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अब इन अवैध कॉलोनी में मकान के नक्शे पास होंगे

- 1,00,000 लोगों के घरों का हो पाएगा नक्शा पास- 100 कॉलोनियों में नागरिक अधोसंरचना प्रदाय करने की कार्रवाई पूरी- 23 को मुख्यमंत्री की वर्चुअल उपस्थिति में होगा शुभारंभ

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कॉलोनी सेल के अधिकारियों के साथ बैठक करते महापौर पुष्यमित्र भार्गव

कॉलोनी सेल के अधिकारियों के साथ बैठक करते महापौर पुष्यमित्र भार्गव

इंदौर. राकेश, मनोहर, राजेंद्र, तुलसा, अयोध्या प्रसाद अब इन सभी को अपना घर बनाने के लिए परेशान नहीं होना होगा, क्योंकि अब बैंक से आसानी से इन्हें लोन मिल जाएगा। नगर निगम इन लोगों के घरों का नक्शा पास करेगी जिसके बाद बैंक इन्हें लोन दे देगी। इसी तरह के लगभग 1 लाख लोगों की परेशानी को खत्म कर दिया है। इनकी कॉलोनियों को नागरिक अधोसंरचना के लिए पात्र मानकर। हालांकि इनकी कॉलोनियों को वैध नहीं कहा जाएगा, लेकिन इनमें वैध कॉलोनियों के समान सभी सुविधाएं नगर निगम जरूर देगी।
अवैध कॉलोनियों में रहने वालों को नागरिक अधोसंरचना देने के लिए राज्य सरकार ने मुहिम शुरू की थी। इसमें शहर की भी 296 अवैध कॉलोनियों का सर्वे करने के साथ ही उनके नक्शे तैयार करने का काम शुरू किया गया था। इंदौर में पहले चरण में 100 अवैध कॉलोनियों में इससे जुड़ी सभी कार्रवाई पूरी होने के बाद अब इनमें नागरिक अधोसंरचना के तहत नगर निगम मकानों के नक्शे पास करेगा, बिजली की सुविधा उपलब्ध कराएगा, सड़कों को बनाएगा, पेयजल की व्यवस्था करेगा साथ ही इसी तरह की अन्य सुविधाएं भी देगा। 23 मई को मुख्यमंत्री की वर्चुअल मौजूदगी में ये काम शुरू होगा। वहीं दूसरे चरण के लिए भी तैयारियां निगम ने तेज कर दी है। दूसरे चरण में 125 कॉलोनियों में भी नागरिक अधोसंंरचना से जुड़ी कार्रवाई को पूरा करने का काम किया जा रहा है।
महापौर ने ली बैठक
अवैध कॉलोनियों में नागरिक अधोसंरचना देने के लिए 23 मई को नगर निगम कार्रवाई शुरू करेगा। रवींद्र नाट्यगृह में इसके लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया जाना है। इस कार्यक्रम को लेकर महापौर पुष्यमित्र भार्गव, निगम योजना शाखा प्रभारी राजेश उदावत ने एक बैठक निगम अफसरों और जनप्रतिनिधियों की बुलाई थी। जिसमें अवैध कॉलोनियों से जुड़ी समीक्षा की गई है। साथ ही बची हुई कॉलोनी में जल्द से जल्द कार्रवाई पूरी करने के लिए कहा गया है।

