ओंकारेश्वर के नर्मदा घाट आए दिन श्रद्धालुओं के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं। ताजा मामला शनिवार दोपहर को अभय घाट पर हुआ है। जहां नासिक के कपल नहाते समय डूबने लगे, नाविकों ने युवक को तो बचा लिया, लेकिन युवती को नहीं बचा पाए। युवती की डूबने से मौत हो गई। उल्लेखनीय है कि ओंकारेश्वर के घाटों पर लगातार घटनाएं हो रही है। शुक्रवार को भी एक युवक को नाविकों ने डूबने से बचाया था। इन घटनाओं के बाद भी प्रशासन सुरक्षा के कोई ठोस इंतजाम नहीं कर रहा है।
महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले (नासिक) से दो परिवार के चार लोग ओंकारेश्वर दर्शन के लिए आए थे। परिवार में दिवाकर उसकी पत्नी व एक मित्र कृष्णा और उसकी होने वाली पत्नी पूनम शामिल थे। नहाने के दौरान कष्णा और पूनम पिता विजय चौहान (32) तेज बहाव में बह गए। युवक-युवती को बहते देख नाविकों और स्थानीय लोगों ने दौडकऱ नदी में छलांग लगाई और बहादुरी दिखाते हुए बचा लिया। पूनम तेज बहाव में बहकर गहरे पानी में डूब गई। दिवाकर ने बताया कि हम भी आगे आने के लिए रहे थे, लेकिन हम रुक गए इसलिए बच गए। दिवाकर ने बताया उसका विवाह दो माह पूर्व ही हुआ है। कृष्णा और पूनम की सगाई हो चुकी थी, दिवाली बाद शादी होना थी।
नाविको ने मौत के मुंह से बचाया कृष्णा को
नवीन घाट पर मौजूद नाविकों ने सहायता के लिए पुकारे जाने पर नाव लेकर दौड़ पड़े। नाविक सोनू वर्मा, दुर्गेश सूर्यवंशी टेंपो वाला, राजा चौहान, शंभू वर्मा, जयराम भवरिया, गणेश, दुर्गेश केवट ने डूबते हुए कृष्णा को नाव से बाहर निकाल कर मौत के मुंह से बचा लिया। उसकी महिला साथी पानी में समा गई। नाविको ने सूझबूझ से नाव में ही उल्टा लेटा कर कृष्णा के पेट का पानी निकाला और तुरंत ही टेंपो से अस्पताल ले गए। प्राथमिक उपचार के बाद वह मौत के मुंह में जाने से बच गया।
एसडीआरएफ और परिषद गोताखोरों ने निकाला शव
घटना की सूचना मिलते ही एसडीईआरएफ टीम और नगर परिषद के गोताखोर दल ने मोर्चा संभाला। एसडीईआरएफ टीम में उदय सोलंकी, जितेंद्र, सुनील बारे, मुकेश वर्मा और नगर परिषद गोताखोर तुकाराम केवट की मदद से महिला का शव नदी से बाहर निकाला गया। पुलिस ने मृतका पूनम चौहान के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल की मोर्चुरी भेजा। मामले में मर्ग कायमी कर जांच की जा रही है।