ड्रग्स ले जा रही पनडुब्बी (X)
अमेरिकी सेना ने कैरिबियन सागर में एक संदिग्ध ड्रग-तस्करी वाली पनडुब्बी को नष्ट कर दिया। इस हमले में दो संदिग्ध तस्कर मारे गए, जबकि दो अन्य को गिरफ्तार कर उनके मूल देशों इक्वाडोर और कोलंबिया भेज दिया गया। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस कार्रवाई का वीडियो साझा करते हुए दावा किया कि अगर यह पनडुब्बी अमेरिकी तट तक पहुंच जाती, तो कम से कम 25,000 अमेरिकियों की जान चली जाती।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट कर कहा, "यह मेरी बड़ी खुशी है कि हमने एक बहुत बड़ी ड्रग-ले जाने वाली पनडुब्बी को नष्ट किया, जो अमेरिका की ओर एक प्रसिद्ध नार्को-ट्रैफिकिंग रूट पर जा रही थी।" उन्होंने बताया कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने पुष्टि की है कि यह पनडुब्बी मुख्य रूप से फेंटेनिल और अन्य अवैध नशीले पदार्थों से लदी हुई थी। ट्रंप ने जोर देकर कहा, "अगर मैं इस पनडुब्बी को किनारे तक पहुंचने देता, तो कम से कम 25,000 अमेरिकी मर जाते।"
पेंटागॉन द्वारा साझा किए गए वीडियो में काले-सफेद फुटेज दिखाई गई है, जिसमें पनडुब्बी लहरों पर तैरती नजर आ रही है। इसके बाद एक के बाद एक विस्फोट होते दिखे, जिसमें पनडुब्बी का पिछला हिस्सा तबाह हो गया। व्हाइट हाउस ने पुष्टि की कि इस हमले में कोई अमेरिकी सैनिक हानि नहीं हुई। यह कार्रवाई गुरुवार को की गई थी और यह सितंबर से अब तक कैरिबियन में अमेरिका द्वारा की गई छठी ऐसी स्ट्राइक है। पिछली पांच कार्रवाइयों में कुल 27 लोग मारे गए थे।
ट्रंप प्रशासन ने लैटिन अमेरिका से ड्रग तस्करी के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है। इसमें गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर, एफ-35 फाइटर जेट, एक न्यूक्लियर सबमरीन और लगभग 6,500 सैनिकों की तैनाती शामिल है। यह कदम वेनेजुएला सरकार के साथ बढ़ते तनाव के बीच उठाए गए हैं। ट्रंप ने "नार्को-टेररिस्ट्स" के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए कहा, "अमेरिका नशीले पदार्थों की तस्करी को जमीन या समुद्र से बर्दाश्त नहीं करेगा।"
Published on:
19 Oct 2025 02:55 pm
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