
शिक्षा विभाग। पत्रिका फाइल फोटो
जयपुर। शिक्षा विभाग की ओर से एक माह पहले 4527 प्रिंसिपलों के तबादले करने के बाद भी प्रदेश में सैकड़ों स्कूल बिना प्रिंसिपल के संचालित हो रहे हैं। इस फेरबदल के बाद करीब 900 प्रिंसिपलों ने अभी तक कार्यग्रहण नहीं किया है। इससे एक महीने से स्कूलों में प्रशासनिक और शैक्षणिक कार्य प्रभावित हो रहा है।
दरअसल, कार्यग्रहण नहीं करने वाले प्रिंसिपल शिक्षा विभाग की संभावित संशोधित तबादला सूची का इंतजार कर रहे हैं। जबकि विभाग की ओर से इसे लेकर कोई स्पष्टीकरण या दिशा-निर्देश जारी नहीं किए गए हैं।
शिक्षा विभाग की चुप्पी से स्थिति और अधिक उलझती जा रही है। इस असमंजस का सीधा असर राज्य के स्कूलों में देखने को मिल रहा है। राजधानी जयपुर में ही 53 सरकारी स्कूल ऐसे हैं, जहां प्रिंसिपल की अनुपस्थिति में स्कूल बिना नेतृत्व के संचालित हो रहे हैं।
राज्य में तबादलों पर पूरी तरह से प्रतिबंध के बाद भी शिक्षा विभाग ने 4527 प्रधानाचार्यों के तबादले किए थे। प्रदेश में करीब तेरह हजार प्रधानाचार्य हैं। करीब डेढ़ साल बाद विभाग ने प्रिंसिपल की तबादला सूची जारी की। राज्य में करीब 19 हजार प्रिंसिपल के पद स्वीकृत है। इनमें से करीब 4 हजार पद खाली चल रहे थे।
शिक्षा विभाग में तबादलों का मजाक बना दिया है। पहले तो विभाग ने बिना प्रिंसिपल से आवेदन लिए तबादला सूची निकाल दी। अब 900 प्रिंसिपल के कार्य ग्रहण न करने पर विभाग ने चुप्पी साध रखी है। जबकि स्कूल प्रभावित हो रहे हैं। तबादला प्रक्रिया ही सवालों में है।
-नारायण सिंह, प्रवक्ता राजस्थान पंचायती राज एवं माध्यमिक शिक्षक संघ
Published on:
25 Oct 2025 08:41 am
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