पाकिस्तान-अफगानिस्तान में तनाव। (फोटो- IANS)
तालिबान और पाकिस्तान के बीच हाल के वर्षों में अब तक की सबसे भीषण जंग के हालात हैं। एक सप्ताह के अंदर दोनों पक्ष एक बार फिर भिड़ गए। सऊदी तथा कतर की मध्यस्थता से दोनों में 48 घंटे के लिए सीजफायर हुआ। दोनों ने एक दूसरे पर भारी हमले और नुकसान पहुंचाने का दावा किया है। तड़के ऑपरेशन में पाकिस्तानी सेना के कजे से स्पिन बोल्डक के गेट पर भी अपना नियंत्रण कर लिया। अनुमान है कि हमलों में दोनों ओर 40 से ज्यादा मौतें हुई हैं।
उधर, पाकिस्तानी सेना ने कहा है कि तालिबान के दक्षिण-पश्चिम और उत्तर-पश्चिम में दो प्रमुख सीमा चौकियों पर हमले विफल कर दिए गए। जवाबी कार्रवाई में बुधवार तड़के दक्षिणी कंधार प्रांत के स्पिन बोल्डक के पास हुई झड़पों में लगभग 20 तालिबान लड़ाके मारे गए। साथ ही पाकिस्तानी सेना ने दावा किया है कि उन्होंने काबुल और कांधार में हवाई हमले किए, जिसमें टीटीपी लड़ाकों को निशाना बनाया गया। इन हमलों में कई लोगों की मौतें हुई।
पाकिस्तानी सेना के मुताबिक हाल के महीनों में खैबर पख्तूनख्वा में हमलों में तेजी आई है। अमरीका के एसीएलईडी प्रोजेट के मुताबिक, पिछले साल टीटीपी ने सुरक्षा बलों पर 600 से ज्यादा हमले किए और 2025 में अब तक पिछले साल के मुकाबले ज्यादा हमले हो चुके हैं। काबुल पर हवाई हमला का मकसद पाकिस्तान का न्यू नॉर्मल कायम करना है।
पाकिस्तान में अफगान शरणार्थियों का कहना है कि हाल ही में सीमा पर तनाव के बाद पुलिस उत्पीड़न, गिरफ्तारियां और
बेदखली में तेजी से वृद्धि हुई है, जिससे हजारों विस्थापित परिवारों में भय और अनिश्चितता बढ़ गई है। पाकिस्तान में रह रहे अफगान शरणार्थियों का कहना है कि हाल के दिनों में गिरफ्तारियां और पुलिस छापे बढ़ गए हैं, तथा इस्लामाबाद और तालिबान के बीच तनाव बढ़ने के कारण मकान मालिकों को बिना दस्तावेज वाले अफगानों को बेदखल करने का आदेश दिया गया है।
पाकिस्तान की पहल पर तालिबान 48 घंटे के लिए सीजफायर के लिए राजी हो गया है। 2025 में यह दूसरा मौका है कि पाकिस्तान ने सीजफायर की गुहार लगाई हो। इससे पूर्व भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाक ने यह किया था।
Published on:
16 Oct 2025 09:06 am
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