम शुरू कर दिया है। यह 250 किलोमीटर लंबा मार्ग लखनऊ को हरदोई, सीतापुर, बाराबंकी, रायबरेली और उन्नाव से जोड़ेगा तथा राजधानी को ग्लोबल सिटी के रूप में विकसित करेगा।

4 min read
Google source verification

लखनऊ

image

Ritesh Singh

Nov 03, 2025

LDA Project Global City Lucknow (फोटो सोर्स : X)

LDA Project Global City Lucknow (फोटो सोर्स : X)

Vigyan Path: Six-Lane Smart: प्रदेश की राजधानी लखनऊ अब “ग्लोबल सिटी” बनने की दिशा में एक और बड़ा कदम बढ़ाने जा रही है। लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने छह लेन वाले ‘विज्ञान पथ’ (Vigyan Path) के निर्माण की विस्तृत योजना पर काम शुरू कर दिया है। यह परियोजना न केवल राजधानी की यातायात व्यवस्था को नया आयाम देगी, बल्कि प्रदेश के छह जिलों, लखनऊ, हरदोई, सीतापुर, बाराबंकी, रायबरेली और उन्नाव को एक-दूसरे से जोड़ेगी।

लगभग 250 किलोमीटर लंबी इस हाई-स्पीड सड़क का उद्देश्य केवल संपर्क सुविधा बढ़ाना नहीं, बल्कि राजधानी क्षेत्र को औद्योगिक, शैक्षणिक और आर्थिक विकास का केंद्र बनाना है। एलडीए इस परियोजना को राज्य राजधानी क्षेत्र (State Capital Region - SCR) की योजना में शामिल कर रहा है। परियोजना के तहत 20 नोड्स विकसित किए जाएंगे, जिनमें औद्योगिक पार्क, शैक्षणिक संस्थान, स्वास्थ्य केंद्र और व्यावसायिक हब स्थापित किए जाएंगे।

‘जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान’ के मंत्र से जुड़ेगा विकास का मार्ग

योगी सरकार ने अब तक प्रदेश में कई इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को गति दी है, जिनमें एक्सप्रेस-वे, रिंग रोड, स्मार्ट सिटी मिशन और मेट्रो परियोजनाएं शामिल हैं। इसी क्रम में अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि लखनऊ में पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के विज़न “जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान” को मूर्त रूप दिया जाए। शहीद पथ (जवानों को समर्पित) और किसान पथ (अन्नदाताओं को समर्पित) के बाद अब ‘विज्ञान पथ’ राजधानी के विकास का तीसरा आयाम बनेगा जो विज्ञान, तकनीक और प्रगति का प्रतीक होगा। इस परियोजना के माध्यम से सरकार का लक्ष्य वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य में योगदान देना है। प्रदेश के औद्योगिक, शैक्षणिक और तकनीकी ढांचे को इस सड़क के इर्द-गिर्द विकसित करने की योजना है।

लखनऊ से छह जिलों को जोड़ेगा ‘विज्ञान पथ’

‘विज्ञान पथ’ के जरिए लखनऊ को उत्तर में हरदोई और सीतापुर, पूर्व में बाराबंकी, दक्षिण में रायबरेली और पश्चिम में उन्नाव से जोड़ा जाएगा। इस छह लेन सड़क के बन जाने से इन जिलों के बीच सिर्फ 60 से 75 मिनट में आवागमन संभव होगा। यह मार्ग लखनऊ की सीमाओं को विस्तार देगा और राजधानी को एक बड़े आर्थिक एवं शैक्षणिक हब के रूप में स्थापित करेगा। अधिकारी बताते हैं कि यह मार्ग सिर्फ एक सड़क नहीं, बल्कि ‘प्रगति का कॉरिडोर’ (Corridor of Progress) होगा।

