Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Ayodhya: रामलला की ममता से जुड़ा हर पल अब और खास – अयोध्या मंदिर में दर्शन और आरती का नया समय

Ayodhya RamLala Darshan: अयोध्या राम मंदिर ट्रस्ट ने शीत ऋतु के मद्देनजर रामलला के दर्शन और आरती के समय में बदलाव किया है। मंगला आरती सुबह 4:30 बजे, श्रृंगार आरती 6:30 बजे, और दर्शन सुबह 7:00 बजे से शुरू होंगे। दोपहर भोग और आरती के समय मंदिर के पट लगभग एक घंटे के लिए बंद रहेंगे।

3 min read
Google source verification
ट्रस्ट ने जारी की नई समय सारिणी (फोटो सोर्स : Ritesh Singh )

ट्रस्ट ने जारी की नई समय सारिणी (फोटो सोर्स : Ritesh Singh )

Ayodhya Ram Temple Revises Darshan & Aarti Timings: राम मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए एक नई व्यवस्था लागू की गई है। अयोध्या राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रामलला के दर्शन और आरती के समय में बदलाव करते हुए नई समय सारिणी जारी की है। शीत ऋतु के आगमन के साथ मंदिर में दर्शन अवधि में कुछ बदलाव किए गए हैं ताकि श्रद्धालु और मंदिर प्रबंधन दोनों के लिए सुविधा बनी रहे। अब से भक्त सुबह सात बजे से रामलला के दर्शन कर सकेंगे। दर्शन रात नौ बजे तक जारी रहेंगे। इसके साथ ही दोपहर में भोग और आरती के दौरान मंदिर के पट लगभग एक घंटे के लिए बंद रहेंगे।

नई समय सारिणी और आरती का बदलाव

राम मंदिर के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि शरद ऋतु के आगमन के कारण दर्शन अवधि और आरती के समय में बदलाव किया गया है।

  • मंगला आरती: पहले सुबह 4:00 बजे होती थी, अब यह सुबह 4:30 बजे होगी।
  • शृंगार आरती: पहले सुबह 6:00 बजे होती थी, अब यह सुबह 6:30 बजे से होगी।
  • दर्शन का समय: पहले सुबह 6:30 बजे शुरू होता था, अब यह सुबह 7:00 बजे से शुरू होगा।

इसके अलावा दोपहर में रामलला की भोग आरती के समय मंदिर के पट बंद रहेंगे। यह व्यवस्था श्रद्धालुओं को सुविधा देने और पूजा के आयोजन को व्यवस्थित तरीके से करने के उद्देश्य से की गई है। डॉ. अनिल मिश्र ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा और मंदिर संचालन में सहजता बनाए रखने के लिए यह बदलाव जरूरी था। शरद ऋतु में सूरज की रोशनी और ठंड के मद्देनजर दर्शन और आरती का समय संशोधित किया गया है।”

श्रद्धालुओं के लिए विशेष जानकारी

नए समय अनुसार, मंदिर में भक्त सुबह सात बजे से दर्शन कर सकेंगे। मंगला आरती के बाद भक्त श्रृंगार आरती में शामिल होंगे। इसके बाद भोग और दोपहर की आरती के लिए मंदिर के पट बंद रहेंगे। शाम को शाम की आरती और शयन आरती नियमित समय पर ही संपन्न होगी। इस बदलाव के कारण अब श्रद्धालुओं को सुबह दर्शन के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है, लेकिन मंदिर प्रशासन ने इसे अधिक सुव्यवस्थित और श्रद्धालु-केंद्रित बनाने के लिए आवश्यक कदम बताया है।

