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जेल से छूटते ही फर्जी बेचाननामा से भूखण्ड बेचा, फिर गिरफ्तार

- निगम में फर्जी पट्टा बनाने के मामले में पकड़ा गया था आरोपी

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पुलिस की गिरफ्त में आरोपी

जोधपुर.

नगर निगम में भूखण्ड का फर्जी पट्टा बनाने के मामले में जेल जाने वाले वृद्ध ने जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद उसी भूखण्ड को फर्जी बेचाननामा के आधार पर बेचकर लाखों रुपए ऐंठ लिए। जांच में आरोप प्रमाणित होने पर पुलिस ने वृद्ध को एक बार फिर गिरफ्तार किया।

थानाधिकारी सीताराम खोजा ने बताया कि मुम्बई निवासी राजीव मर्चेन्ट का एक भूखण्ड फर्जी बेचाननामा के आधार पर दो बार बेच दिया गया था। इस संबंध्ध में पांच जून को धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया था। इस भूखण्ड का निगम कर्मचारी की मिलीभगत से पूर्व में फर्जी पट्टा भी बनवा लिया गया था। फर्जी बेचाने की जांच करने पर आरोपों की पुष्टि हुई थी। जांच अधिकारी एसआइ लालाराम ने तलाश के बाद रातानाडा अफसर मैस के सामने शेर विलास कॉलोनी निवासी सुल्तान सिंह (70) पुत्र स्वरूपसिंह को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के बाद आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे एक बार फिर जेल भेजने के आदेश दिए गए। वारदात में शामिल गिरोह के अन्य लोगों के संबंध में जांच की जा रही है।

दस एफआइआर दर्ज, सात धोखाधड़ी की शामिल

पुलिस का कहना है कि आरोपी सुल्तान सिंह व अन्य ने निगम कर्मचारी के साथ मिलकर इसी भूखण्ड का फर्जी पट्टा बनवाया था। निगम की ओर से एफआइआर दर्ज कराई गई थी। जांच में सुल्तानसिंह, निगम कर्मचारी व अन्य को गिरफ्तार किया गया था। कोर्ट से जमानत याचिका स्वीकार होने पर आरोपी जेल से बाहर आया था। तब उसने इसी भूखण्ड के एक बार फिर फर्जी दस्तावेज बनाए और उसे लाखों रुपए में बेच दिया था। आरोपी के खिलाफ दस एफआइआर दर्ज हो चुकी है और सात धोखाधड़ी की शामिल हैं। दो मामलों में उसे बरी कर दिया गया था।