2027 तक एससीआर का हिस्सा बनेगा विज्ञान पथ

लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि विज्ञान पथ को वर्ष 2027 तक राज्य राजधानी क्षेत्र (SCR) का अभिन्न हिस्सा बना दिया जाएगा। इस परियोजना से राजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन आएगा। वर्तमान में शहर के प्रमुख मार्गों पर जाम की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। लेकिन विज्ञान पथ बनने के बाद भारी वाहनों और बाहरी यातायात को इस मार्ग से डायवर्ट किया जाएगा, जिससे शहर के भीतर यातायात का बोझ कम होगा। इसके साथ ही, यह पथ भविष्य में लखनऊ आउटर रिंग रोड से भी जोड़ा जा सकता है, जिससे परिवहन नेटवर्क और मजबूत होगा।

20 नोड्स पर विकसित होंगी नई संभावनाएं

परियोजना के तहत बनाए जा रहे 20 विकास नोड्स विज्ञान पथ को सिर्फ एक सड़क नहीं बल्कि एक इकोनॉमिक कॉरिडोर में बदल देंगे।

इन नोड्स पर निम्नलिखित प्रमुख सुविधाओं की परिकल्पना की जा रही है -

  • औद्योगिक पार्क और स्टार्टअप ज़ोन
  • विश्व-स्तरीय शैक्षणिक संस्थान और अनुसंधान केंद्र
  • मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्र
  • व्यावसायिक और आईटी हब
  • हरित क्षेत्र (ग्रीन ज़ोन) और रिक्रिएशनल पार्क

इन सबके माध्यम से न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि आसपास के जिलों की अर्थव्यवस्था में भी नई जान आएगी।

पर्यावरण और आधुनिकता का संतुलन

एलडीए अधिकारियों का कहना है कि यह परियोजना आधुनिकता के साथ पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखकर तैयार की जा रही है। सड़क के दोनों किनारों पर ग्रीन बेल्ट, सौर ऊर्जा से चलने वाले स्ट्रीट लाइट्स और वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाए जाएंगे। प्रोजेक्ट में स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (STMS), सीसीटीवी निगरानी, और इमरजेंसी रिस्पांस टीम की भी व्यवस्था होगी, ताकि सड़क पूरी तरह सुरक्षित और हाई-टेक हो।

जनता को मिलेगा ट्रैफिक जाम से राहत

वर्तमान में लखनऊ के चारों ओर से आने-जाने वाले भारी वाहनों के कारण जाम की स्थिति आम हो गई है। इस परियोजना के बनने से इन वाहनों को शहर के बाहरी इलाके से गुजरने का वैकल्पिक मार्ग मिलेगा। इससे शहीद पथ, सुल्तानपुर रोड, हरदोई रोड, सीतापुर रोड और फैजाबाद रोड जैसे प्रमुख मार्गों पर जाम की स्थिति में भारी कमी आने की उम्मीद है।

सरकार की प्राथमिकता में ‘विज्ञान पथ’

सरकारी सूत्रों के अनुसार, “विज्ञान पथ” परियोजना को योगी सरकार की टॉप प्रायोरिटी परियोजनाओं में शामिल किया गया है। मुख्यमंत्री स्वयं इस प्रोजेक्ट की प्रगति की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। प्रारंभिक सर्वेक्षण और DPR (Detailed Project Report) तैयार करने का कार्य शुरू हो गया है। भूमि अधिग्रहण, पर्यावरण अनुमति और फंडिंग को लेकर भी विभागों के बीच तालमेल बैठाया जा रहा है।

‘विज्ञान पथ’ परियोजना की प्रमुख बातें

बिंदुविवरण
कुल लंबाईलगभग 250 किमी
चौड़ाईछह लेन
जुड़े जिलेलखनऊ, हरदोई, सीतापुर, बाराबंकी, रायबरेली, उन्नाव
लक्ष्य वर्ष2027 तक पूर्ण निर्माण
प्रमुख उद्देश्यराजधानी क्षेत्र में औद्योगिक व शैक्षणिक विकास
विकास नोड्स20
प्रमुख लाभयातायात सुविधा, रोजगार सृजन, निवेश आकर्षण