
फोटो सोर्स पत्रिका
अयोध्या में राजनीतिक और धार्मिक गलियारों में विवाद की लहर दौड़ गई है। अपनी जनता पार्टी के अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा लक्ष्मी पूजा को लेकर दिए गए बयान ने संत समाज में खलबली मचा दी है। मौर्य ने कहा कि देवी लक्ष्मी की पूजा अमीरी का मार्ग नहीं दिखाती। बल्कि असली समृद्धि घर की महिलाओं के परिश्रम से आती है। उनके इस बयान पर हनुमानगढ़ी के मुख्य पुजारी सहित कई संतों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने हाल ही में एक कार्यक्रम में कहा कि अगर लक्ष्मी की पूजा करने से कोई अमीर बन जाता। तो भारत दुनिया के गरीब देशों में शामिल नहीं होता। उन्होंने यह भी जोड़ा कि चार हाथ वाला बच्चा पैदा नहीं हुआ है। तो चार हाथ वाली लक्ष्मी कैसे हो सकती हैं। मौर्य ने लोगों से अपील की कि वे अपने घर की महिलाओं, जिन्हें उन्होंने 'घर की लक्ष्मी' बताया, का सम्मान और पूजा करें।
इस बयान पर अयोध्या के संतों में गुस्सा भड़क गया। हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने इसे "दुर्भाग्यपूर्ण और समाज में द्वेष फैलाने वाला" कहा। उन्होंने मौर्य को "आतंकवादी मानसिकता वाला" बताते हुए जोर देकर कहा कि ऐसे लोग समाज में जगह पाने के योग्य नहीं हैं। अन्य संतों ने भी मौर्य के बयान को हिंदू आस्था पर हमला बताते हुए निंदा की।
मौर्य ने अपने तर्क में कहा कि देश में करोड़ों लोग गरीबी और बेरोज़गारी का सामना कर रहे हैं। उनका कहना था कि अगर लक्ष्मी की पूजा से सुख-समृद्धि मिलती, तो देश में इतनी गरीबी और युवा बेरोज़गारी नहीं होती। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य किसी पूजा का अपमान करना नहीं है, बल्कि घर की महिलाओं के योगदान को महत्व देना है।
अयोध्या में इस बयान के बाद संत समाज और राजनैतिक गलियारों में बहस तेज हो गई है। भक्त और स्थानीय लोग इस विवाद पर अलग-अलग प्रतिक्रिया दे रहे हैं। जबकि धार्मिक और सामाजिक संगठन इस मामले की गंभीरता पर अपनी चिंताएं जता रहे हैं।
अयोध्या के संतों ने एक न्यूज़ एजेंसी को दिए गए बयान में कहा कि राक्षस पहले भी होते थे। आज भी स्वामी प्रसाद मौर्य जैसे राक्षस हैं। अब तो यह साबित हो चुका है कि वह देशद्रोही है। क्योंकि राम से राष्ट्र है। कभी हमसे इसकी मुलाकात हुई तो इसको इतने जूते मारूंगा। यह गिन नहीं पाएगा। आने वाले दिनों में इसको भारत से पलायन करना होगा। इसका इतिहास है कि यह जिसके साथ रहा है। उसके साथ गद्दारी किया है। संतों ने इतना तक कह डाला कि इसने जिस पत्तल में खाया। उसमें छेद जरूर किया। यह सनातन द्रोही है। इसके अलावा यह गरीबों का भी द्रोही है। इसने राशन पर बयान देकर गरीबों को रुला दिया है। हम देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हैं। जो 80 करोड़ गरीबों तक राशन पहुंचाने का काम कर रहे हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी पर सवाल उठाया है। यह पागल हो गया है। इसका सही इलाज होना चाहिए। इसको हिंदुस्तान से पाकिस्तान में भेज देना चाहिए। जहां हमेशा सनातन धर्म पर उल्टा सीधा बोलता रहता है।
Updated on:
23 Oct 2025 03:59 pm
Published on:
23 Oct 2025 12:12 pm
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