🌟(आज का पंचांग – गुरुवार, 23 अक्टूबर, 2025)🌟
विक्रम संवत् – 2082
संवत्सर नाम – सिद्धार्थ
शक संवत् – 1947
हिजरी सन् – 1447
मु. मास – 30 रवि उलसानी
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – हेमंत ऋतु प्रारम्भ
मास – कार्तिक
पक्ष – शुक्ल
श्रेष्ठ चौघड़िये – आज शुभ का चौघड़िया सूर्योदय से 7:59 तक रहेगा। चर, लाभ, अमृत के चौघड़िये क्रमशः 10:47 से 2:59 तक रहेंगे। शुभ का चौघड़िया 4:24 से सूर्यास्त तक रहेगा। इन चौघड़ियों में शुभ कार्य प्रारम्भ किए जा सकते हैं।
तिथि – द्वितीया तिथि रात्रि 10:47 तक होगी तदुपरान्त तृतिया तिथि होगी।
दिशा शूल – आज दक्षिण दिशा में दिशा शूल रहेगा। इसलिए दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए।
राहु काल वेला – (मध्यमान से) दिन 1:30 से 3:00 तक रहेगा।
नक्षत्र – विशाखा नक्षत्र प्रातः 4:51 तक होगा तदुपरान्त अनुराधा नक्षत्र होगा।
योग – आयुष्मान योग प्रातः 5:00 तक रहेगा तदुपरान्त सौभाग्य योग रहेगा।
करण – बालव करण दिन 9:32 तक तदुपरान्त कौलव करण रहेगा।
विशिष्ट योग – सवार्थसिद्धि व रवियोग प्रातः 4:51 से प्रारम्भ
व्रत / दिवस विशेष – चन्द्रदर्शन, भैया दूज, यम द्वितीया, विश्वकर्मा दिवस, चित्रगुप्त पूजा, कलम दवात पूजा (बिहार), राष्ट्रीय कार्तिक मास प्रारंभ, हेमंत ऋतु प्रारम्भ,
चन्द्रमा – आज रात्रि 10:06 तक तुला राशि में होगा तदुपरान्त वृश्चिक राशि में प्रवेश होगा।
ग्रह का राशि /नक्षत्र परिवर्तन – सायन वृश्चिक राशि में सूर्य का प्रवेश दिन 9:21 पर,
आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज रात्रि 10:06 तक जन्म लेने वाले बच्चों की राशि तुला होगी तदुपरान्त वृश्चिक राशि होगी। आज अंतरात्रि 4:51 तक विशाखा नक्षत्र होगा, तदुपरान्त अनुराधा नक्षत्र होगा। आज जन्मे बच्चों का ताम्र पाद होगा। आज जन्म लेने वाले बच्चों के प्रथम नामाक्षर ती, तू, ते, तो, न पर रखे जा सकते हैं।
तुला राशि का स्वामी शुक्र होता हैं। यह सौम्य व भावुक होते हैं। इन्हें देश-विदेश घूमने का शौक होता है, किसी के अधीनस्थ रह कर कार्य करना पसंद करते हैं। यह एक स्थान पर टिक कर नहीं रहते। ये सुंदरता पसंद होते हैं और कलात्मक होते हैं। इनका स्वभाव आकर्षक होता हैं। ये न्यायशील, बुद्धिमान, तर्कशील एवं सर्तक रहने वाला होते हैं। वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल होता हैं। ऐसे जातक स्थिर प्रवृति के होते हैं।
✍️ पंडित मुकेश भारद्वाज, ज्योतिर्विद व वास्तुविद्