भगवान ओंकार के दर्शन करने नीमच से एक परिवार सोमवार सुबह ओंकारेश्वर आया था। दोपहर में करीब 11.30 बजे परिवार के लोग गौमुख घाट पर स्नान कर रहे थे। परिवार के साथ ही पंकज पिता कैलाश और विशाल सिंह पिता मदनलाल निवासी चितौडगढ़ नहाते हुए गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। दोनों के मदद की आवाज सुन परिवार के होश उड़ गए। उनकी मदद की पुकार पर कुछ ही देर एसडीआरएफ की टीम ने आकर रेस्क्यू शुरू किया। दो से अधिक गोताखोरों ने नदी में छलांग लगा दी। कुछ ही देर में गोताखोरों ने विशाल को बचाकर बाहर ले आए। इधर पंकज पानी के अंदर समा गया। गोताखोरों ने कुछ देर बाद पंकज को बाहर निकाला तब तक उसकी मौत हो गई।
शिवलिंग पकड़कर बिलखती रही महिलाएं
पंकज के डूबने के बाद से परिवार की तीन महिलाएं वहीं घाट पर शिवलिंग पकड़कर रोती रही। पंकज की सही सलामती के लिए प्रार्थना करती रही। जब कुछ देर बाद पंकज का शव बाहर निकाला गया तो परिवार की महिलाओं की चित पुकार मंच गई। वहीं घाट पर परिवार के लोग रोते रहे।
इससे पहले हादसे में दो भाइयों की मौत
इस घटना से पहले 16 जुलाई को ओंकारेश्वर के संगम घाट पर दो भाई विक्की पिता राजकुमार शेजवार और लक्की शेजवार निवासी इंदौर की डूबने से मौत हो गई। दोनों अपने दोस्तों के साथ स्नान व दर्शन करने आए थे। घटना के तीसरे दिन एक भाई का शव 5 किमी दूर तो दूसरे का 25 किमी दूर मिला था।
– गौमुख घाट की घटना हैं। एक युवक की डूबने से मौत हो गई, वहीं उसके साथी युवक को बचा लिया गया है। घाटों पर एसडीआरएफ के जवान और पुलिस की ड्यूटी लगी हुई है। अलाउंस भी बार-बार करवा रहे हैं। सुरक्षा व्यवस्था में कहां चूक हुई इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी। – मनोज कुमार राय, पुलिस अधीक्षक।