मंदिर प्रशासन का उद्देश्य

  • राम मंदिर ट्रस्ट के अनुसार, नई समय सारिणी लागू करने का मुख्य उद्देश्य निम्न है:
  • श्रद्धालुओं की सुविधा बढ़ाना -लंबे समय तक दर्शन करने वाले भक्तों को बेहतर व्यवस्था।
  • पूजा आयोजन में सहजता - आरती और भोग के समय पट बंद रखने से आयोजन सुचारू।
  • शीत ऋतु में आरामदायक व्यवस्था - ठंड के कारण दर्शन के समय में थोड़ा बदलाव।
  • भक्तों की सुरक्षा- दर्शन और आरती में भीड़ नियंत्रण।

भक्तों की प्रतिक्रिया

श्रद्धालुओं ने इस बदलाव पर मिश्रित प्रतिक्रिया दी है। कई भक्तों ने इसे स्वागत योग्य बताया क्योंकि इससे मंदिर संचालन अधिक सुव्यवस्थित होगा और आरती में शामिल होने वालों को भी सुविधा मिलेगी।

कई वरिष्ठ श्रद्धालु कह रहे हैं कि सुबह मंगला और श्रृंगार आरती में आधे घंटे का अंतर ज्यादा परेशानी नहीं लाता। इसके अलावा दोपहर में भोग और आरती के लिए एक घंटे का समय मंदिर प्रशासन को पूजा के आयोजन को व्यवस्थित करने में मदद करेगा।

 शीत ऋतु और समय बदलाव का महत्व

शीत ऋतु में सूरज की रोशनी देर से निकलती है और सुबह का तापमान कम होता है। राम मंदिर प्रशासन ने इस बात को ध्यान में रखते हुए दर्शन और आरती के समय में बदलाव किया है। ऐसा करने से भक्त ठंड के मौसम में आराम से दर्शन कर सकेंगे और मंदिर का संचालन भी सुचारू रहेगा। डॉ. अनिल मिश्र ने कहा कि “हमारा उद्देश्य श्रद्धालुओं को सर्वोत्तम अनुभव देना है। समय में यह छोटा बदलाव भक्तों की सुविधा और पूजा संचालन को बेहतर बनाएगा।”

मंदिर में दर्शन और आरती की पूरी दिनचर्या

नए समय सारिणी के अनुसार रामलला के दर्शन और पूजा कार्यक्रम इस प्रकार होंगे:

  • मंगला आरती: सुबह 4:30 बजे
  • श्रृंगार आरती: सुबह 6:30 बजे
  • दर्शन शुरू: सुबह 7:00 बजे
  • दोपहर भोग और आरती: लगभग 12:00 से 1:00 बजे तक पट बंद
  • संध्या आरती: शाम नियमित समय
  • शयन आरती: रात के समय

इस नई दिनचर्या के अनुसार भक्त पूरे दिन मंदिर में दर्शन और पूजा में शामिल हो सकेंगे।

भक्त-केंद्रित व्यवस्थाएं

  • राम मंदिर ट्रस्ट ने शीत ऋतु में आने वाले श्रद्धालुओं को ध्यान में रखते हुए कई व्यवस्थाएं की हैं:
  • मंदिर परिसर में हीटिंग और शीतल पेय की सुविधा।
  • दर्शन और आरती के लिए प्रवेश मार्गों का व्यवस्थित प्रबंधन।
  • ऑनलाइन और ऑफलाइन टिकट बुकिंग के माध्यम से भीड़ नियंत्रण।
  • ट्रस्ट का मानना है कि यह बदलाव श्रद्धालुओं को अधिक सुविधाजनक और सुरक्षित अनुभव देगा।

विशेष टिप्स श्रद्धालुओं के लिए

  • सुबह दर्शन के लिए सुबह 6:30 बजे तक पहुंच जाएं ताकि आरती का हिस्सा बन सकें।
  • दोपहर में भोग और आरती के समय मंदिर के पट बंद रहेंगे, इसलिए इस अवधि में दर्शन की योजना न बनाएं।
  • मंदिर प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और अनुशासन बनाए रखें।
  • भारी भीड़ से बचने के लिए ऑनलाइन दर्शन स्लॉट का उपयोग करें।

बड़ी खबरें

View All

अयोध्या

उत्तर प्रदेश

ट्रेंडिंग