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अस्पताल प्रशासन ने नहीं कराया पुलिस केस दर्ज, कलक्टर बोले : मामला गंभीर, BCMHO और PMO के बयान भी अलग अलग

सरकारी अस्पताल में एक्सपायरी डेट और रनिंग डेट की दवाओं के स्टॉक को जलाया गया है। मामला किशनगढ़ रेनवाल उप जिला चिकित्सालय का है।

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मनीष चतुर्वेदी

जयपुर। सरकारी अस्पताल में एक्सपायरी डेट और रनिंग डेट की दवाओं के स्टॉक को जलाया गया है। मामला किशनगढ़ रेनवाल उप जिला चिकित्सालय का है। दवाओं को किसने जलाया, यह अस्पताल प्रशासन को मालूम नहीं है। अज्ञात व्यक्ति को जिम्मेदार ठहराया गया है। लेकिन अस्पताल प्रशासन की ओर से अब तक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं कराया गया है। पूरे मामले में अस्पताल प्रशासन सवालों के घेरे में है।

बीसीएमएचओ डॉ कैलाश कुमावत का कहना है कि कल पीएमओ डॉ राजेंद्र प्रसाद सेपट मौके पर थे, वह मामले की जांच कर रहें है। वहीं पीएमओ डॉ राजेंद्र प्रसाद सेपट का कहना है कि कल वह मौके पर थे ही नहीं। कल वह छुट्टी पर थे। ऐसे में अधिकारियों के भी अलग अलग बयान है।

वहीं बीसीएमएचओ का कहना है कि रनिंग डेट दवाओं को नहीं जलाया गया। हो सकता है कि वहां रनिंग डेट दवा का कोई रेफर हो। वहीं पीएमएओ मान रहे है कि मौके पर रनिंग डेट की दवाएं भी जली है। जिसे किसी अज्ञात ने जलाया है।

कलक्टर जितेंद्र सोनी ने कहा, जांच होगी…

इस मामले में पत्रिका ने कलक्टर जितेंद्र सोनी से बात की। उन्होंने कहा कि सूचना मिली थी कि अस्पताल में आग लगी है। बाद में आग को बुझाने की जानकारी मिली। जो बॉयोवेस्ट का मामला था। लेकिन रनिंग डेट की दवाईयों को जलाया गया है। यह मामला गंभीर है। इसकी जांच कराई जाएगी।

सीएमएचओ बोले : जांच रिपोर्ट आने दो, फिर देखते है..

सीएमएचओ डॉ मनीष मित्तल ने कहा कि रनिंग डेट की दवा जलने की जानकारी नहीं है। अभी जांच कमेटी की रिपोर्ट आने दीजिए। फिर देखते है कि दोषी कौन है, उसके आधार पर कार्रवाई होगी।

बीसीएमएचओ डॉ कैलाश कुमावत से सवाल जवाब…

सवाल : दवाओं को जलाने के मामले में क्या कार्रवाई की है।

जवाब : गलत तरीके से दवाओं को जलाया गया है। जिसके लिए जांच कमेटी बना दी गई है।

सवाल : जिम्मेदारी किस अधिकारी की है मॉनिटरिंग करने की।

जवाब : पीएमओ राजेंद्र सेपट की है, वह कल मौके पर थे।

सवाल : एक्सपायरी के साथ रनिंग डेट की दवाओं को भी जलाया गया है।

जवाब : नहीं, एक्सपायरी दवाओं के जलने की जानकारी है। रनिंग डेट की दवा को तो कोई रेफर पड़ा मिला होगा वहां पर।

सवाल : आप बचाव क्यों कर रहे है अपने कर्मचारियों का। रनिंग डेट की दवा का रेफर वहां कैसे मिलेगा।

जवाब : नहीं, मैं किसी का कोई बचाव नहीं कर रहा हूं।

सवाल : क्या लगता है आपको, जो रिपोर्ट आएगी, वह ​सहीं आएगी आपके पास।

जवाब : अगर जांच रिपोर्ट में गड़बड़ी मिली तो दोबारा जांच कमेटी गठित की जाएगी, फिर जांच होगी।

पीएमओ राजेंद्र प्रसाद सेपट से सवाल जवाब..

सवाल : दवाओं को जलाने के मामले में क्या कार्रवाई की।

जवाब : तीन डॉक्टरों की कमेटी ने जांच कर ली है, रिपोर्ट भेजी जा रहीं है।

सवाल : जांच रिपोर्ट में क्या सामने आया है।

जवाब : कल डीडीसी प्रभारी और स्टोर प्रभारी ने एक्सपायरी और ​रनिंग डेट की दवाओं के कार्टून को साइड में रखा था। स्टोर में जगह का अभाव था। शाम को सफाई कर्मचारी आया और दवाओं को बाहर रख दिया। फिर किसी अज्ञात व्यक्ति ने कार्टूनों को बाहर ले जाकर आग लगा दी।

सवाल : कितनी रनिंग डेट की दवाओं को जला दिया गया।

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जवाब : रनिंग डेट दवाओं को जलाया गया है। लेकिन यह दवाएं ज्यादा नहीं थी, कम थी।

सवाल : आपने डीडीसी प्रभारी या स्टोर प्रभारी पर क्या कार्रवाई की।

जवाब : उन्हें हिदायत देकर छोड़ा गया है। सफाई कर्मचारी संदीप को हटा दिया गया है।

सवाल : जांच कमेटी में कौन शामिल रहे।

जवाब : जांच कमेटी में डॉ करण सिंह शेखावत, डॉ प्रमोद चौधरी, वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी हरफूल सिंह है। जिन्होंने सभी से बयान लेकर रिपोर्ट दी है। जिसे अधिकारियों को भेजा जा रहा है।

सवाल : जब अज्ञात आरोपी ने आग लगाई तो पुलिस कार्रवाई क्यों नहीं की, ताकी पुलिस जांच में आरोपी सामने आ सके।

जवाब : अभी हम हमारे अधिकारियों को रिपोर्ट भेज रहे है। आगे जैसे हमें आदेश मिलेंगे। उस आधार पर काम किया जाएगा।

ऐसे खुली पोल रनिंग डेट दवाईयां जलने की…

कल उप जिला अस्पताल में एक्सपायरी डेट दवाईयां जलने का मामला सामने आया। आस पास के लोगों को दवाईयों की गंध से परेशानी हुई तो मौके पर पहुंचे। जहां देखा तो मालूम चला कि रनिंग डेट की दवाईयों को भी जलाया गया है।