इन कॉलोनियों में मिल पाएगी नागरिक अधोसंरचना
वार्ड 1 : अम्मार नगर, जगदीशपुरी, रजा नगर, रामा कॉलोनी, सागर पैलेस कॉलोनी, गुलाब बाग, शालीमार पैलेस, गीतानगर मेन और गीता पैलेस (आयशा मस्जिद वाला)।
वार्ड 2 : रानी पैलेस
वार्ड 5 : चंदन नगर ई, इएफ सेक्टर
वार्ड 6 : हुकमचंद कॉलोनी
वार्ड 7 : सुल्काखेड़ी
वार्ड 9 : ब्रह्मबाग कॉलोनी, खासगी का बगीचा, पेनजान कॉलोनी, राहीनगर एक्सटेंशन
वार्ड 11 : भागीरथपुरा
वार्ड 12 : राजाराम नगर
वार्ड 15 : शंकर कॉलोनी, बद्रीधाम कॉलोनी, कस्तूर नगर।
वार्ड 16 : कैलाशनगर, सुरेंद्र नगर, एकता नगर, गंगाधाम, न्यू एकतानगर, यादव पैलेस, राधाकृष्ण विहार, केदार नगर, नंदनबाग कॉलोनी, राखी नगर।
वार्ड 17 : जगन्नाथनगर, अंजली नगर, जगदीशनगर, दशरथबाग, न्यू जगन्नाथनगर,
वार्ड 18 : भवानीनगर
वार्ड 19 : भगतसिंह नगर, गोविंद नगर खारचा, गणेशधाम, रिद्धी-सिद्धी (न्यू गणेशधाम), बालाजी विहार, शांतिनगर, सुगंधानगर।
वार्ड 20 : प्रिंस सिटी, केशव नगर, गणेश नगर, भोलेनाथ धाम, यशोदा नगर, न्यू खातीपूरा, देवश्री कॉलोनी।
वार्ड 21 : राधिका नगर (राधिका कॉलोनी), सागर विहार, सिद्ध नगर,
वार्ड 23 : भगवती नगर
वार्ड 28 : शिवशक्ति नगर
वार्ड 35 : स्कीम 139 एमआर-10 के पास
वार्ड 38 : लक्ष्मीबाई कॉलोनी बी, शांती नगर, शाहीबाग बी,
वार्ड 39 : गोसिया नगर, दिलीप नगर, सिल्वर नगर, खिजराबाद कॉलोनी, शालीमार कॉलोनी, आशा पैलेस कॉलोनी, गरीब नवाज कॉलोनी
वार्ड 40 : आकाशदीप कॉलोनी, धीरजनगर, पटेलबाग बी सेक्टर
वार्ड 41 : कैलाशपुरी कॉलोनी, श्रीराम नगर, संजीवनी नगर
वार्ड 49 : सुनील नगर
वार्ड 50 : ग्रेटर बृजेश्वरी कॉलोनी, प्राधिकारी की स्कीम 94 सेक्टर जी में आने वाली न्यू इंदिरा एकतानगर और चौहान नगर का व्यवस्थापन, चौहान नगर, स्कीम-94 के सेक्टर
वार्ड 51 : विराट नगर, विकास नगर, बाबूलाल नगर, कृष्णा नगर (चौधरी पार्क के पास)
वार्ड 52 : खाती मोहल्ला, नार्थ मूसाखेड़ी, राम नगर, जगदीशपुरी, अजयबाग कॉलोनी
वार्ड 54 : साटम पार्क कॉलोनी, तुलसीराम नगर
वार्ड 58 : प्राधिकरण की स्कीम 38 भाग
वार्ड 60 : स्कीम 46
वार्ड 64 : गिरधर का बगीचा, पवन नगर,
वार्ड 71 : विश्वकर्मा नगर
वार्ड 72 : पार्श्वनाथ नगर
वार्ड 73 : नूरी कॉलोनी
वार्ड 75 : बनवारी नगर (पालदा)
वार्ड 77 : गणेश नगर (हिम्मतनगर), श्रीयंत्र नगर सेक्टर बी
वार्ड 80 : विशाल नगर
वार्ड 81 : स्कीम 97 पार्ट 4 (व्यवस्थापन अंतर्गत नियमितिकरण)

0 राज्य सरकार ने जो नियम बनाए थे, उनके हिसाब से कॉलोनियों में नागरिक अधोसंंरचना देने के लिए जो काम किए जाने थे, वो निगम स्तर पर किए गए हैं, कुछ नियमों को शिथिल करवाने की जरूरत थी, वो भी निगम ने राज्य सरकार से आग्रह कर करवाए हैं। जल्द ही सवा सौ कॉलोनियों की दूसरी सूची भी जारी की जाएगी।
- पुष्यमित्र भार्गव, महापौर