Ahmedabad. अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच की टीम ने एक अंतरराष्ट्रीय साइबर ठग गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन्हें सूरत और नवसारी से पकड़ा है। यह गिरोह सोशल मीडिया के माध्यम से निवेश करने पर अच्छे मुनाफे का झांसा देकर लोगों को फंसा कर लाखों रुपए की चपत लगाता है।
पकड़े गए आरोपियों में नवसारी कालियावाडी निवासी विशाल ढोले (35), सूरत वाव रोड निवासी जतिन देसाई (32) और सूरत मोटा वराछा निवासी राजेश पटेल (52) शामिल हैं। इन तीनों आरोपियों के बैंक खातों में ठगी की राशि जमा होने और उस पर कमीशन लेकर राशि अन्य जगह भेजने का आरोप है।साइबर क्राइम ब्रांच के तहत आरोपियों ने पीडि़त को 20 दिसंबर 2024 से 17 फरवरी 2025 के दौरान इंदिरा फाइनांस सर्विस नामक कंपनी की निवेश योजना में शामिल होने पर अच्छे मुनाफे का झांसा देकर 41 लाख रुपए ठग लिए।
शिकायतकर्ता ने फेसबुक पर इस कंपनी का विज्ञापन देखा और उसकी लिंक पर क्लिक किया, जिससे वह एक वॉट्सएप ग्रुप में जुड़ गया। जहां अलग-अलग मोबाइल नंबरों से आईपीओ और शेयर बाजार में निवेश संबंधी सुझाव दिए जाते थे। इसके बाद शिकायतकर्ता को एक दिशा चौधरी नाम की महिला ने फोन करके कंपनी में रजिस्ट्रेशन कराने को कहा और नाम, पता, आधारकार्ड, पैनकार्ड व अन्य जानकारी ले ली। इंदिरा एप डाउनलोड करवाते हुए निवेश करने को कहा।
शिकायतकर्ता ने 25 हजार जमा किए तो 1,200 का लाभ एप में दिखाया गया। पीड़ित को विश्वास हुआ तो उन्होंने 41 लाख रुपए का निवेश किया, लेकिन बाद में उन्हें कोई रिटर्न नहीं मिला। इस पर उन्होंने ने साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई। जांच में इन आरोपियों की लिप्तता का खुलासा होने पर पुलिस ने इन तीनों को धर दबोचा है।
जांच में सामने आया कि आरोपी अलग-अलग बैंक खातों, एटीएम कार्ड और सिम कार्ड का उपयोग कर दुबई से ठगी की राशि को निकाल रहे थे। अब तक आरोपियों के विरुद्ध ठगी की 25 शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं। आरोपियों के मोबाइल में 35 खातों से लेन-देन की बात सामने आई है, जिसकी जांच की जा रही है।
Published on:
14 Oct 2025 10:07 pm
बड़ी खबरें
View Allअहमदाबाद
गुजरात
ट्रेंडिंग