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मानसिक स्वास्थ्य केवल विज्ञान नहीं, करुणा भी जरूरी : मूर्ति

मानसिक, तंत्रिका संबंधी और मादक द्रव्यों के सेवन संबंधी विकारों को समझ और करुणा के साझा दृष्टिकोण से देखा जाना चाहिए।

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जब दु:ख बांटा जाता है, तो उसका भार कम हो जाता हैै। मानसिक स्वास्थ्य Mental Health व्यवहार विज्ञान से आगे तक फैला हुआ है। मानसिक, तंत्रिका संबंधी और मादक द्रव्यों के सेवन संबंधी विकारों को समझ और करुणा के साझा दृष्टिकोण से देखा जाना चाहिए।

ये बातें राष्ट्रीय मानसिक आरोग्य व स्नायु विज्ञान संस्थान (निम्हांस) NIMHANS की निदेशक डॉ. प्रतिमा मूर्ति ने कही। वे शुक्रवार को निम्हांस के मानसिक स्वास्थ्य शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित चौथे मानसिक स्वास्थ्य संते मेगा मेले के उद्घाटन के बाद संबोधित कर रही थीं।

उन्होंने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य शिक्षा के माध्यम से सामुदायिक जुड़ाव कलंक को तोडऩे और मिथकों को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आत्महत्या की रोकथाम Suicide Prevention जीवन को महत्व देने से शुरू होती है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. सुदर्शन एच. ने कहा, जीवन दुखों से भरा नहीं है। यह आनंद से भरा है। हम उस आनंद में बाधाएं उत्पन्न करते हैं। मानसिक रोग ऐसी ही एक बाधा है। हमें इसे दूर करना होगा। मानसिक स्वास्थ्य शिक्षा विभाग की प्रमुख प्रो. के. एस. मीना ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य एक साझा जिम्मेदारी है, जो सहानुभूति, जुड़ाव और सहयोग के माध्यम से पनपती है।