जैसलमेर, बालोतरा सहित पूरे बाड़मेर जोन में अगले एक साल में लगाए जाएंगे करीब 12 लाख स्मार्ट मीटर
पत्रिका. हर महीने बिजली के बिल को लेकर होने वाली तमाम झंझटों से जल्द ही उपभोक्ताओं को छुटकारा मिलने वाला है। राजस्थान में बिजली व्यवस्था को स्मार्ट और पारदर्शी बनाने की दिशा में बड़ा बदलाव शुरू हो गया है। पुराने मीटरों की जगह अब नए स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। बाड़मेर में पिछले एक महीने से इसके लिए सर्वे व अन्य काम चल रहे थे। पिछले दस दिन से महावीर नगर इलाके से बिजली उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाने का काम भी शुरू हो चुका है।
जानकारी के अनुसार पूरे बाड़मेर जोन में करीब 12 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। अगले एक साल में पूरे जोन में मीटर बदलने का लक्ष्य तय किया गया है। प्रदेश में एक करोड़ 36 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। इन मीटरों की खासियत यह होगी कि अब उपभोक्ताओं को औसतन बिल नहीं, रीयल टाइम खपत के आधार पर बिल मिलेगा, जिससे एवरेज बिलिंग की पुरानी समस्या खत्म हो जाएगी।
जीनस पॉवर इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर दीपांशु विश्वकर्मा ने बताया कि एडवांस्ड मीटरिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर सर्विस प्रोवाइडर (एएमआइएसपी) की सहायता से ये स्मार्ट मीटर काम करते हैं। अगर उपभोक्ता स्मार्ट मीटर का इस्तेमाल कर रहा है और मीटर में कोई छेड़छाड़ या तकनीकी कमी आती है, तो इसकी सूचना अपने आप बिजली कंपनी को मिल जाएगी, और कंपनी बिना शिकायत के खुद सुधार की प्रक्रिया शुरू कर देगी। इस नई व्यवस्था से न केवल उपभोक्ता लाभान्वित होंगे, बल्कि बिजली वितरण प्रणाली भी सुधरेगी।
बाड़मेर जाने में कहां कितने मीटर लगेंगे
बाड़मेर – 4,23,000
बालोतरा- 3,43,000
जैसलमेर-1,58,000
जालौर-सांचौर – 3,17,000