जयपुर। जमीन विवाद, पारिवारिक मामले और अन्य निजी कारणों से पीड़ित लोग न्याय के लिए पानी की टंकियों पर चढ़ने का रास्ता अपना रहे हैं। चौमूं और शाहपुरा क्षेत्र में ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं। इसके बावजूद जलदाय विभाग टंकियों की सुरक्षा को लेकर सरकार के आदेशों की अनदेखी कर रहा है। जयपुर ग्रामीण क्षेत्र में करीब 400 से अधिक टंकियां हैं, जिनमें से अधिकांश पर सुरक्षा दीवार या तारबंदी नहीं है, जिससे लोग आसानी से टंकी पर चढ़ जाते हैं। हाल ही में सांगानेर में प्लॉट विवाद को लेकर तीन महिलाएं और तीन पुरुष टंकी पर चढ़े थे, वहीं हरमाड़ा में एक युवक भी टंकी पर चढ़ गया। चौमूं के तिगरिया गांव में भी एक महिला पारिवारिक विवाद के कारण तीन घंटे तक टंकी पर डटी रही। इस तरह की घटनाओं से पुलिस प्रशासन का भी समय बर्बाद हो रहा है। सवाल ये है कि अगर कोई टंकी से गिरा या कूद गया तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा।
सुरक्षा के इंतजाम जरूरी
बढ़ती घटनाओं को लेकर शहर सहित ग्रामीण अंचल की कई टंकियों का जायजा लिया। जहां अधिकतर टंकियों पर न तो सुरक्षा गेट मिले और ना किसी तरह की तारबंदी। हालांकि चौमूं जलदाय कार्यालय में बनी टंकी पर एक छोटा गेट जरूर मिला है, लेकिन नाकाफी है। जिससे कोई भी चढ़ सकता है। टंकी की 10 से 15 फीट की ऊंचाई पर सीढी की शुरुआत होनी चाहिए।
चौकीदार भी नहीं
चौमूं शहर की बात की जाए तो जलदाय कार्यालय के अलावा विवेकानंद पार्क, रेनवाल रोड स्थित श्मशान, अहीरों की ढाणी, अग्निशमन कार्यालय, सामोद बंधा, महिला कॉलेज, कचौलिया रोड पर टंकियां बनी है। जिनमें से सुरक्षा को लेकर एक भी टंकी पर चौकीदार नहीं है। हालांकि कई टंकियों की सीढ़ियां जमीन से नहीं होकर ऊपर से बनी हुई है।
अब तक ये मामले आए सामने…
केस-1…24 जुलाई 2025 को सामोद थाना इलाके के तिगरिया गांव में पारिवारिक संपत्ति के विवाद को लेकर एक महिला जलदाय विभाग की पानी की टंकी पर चढ़कर हंगामा किया। तीन घंटे बाद पुलिस ने महिला का नीचे उतारा।
केस-2… 1 मई 2025 को गोविंदगढ़ थाना इलाके के आलीसर गांव में एक युवक रास्ता व घरेलू विवाद को लेकर टंकी पर चढ़ा और जमकर हंगामा किया। हालांकि पुलिस ने मामले में युवक को गिरफ्तार कर 1.37 लाख का जुर्माना भी किया था।
केस-3…11 अप्रेल 2025 को कोटपूतली के कुजोता गांव में निर्माणाधीन पेयजल टंकी पर एक ससुराल पक्ष से परेशान होकर एक युवक चढ़ा था। जो करीब छह घंटे बाद पुलिस की समझाइश से उतरा।
केस-4…26 जुलाई 2025 को हरमाड़ा में युवक ने एक नेता की गिरफ्तारी के विरोध और रिहाई की मांग को लेकर टंकी पर चढ़ गया था। जिससे पुलिस प्रशासन का तीन घंटे तक समय खराब रहा।
केस-5…5 सितंबर 2024 को चौमूं के हाड़ौता में दो युवक गोचर भूमि पर अतिक्रमण हटाने एवं चारा मंडी का टेंडर निरस्त कराने की मांग को लेकर टंकी पर चढ़े और करीब चार घंटे तक डटे रहे।
केस-6…..4 अक्टूबर 2021 को सामोद थाने के तिगरिया गांव में जमीन विवाद को अमरपुरा निवासी तीन महिलाएं जलदाय विभाग की पानी की टंकी पर चढ़ी थी। इसके बाद भी टंकी की सीढ़ियों में सुरक्षा इंतजाम नहीं किए।
केस-7…5 मई 2023 में शाहपुरा में एक ठेकेदार निर्माण कार्य के भुगतान में गड़बड़ी एवं भुगतान नहीं होने से आहत होकर पेयजल टंकी पर चढ़ा और पांच घंटे तक डटा रहा।
इनका कहना है…
जल्द ही जांच कर सुरक्षा इंतजाम किए जाएंगे। हालांकि कई टंकियों पर गेट वगैरह है।
-सुनील कुमावत, सहायक अभियंता, जलदाय विभाग कार्यालय चौमूं
पेयजल टंकियों पर सुरक्षा इंतजाम कराने को लेकर जलदाय अधिकारियों को निर्देश दिए जाएंगे। ताकि आगे इस तरह की घटनाएं नहीं हो सके।
-दिलीप सिंह, एसडीएम, चौमूं
चौमूं के सामोद में टूटा गेट व बिना सुरक्षा के सीढ़ियां।
Updated on:
07 Aug 2025 04:17 pm
Published on:
07 Aug 2025 04:15 pm