इंदौर रोड िस्थत जिला सहकारी विपणन संघ कार्यालय (डीएमओ) पर सोमवार को सुबह से किसानों की भारी भीड़ लगी रही। अपने गांव से रात में ही खाद के लिए किसान डीएमओ कार्यालय पहुंचे गए थे। सुबह से कार्यालय के बाहर लंबी लाइन लगी रही। भीड़ की वजह से किसानों के वाहन इंदौर रोड तक खड़े रहे। किसानों का कहना है कि खाद वितरण व्यवस्था पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो चुकी है। सुबह से लाइन में लगने के बावजूद शाम तक उन्हें खाद नहीं मिलती। थक-हारकर किसान लाइन में अपनी थैलियां रखकर इंतजार कर रहे हैं। दिन भर रिमझिम बारिश के बीच किसान खाद के लिए परेशान होते रहे।
किसानों की समस्या को नहीं सुना जा रहा
ग्राम जसवाड़ी के किसान देवकृष्ण चौधरी का कहना है कि सुबह सात बजे से खाद के लिए लाइन में लगा हुआ हैं। दोपहर तक खाद नहीं मिली है। किसान देश का अन्नदाता है लेकिन आज वही परेशान है। प्रदेश की सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है किसान की समस्या को सुना नहीं जा रहा है।
सोसायटी के माध्यम से खाद वितरण किया जाए
किसान जयसिंह यादव ने बताया कि किसान परेशान हैं। सरकार सुनने को तैयार नहीं हैं। रात से आकर किसान लाइन में लगा है लेकिन उसे खाद नहीं दी जा रही हैं। काम का तरीका इतना धीरे है कि एक किसान को आधा घंटे तक काउंटर पर खड़ा रखा जा रहा है। सरकार से यही निवेदन है कि हर गांव में सोसायटी नगद में खाद वितरण किया जाए।
चार दिन तक बिना खाद लिए वापस जाना पड़ा
ग्राम केलहारी के राजसिंह चौहान का कहना है कि डीएमओ कार्यालय से बिना खाद लिए चार बार वापस जा चुका हुं। सुबह पांच बजे आकर आज फिर लाइन में लगा हुं, लेकिन अभी तक खाद नहीं मिली है। खाद को लेकर परेशान होना पड़ रहा है। यही खाद गांव में किसानों को सोसायटी के माध्यम से दी जाए तो राहत मिलेगी। किसान को शहर नहीं आना पड़ेगा।
वितरण काउंटर बढ़ाए जाए
ग्राम सहेजला के किसान श्याम सिंह का कहना है कि दो बजे रात में ही डीएमओ आ गया था। इससे की सुबह काउंटर खुलते ही वह बिना किसी परेशानी के खाद लेकर घर चला जाए। शाम होने को आ गई है लेकिन उसका नंबर नहीं आया है। उसे अभी तक खाद नहीं मिला है। जिला मुख्यालय पर एक ही जगह खाद दी जा रही है। काउंटर दो ही खोले हैं, इससे अधिक परेशान होना पड़ रहा है।
दो दिन में स्थिति नार्मल हो जाएगी
खाद को लेकर जिला विपणन अधिकारी (डीएमओ) श्वेता सिंह का कहना है कि हमारे पास 138 मैट्रिक टन खाद उपलब्ध है। शनिवार और रविवार को अवकाश होने से वितरण बंद था। दो दिन के बाद सोमवार को कार्यालय खुलते ही खाद के लिए किसानों की भीड़ बढ़ी है। किसानों के लिए दो काउंटर शुरू है। दो दिन में स्थिति नार्मल हो जाएगी।