बस्सी @ पत्रिका. भाई -बहन के अटूट रिश्ते का रक्षा बंधन का त्योहार कल है। इस त्योहार को लेकर बाजार में गुरुवार से ही चहल – पहल बढ़ गई है। बाजार में व्यापारियों ने अपनी दुकानों के आगे स्टॉल लगा कर राखियां बेचना शुरू कर दिया है। भाई-बहन का पर्व अब सिर्फ एक धागे तक सीमित नहीं रहा है, अब बहनें राखी के साथ पूजा थाली, कुमकुम, अक्षत, मिठाई और गिफ्ट भी एक साथ ले रही हैं। शहर के बाजारों में इस बार रक्षाबंधन सेट का ट्रेंड छा रहा है। दुकानों में पारंपरिक राखियों के साथ-साथ पूरी तैयारी का सामान एक ही पैक में मिल रहा है।
हालांकि पिछले सालों की तुलना में गिट ( गोला ) और पानी नारियल के बढ़े रेकॉर्डतोड़ दामों ने जरूर ग्राहकों की जेब पर आर्थिक भार बढ़ गया है। पिछले साल पानी का नारियल 20 से 25 रुपए प्रति नग और गिट 140 – 160 किलोग्राम में बिका था, जो इस बार दोनों के दोगुने भाव बढ़ गए है। पानी का नारियल 35 से 40 प्रति नग और गिट 340 से 350 किलोग्राम है।
ग्राहकों का कहना है, कि बाजार में उत्साह से खरीदारी कर रहे हैं, लेकिन गिट व पानी नारियल ने आर्थिक परेशानी बढ़ा दी है। हालांकि राखियों, मिठाई, पतासे वगैरह में पिछले साल की तुलना में खास वृद्धि नहीं है। बाजार में बच्चों के लिए खास लाइटिंग, कार्टुन करेक्टर, बुल्डोजर राखी, डोरेमॉन, स्पाइडर मेन राखियां है। मुख्य बाजार के एक दुकानदार ने बताया कि महिलाएं मोतीनुमा, कोलकाता की चंदन और रुद्राक्ष राखी, हैंड पेंटिंग वाली, कड़ा व चुड़ा राखी के अलावा मोती वर्क वाली राखियां खूब पसंद कर रही है।