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कमलनाथ बोले, सिंधिया की हार की थी पहले से जानकारी

- प्रवास पर आए कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने किया खुलासा

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इंदौर में भजन संध्या में शामिल हुए कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ, कांग्रेस जिलाध्यक्ष सदाशिव यादव से चर्चा करते हुए

इंदौर में भजन संध्या में शामिल हुए कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ, कांग्रेस जिलाध्यक्ष सदाशिव यादव से चर्चा करते हुए

इंदौर. चुनावों की पूरी तैयारी है, मैं चुनावों के पहले भी सर्वे करवाता हूं। ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव हार रहे हैं। यह बात मुझे सर्वे की टीम ने पहले ही बता दी थी। मैंने उन्हें फोन लगाकर कहा था, लोकसभा चुनाव को हल्के में मत लेना। सर्वे टीम के लोगों ने मुझे मतदान के पांच दिन पहले बताया था कि वे एक लाख से ज्यादा वोटों से चुनाव हार रहे हैैं। ये कहना है कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ का।

कमलनाथ मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ गुरूवार को अल्प प्रवास पर इंदौर आए थे। इस दौरान उन्होंने में थे। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कांग्रेस की कमजोरियों, टिकट वितरण और कांग्रेस में आ रहे नेताओं को लेकर कहा कि टिकट के पहले मैं चार सर्वे करा रहा हूं। जिस नेता का नाम तीन सर्वे में होगा। उसे मैं मजबूत मानूंगा। उस नेता को मैं चुनाव के तीन चार माह पहले ही इशारा कर दूंगा। टिकट चयन को लेकर कोई दबाव प्रभाव नहीं झेलूंगा, हालांकि इस बार जनता भाजपा से खफा है। उम्मीदवारों के बजाए इस बार मतदाता संगठन को महत्व देंगे। वहीं कांग्रेस के मंडलम और सेक्टर के फार्मूले को लेकर उनका कहना था कि ये ठीक से लागू नहीं हो पाया। कांग्रेस में स्ट्रक्चरल डिफेक्ट है। ब्लॉक अध्यक्ष 130-140 बूथ नहीं संभाल सकते हैं। ये बात मैंने सोनिया गांधी के सामने रख ब्लॉक छोटे करने के लिए कहा था। वे सहमत भी थी। लेकिन दूसरे नेताओं ने अन्य प्रदेशों से बात करने की बात कहकर इसे टाल दिया था। मैंने छिंदवाड़ा में यह फॉर्मूला लागू किया। पूरे जिले मेें कांग्रेस के विधायक हैं। प्लेट साफ करने वाला आज छिंदवाड़ा का मेयर है। वहीं कांग्रेस में विधायकों को लेने पर उनका कहना था कि कांग्रेस में दूसरी पार्टी से तभी कोई नेता आएगा, जब स्थानीय कार्यकर्ता उसकी पैरवी करेंगे। भाजपा के कई नेता मेरे पास आते हैं। वहीं राहुल गांधी की इमेज को लेकर नाथ का कहना था कि सोशल मीडिया पर भाजपा की आईटी सेल उनकी जो इमेज बनाने की कोशिश करती है। उससे आम आदमी को कोई फर्क नहीं पड़ता। किसी गांव में जाकर पूछिए कि क्या राहुल गांधी पप्पू हैं तो ग्रामीण कहेंगे कि तो क्या हुुआ मेरे बेेटे के नाम भी पप्पू है। राहुल तो आम आदमी की बात करते हैैं। वे तो हमारे जैसे हैं। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मैंने लोगों से 30 विधानसभा सीटों को लेकर फीडबैैक लिया है।

महाकाल से भक्तों को दूर करना गलत

उज्जैन में महाकाल मंदिर में दर्शन की सशुल्क व्यवस्था को लेकर नाथ ने साफ कहा कि महाकाल सबके हैं उन्हें भक्तों से दूर करना गलत है। धर्म आचार और विचार का विषय है। भाजपा ने इसे राजनीतिक प्रचार का विषय बना दिया। महाकाल लोक का काम कांग्रेस सरकार ने शुरू किया था। अब उसे भाजपा सरकार भुना रही है।

गणमान्य लोगों से मिले, भजन संध्या में हुए शामिल

नाथ अपने इंदौर प्रवास के दौरान शहर के प्रबुद्ध नागरिकों, वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के साथ ही अन्य लोगों से भी मिले। नाथ इस दौरान नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे के द्वारा आयोजित भजन संध्या में भाग लेने भी पहुंचे थे।भजन संध्या के दौरान कमलनाथ ने एक बार फिर से दोहराया कि मेरा क्या गुनाह था, मैंने कौन सी गलती की थी, कौन सा पाप किया था जो मेरी सरकार गिरा दी। मैंने किसानों का कर्जा माफ किया, सौ रुपए में सौ यूनिट बिजली दी फिर वो चाहे कोई भी हो, भाजपा की 18 साल की सरकार ने क्या दिया। अब चुनाव आ रहे हैं तो घोषणाएं हो रही है। घोषणा मशीन बन गए हैं। यहां से वे सीधे भोपाल के लिए रवाना हो गए।

नहीं की नाम की घोषणा
नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे को उम्मीद थी कि इस भजन संध्या के दौरान ही उन्हें विधानसभा 2 से प्रत्याशी बनाने की घोषणा कमलनाथ कर देंगे। लेकिन नाथ ने कोई घोषणा नहीं की। वहीं उनके प्रयास करने पर उन्होंने चौकसे को वहीं बोल दिया कि टिकट के फैसले सड़क पर नहीं होते हैं। अभी अपना काम करो।