संत दादा गुरु गुरुवार को खंडवा पहुंचे। उनके आगमन पर शहर में श्रद्धा और उत्साह का माहौल रहा। दादा गुरु ने सबसे पहले मां की बगिया स्थित दादाजी कॉलेज पहुंचकर विद्यार्थियों और युवाओं से पर्यावरण संरक्षण पर संवाद किया। विधायक कंचन तनवे द्वारा आयोजित मां नर्मदा परिक्रमा पर चर्चा कार्यक्रम में उन्होंने कहा दादाजी महाराज जीवंत चरित्र है। उनके नाम से खंडवा पंचम धाम के नाम से पूरी दुनिया में जाना जाएगा।
संत दादा गुरु गुरुवार को खंडवा पहुंचे। उनके आगमन पर शहर में श्रद्धा और उत्साह का माहौल रहा। दादा गुरु ने सबसे पहले मां की बगिया स्थित दादाजी कॉलेज पहुंचकर विद्यार्थियों और युवाओं से पर्यावरण संरक्षण पर संवाद किया। विधायक कंचन तनवे द्वारा आयोजित मां नर्मदा परिक्रमा पर चर्चा कार्यक्रम में उन्होंने कहा दादाजी महाराज जीवंत चरित्र है। उनके नाम से खंडवा पंचम धाम के नाम से पूरी दुनिया में जाना जाएगा।
कार्यक्रम में विधायक कंचन मुकेश तनवे ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि दादा गुरु का खंडवा आगमन क्षेत्र के लिए गौरव की बात है। दादा गुरु ने अपने संबोधन में कहा “मिलने से संवाद होता है। गुरु की लीला आत्मनिर्भर बनाती है। आज सबसे बड़ा संकट पृथ्वी को बचाने का है। विश्व की नजर भारत पर है क्योंकि भारत ही समाधान दे सकता है।”
खंडवा में सबसे ऊंचा निशान बनेगा
उन्होंने कहा कि दादाजी की शताब्दी वर्ष पर खंडवा में दुनिया का सबसे ऊंचा निशान बनेगा, जो खंडवा की पहचान बनेगा। दादा गुरु ने युवाओं से कहा कि युवा अवस्था एक बार आती है, इसे जैसे चाहो वैसा बना सकते हो। युवा की सोच ही देश की सोच बनेगी। कार्यक्रम में समता, ममता और क्षमता जैसे जीवन मूल्यों पर भी उन्होंने संवाद किया। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति धरती, पेड़ और पर्वतों की पूजा करने वाली है, यही सनातन जीवन दर्शन की पहचान है। इस अवसर पर रोटरी अध्यक्ष सतनाम सिंह होरा, अभिषेक गुप्ता, संजू अग्रवाल, प्रफुल्ल मंडलोई, हरिश सेन और दुर्गेश शर्मा सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे। संचालन अमित मिश्रा ने किया, आभार प्रदर्शन डॉ. अनिश अरझरे ने माना। वहीं वैश्य महासम्मेलन के आयोजन में लखनलाल नागौरी, अखिलेश गुप्ता, दीपक पालीवाल, राकेश पालीवाल आदि उपस्थित रहे।