Mahashivratri 2025 Hindi: भविष्यवक्ता डॉ. अनीष व्यास के अनुसार महाशिवरात्रि पर सूर्य, बुध और शनि एक साथ कुंभ राशि में स्थित रहेंगे। इन तीनों ग्रहों की युति और महाशिवरात्रि का योग 2025 से पहले 1965 में बना था। मान्यता है कि महाशिवरात्रि 2025 पर ग्रहों के दुर्लभ योग में शिव पूजा करने से भक्तों की मनोकामनाएं जल्दी पूरी हो सकती हैं।
डॉ. अनीष व्यास के अनुसार इस साल शिवरात्रि 2025 पर शिव जी के साथ ही सूर्य, बुध और शनि ग्रह की भी विशेष पूजा करने का शुभ योग है। इस योग में की गई पूजा-पाठ से कुंडली से जुड़े ग्रह दोष भी शांत हो सकते हैं।
ज्योतिषी डॉ. अनीष व्यास के अनुसार सूर्य और शनि पिता-पुत्र हैं और महाशिवरात्रि 2025 पर सूर्य शनि की राशि कुंभ में रहेंगे, साथ ही अन्य ग्रह और नक्षत्र इस प्रकार के योग में विद्यमान रहेंगे। यह एक विशिष्ट संयोग है, जो लगभग एक शताब्दी में एक बार बनता है।
मान्यता है कि इस प्रबल योग में की गई साधना आध्यात्मिक और धार्मिक उन्नति प्रदान करती है। वहीं सूर्य बुध केंद्र त्रिकोण योग भी बना रहे हैं, पराक्रम और प्रतिष्ठा को बढ़ाने के लिए सूर्य-बुध के केंद्र त्रिकोण योग का बड़ा लाभ मिलता है। इस योग में विशेष प्रकार से साधना और उपासना की जानी चाहिए।
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ज्योतिषी डॉ. अनीष व्यास के अनुसार महाशिवरात्रि पर ग्रहों के दुर्लभ संयोग के साथ धनिष्ठा नक्षत्र, परिघ योग, शकुनी करण और मकर राशि के चंद्रमा की उपस्थिति भी है। इस कारण यह तिथि और भी खास हो गई है। मान्यता है कि महाशिवरात्रि पर चार प्रहर की साधना से शिव की कृपा प्राप्त होगी। शुभ संयोग और शुभ मुहूर्त में भगवान शिव की आराधना करने से उनके भक्तों को मनोवांछित फलों की प्राप्ति होगी।
Updated on:
26 Feb 2025 07:39 am
Published on:
25 Feb 2025 06:25 am